‘‘कोरोन ट्रैकिंग ऐप आरोग्य सेतु’’ संक्रमित व्यक्ति के पास पहुंचते ही होगा अलर्ट
ऐप यूजर
के
स्मार्टफोन
ब्लूटूथ
और
लोकेशन
ट्रैक
कर
काम
करता
है
यह एप लोगों
को
कोरोना
वायरस
संक्रमण
के
खतरे
और
जोखिम
का
आकलन
करने
में
मदद
करता
है
सुरेश
गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र
मोदी ने
कोरोना के
बारे में
लोगों तक
सही और
सटीक जानकारी
देने के
लिए ‘‘कोरोन
ट्रैकिंग ऐप
आरोग्य सेतु’’ को अधिक से
अधिक डाउनलोड
करने की
अपील की
है। प्रधानमंत्री
ने गुरुवार
को अपने
संसदीय क्षेत्र
काशी के
लोगों से
आह्वान किया
है ि
कइस ऐ
पके जरिए
कोरोनावायरस या कोविड-19 को लेकर
यूजर तक
न सिर्फ
सटीक और
सही जानकारियां
पहुंचाई जाएंगी
बल्कि उन्हें
किसी कोरोना
संक्रमित व्यक्ति
के संपर्क
में आने
से भी
रोका जा
सकेगा।
पीएम मोदी
ने कहा
कि कोविड-19
के खिलाफ
हमारी लड़ाई
में आरोग्य
सेतु एक
महत्वपूर्ण कदम है। प्रौद्योगिकी का
लाभ उठाकर
यह महत्वपूर्ण
जानकारी प्रदान
कराता है।
इसे डाउनलोड
कर इसके
दिशा-निर्देशों
का पालन
करने से
हमें कोरोना
को हराने
में काफी
सफलता मिलेगी।
इस ऐप
का जितना
अधिक लोग
इसका उपयोग
करेंगे, इसकी
प्रभावशीलता बढ़ेगी। इसके अलावा आयुष
मंत्रालय द्वारा
जारी प्रतिरोधक
क्षमता बढ़ाने
के उपायों
के लिंक
आरोग्य सेतु
एप और
सीबीएसई की
वेबसाइट पर
जाकर देख
सकते हैं।
बता दें
कि नागरिकों
तक सही
सूचना पहुंचाने
के लिए
भारत सरकार
के आयुष
मंत्रालय ने
आरोग्य सेतु
एप बनाया
है जो
सही सूचनाएं
लोगों तक
सही सूचना
पहुंचाता है।
इस एप
में कोरोना
से संबंधित
पूरी जानकारी
के साथ
ही आप
अपनी व्यक्तिगत
रिपोर्ट भी
प्राप्त कर
सकते हैं।
हर शंका
का समाधान
आपको इस
एप पर
मिलेगा।
सूबे के
स्टांप शुल्क
पंजीयन मंत्री
रवीन्द्र जायसवाल
के प्रतिनिधि
एवं पार्टी
के महामंत्री
जगदीश त्रिपाठी
ने बताया
कि आरोग्य
सुते जिसका
संस्कृत में
अर्थ है
हेल्थ ब्रिज।
ऐप में
एक चैटबॉट
भी है,
जिसमें यूजर
को कोरोना
महामारी से
जुड़े सवालों
के सही
जवाब देते
हैं। इसके
जरिए न
सिर्फ यूजर
अपने अंदर
कोरोना के
लक्षणों की
पहचान कर
सकेंगा बल्कि
ऐप यह
भी पता
लगाता है
कि जाने-अनजाने में
यूजर किसी
कोरोना संक्रमित
व्यक्ति के
संपर्क में
तो नहीं
आया। इसके
आधार पर
यह यूजर
को अगला
कदम उठाने
की सलाह
देती है।
अगर यूजर
’हाई रिस्क’ एरिया में हैं
तो ऐप
उसको कोरोना
वायरस टेस्ट
कराने, हेल्पलाइन
पर फोन
करने और
नजदीकी स्वास्थ्य
केंद्र पर
जाने के
लिए सलाह
देती है।
इसके लिए
ऐप को
कोरोना पीड़ितों
के डेटाबेस
से जोड़ा
गया है,
हालांकि यह
धीरे-धीरे
ऐप खुद
का डेटाबेस
भी तैयार
करेगा। ऐप
यूजर को
इस महामारी
से बचाने
के टिप्स
देती है
बल्कि संक्रमित
पाए जाने
पर सरकार
तक जानकारी
पहुंचाती है।
11 भाषाओं को सपोर्ट करेगा
कोरोना ट्रैकर
ऐप आरोग्य
सेतु फिलहाल
11 भाषाओं में काम करेगा जिसमें
हिंदी और
अंग्रेजी भी
शामिल हैं।
यह ब्लूटूथ
और लोकेशन
एक्सेस कर
काम करता
है। इसे
इस्तेमाल करने
के लिए
सबसे पहले
यूजर को
मोबाइल नंबर
से ऐप
में रजिस्टर्ड
होना होगा।
इसके बाद
ऐप यूजर
से कुछ
निजी जानकारियां
मांगेगा जोकि
ऑप्शनल है।
प्राइवेसी के बात करें तो
सरकार का
दावा है
कि ऐप
पर सभी
महत्वपूर्ण जानकारियां इनक्रिप्टेड फॉर्म में
स्टोर होंगी
और किसी
थर्ड पार्टी
वेंडर के
साथ इन्हें
शेयर नहीं
की जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय के लाइव ट्वीट भी देख सकेंगे
ऐप के
होम स्क्रीन
पर पहुंचने
पर यह
यूजर को
लोकेशन के
जरिए बताएगा
कि वह
सेफ जगह
पर है
या नहीं।
एंड्रॉयड यूजर
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा किए गए
लाइव ट्वीट
भी देख
सकेंगे। हालांकि
एंड्ऱ़ॉयड और एपल दोनों ही
वर्जन में
लगभग एक
जैसे फीचर्स
मिलेंगे, जिसमें
कोरोना से
जुड़ी एडवायजरी
भी शामिल
हैं।
इस तरह करें डाउनलोड
सबसे पहले
आरोग्य सेतु
एप को
एपल स्टोर
या गूगल
प्ले स्टोर
से इंस्टॉल
करें। अब
ऐप खोलने
से पहले
मोबाइल की
लोकेशन और
ब्लूटूथ ऑन
करें। इसके
बाद ऐप
खोलें। ये
दोनों हमेशा
ऑन रहेंगे,
तभी यह
ऐप काम
करेगा। आप
अपनी लोकेशन
शेयरिंग को
हमेशा सूंले
पर रखें
ताकि ऐप
को पता
रहे कि
आप कब,
कहां जा
रहे हैं।
एप लोकेशन
इस्तेमाल करने
की अनुमति
मांगेगा। यह
अनुमति दें।
रजिस्ट्रेशन के लिए नाम, उम्र,
लिंग आदि
की जानकारी
देनी होगी।
साथ ही
बताना होगा
कि हाल
ही में
विदेश यात्रा
की है
या नहीं।
एंड्राएड फोन
का इस्तेमाल
करने वाले
गूगल प्ले
स्टोर में
जाकर आरोग्य
सेतु को
इंस्टॉल कर
सकते हैं।
इसके बाद
आपको अपनी
भाषा का
चयन कर
अपना मोबाइल
नंबर, नाम,
उम्र आदि
दर्ज करनी
होगी। आरोग्य
सेतु कोरोना
से संबंधित
आपकी व्यक्तिगत
सेहत को
बताने के
लिए तैयार
है। आपको
अपने बारे
में सही
जानकारी प्राप्त
करने के
लिए आप
जब भी
एप पर
जाएं तो
ब्लूटूथ और
अपनी लोकेशन
का ऑप्शन
अपने मोबाइल
में ऑन
रखें ।
इस एप
पर कोरोना
से संबंधित
सुरक्षा उपाय
क्या करें
क्या ना
करें। आपका
व्यक्तिगत स्वास्थ्य, वीडियो, फोटो और
अपडेट जानकारियां
एप पर
मौजूद रहेंगी।
एप का
फायदा लेने
के लिए
समय-समय
पर इसे
खोल कर
अपनी व्यक्तिगत
जानकारी हासिल
कर सकते
हैं। जानकारी
हासिल करने
पर एप
बताएगा की
आपका संक्रमण
का जोखिम
कम है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं
कि ज्यादा
से ज्यादा
देशवासी आरोग्य
सेतु ऐप
को डाउनलोड
करें ताकि
उन्हें कोरोना
से जुड़ी
अपडेट्स भी
मिलती रहें
और संक्रमण
से बचने
में मदद
भी मिले।
इससे क्या फायदा होगा?
ऐप कोरोना
से आपको
जोखिम का
स्तर बताता
है। यह
‘सेल्फ असेसमेंट
टेस्ट’ में दिए
गए लक्षणों,
बीमारियों जैसी जानकारियों और आपकी
लोकेशन के
आधार पर
बताता है
कि आपको
कोरोना का
कितना जोखिम
है। यह
बताता है
कि क्या
आपको टेस्ट
की, डॉक्टर
को दिखाने
की या
फोन पर
परामर्श की
जरूरत है।
ऐप कैसे काम करता है?
यह आपकी
लोकेशन और
ब्लूटूथ का
इस्तेमाल कर
यह जांचता
रहता है
कि आपके
आसपास कोई
संक्रमित व्यक्ति
या संभावित
संक्रमित तो
नहीं है।
साथ ही
संक्रमित व्यक्ति
के संपर्क
में आने
की आशंका
के बारे
में अलर्ट/नोटिफिकेशन भी
देता है।
इसके लिए
आपको मोबाइल
में बैकग्राउंड
में ऐप
हमेशा चालू
रखना होगा,
साथ ही
ब्लूटूथ और
लोकेशन भी
ऑन रखनी
होगी।
क्या जान सकते हैं?
आप जो
जानकारियां देंगे, उस आधार पर
ऐप बताएगा
कि क्या
आपको कोरोना
का जोखिम
है। अगर
है, तो
क्या परीक्षण
की जरूरत
है या
क्वारैंटाइन से काम चल जाएगा।
अगर परीक्षण
की जरूरत
है, तो
आप कहां
परीक्षण करा
सकते हैं,
इसकी जानकारी
भी मिलेगी।
इस टेस्ट
के आधार
पर ही
यूजर के
लिए जोखिम
का अंदाजा
लगाया जाता
है और
बाकी यूजर्स
को भी
अलर्ट किया
जाता है।
इसलिए इसमें
सही जानकारी
ही भरें।
डेटा सुरक्षित रहेगा?
ऐप की
प्राइवेसी पॉलिसी में दावा है
कि डेटा
केवल भारत
सरकार के
साथ साझा
होगा। आपके
नाम या
नंबर को
सार्वजनिक नहीं किया जाएगा। निजी
जानकारी को
अलर्ट करने
या अन्य
जरूरी जानकारी
देने के
लिए ही
इस्तेमाल किया
जाएगा। ऐप
अनइंस्टॉल करने के बाद भी
जानकारी को
अपने पास
रख सकता
है।
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