Thursday, 12 August 2021

सीएम योगी ने बाढ़ग्रसित, इलाकों का किया दौरा, बांटा राहत सामाग्री

सीएम योगी ने बाढ़ग्रसित, इलाकों का किया दौरा, बांटा राहत सामाग्री 

बाढ़ राहत केंद्रों में आश्रय लिए बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर मुख्यमंत्री ने उनका कुशलक्षेम पूछा

आपदा की इस घड़ी में सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है : योगी आदित्यनाथ

मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से मिलने के बाद प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण भी किया

सुरेश गांधी

वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वाराणसी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। इस दौरान राहत कार्यों के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश देने के साथ ही जनप्रतिनिधियों संग बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री भी वितरीत की। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जिन परिवारों को जनहानि, पशु हानि, मकान हानि हुई है उन्हें 24 घंटे के अंदर मुआवजा राशि उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने बाढ़ पीड़ितों से मिलने के बाद प्रभावित इलाके का हवाई सर्वेक्षण भी किया।

सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के मैदान में मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरा। हेलीपैड पर मुख्यमंत्री का स्वागत कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, राज्य मंत्री रवीन्द्र जायसवाल, डॉ नीलकंठ तिवारी सहित ज़िले के आला अधिकारियों ने किया। मुख्यमंत्री का काफिला यहां से सीधे राजघाट के लिए रवाना हुआ। मुख्यमंत्री एनडीआरएफ की बोट द्वारा गंगा और वरुणा में मौजूदा बाढ़ की स्थिति को देखा। इसके बाद उन्होंने सरैया स्थित आलिया गार्डन में बनाए गए राहत केंद्र में रह रहे बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। उन्हें भरोसा दिया कि चिंता की कोई बात नही, आपदा की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। हर संभव उनकी मदद की जाएगी। उन्होंने मौके पर अधिकारियों से राहत कार्यों के बारे में जानकारी करते हुए निर्देशित किया कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई कोर कसर छोड़ी जाए।

तत्पश्चात मुख्यमंत्री जेपी मेहता इंटर कॉलेज राहत केंद्र पर पहुंचे। वहां पर रह रहे 60 से अधिक बाढ़ प्रभावित परिवारों के लोगों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम पूछी और उन्हें मिल रहे राहत सुविधाओं की भी जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने लगभग 37 लोगों को राहत सामग्री की भारी पैकेट एवं आलू, प्याज से भरा छोला भी भेंट की। राहत राशन सामग्री उपलब्ध कराते हुए कई लोगों द्वारा पैकेट उठा पाने पर मुख्यमंत्री ने कहां की बहुत वजनी बैग है, माता कैसे जाएगा। तो साथ में खड़ा लड़के ने बताया कि वह साथ में है और आसानी से ले जाएगा। उन्होंने जेपी मेहता इंटर कॉलेज परिसर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के मवेशियों के लिए बनाए गए आश्रय स्थल का भी निरीक्षण किया। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 20 मिनी पोर्टेबल एवं तीन बड़े फागिंग मशीन कर्मियों के ग्रुप को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी, स्टांप शुल्क पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा सहित पुलिस के अधिकारी अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इसके बाद सर्किट हॉउस में अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों संग समीक्षा बैठक की।

पीएमओ की नजर, हर घंटे मंगाई जा रही बुलेटिन

गंगा और वरुणा में बढ़ रहे जलस्तर और उसकी चपेट में आने से हजारों पीड़ितों को राहत पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चिंतित हैं। पीएम मोदी के बुधवार को जिलाधिकारी और भाजपा महानगर अध्यक्ष से टेलीफोन पर हुई वार्ता के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है। प्रशासनिक अधिकारियों से बाढ़ और राहत से जुड़ी पल पल की खबर ली जा रही है। हर घंटे केंद्रीय जल आयोग की बाढ़ बुलेटिन मंगाई जा रही है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा और पलट प्रवाह से उफनी वरुणा ने हजारों परिवारों को अपने आगोश में ले लिया है। हालांकि जिला प्रशासन कई दिनों से राहत शिविर के जरिए लोगों की मदद में जुटा है। बुधवार को काशी के सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी बाढ़ ग्रस्त इलाकों और पूरे हालात पर विस्तार से जानकारी ली और अपनी ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया। पीएम के निर्देश के बाद से प्रशासन ने राहत कार्य तेज कर दिया है। राहत शिविरों में पहुंचने वाले लोगों की सहूलियत के लिए मजिस्ट्रेट की अगुवाई में टीम तैनात कर दी गई है और राहत सामग्री के लिए लेखपालों को ड्यूटी दी गई है। उधर, प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से निर्देश जारी किया गया है कि बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए किसी चीज की जरूरत पर तत्काल संपर्क किया जा सकता है।

हर मुसीबत में पीएम ने बढ़ाया है हाथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र की हर मुसीबत पर उसके साथ खड़े रहते हैं। इससे पहले काशी विश्वनाथ धाम परिसर में मकान गिरने से मजदूरों की मौत के बाद भी पीएम ने मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल को फोन कर पीड़ितों को हर संभव मदद का निर्देश दिया था। इससे पहले कोरोना काल में भी पीएम समय-समय पर प्रशासनिक अधिकारियों स्थानीय लोगों से फीडबैक लिया करते थे।

सोनभद्र में नगवां बांध के 11 में से आठ फाटक खोले गए

पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार बारिश से पहाड़ी नदियां और नाले उफान पर हैं। इनका पानी पहुंचने से सोनभद्र जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बने बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। सभी बांधों में जलस्तर अधिकतम की ओर है। नगवां बांध में 61 फीट पानी भर गया है। इस बांध की जलधारण क्षमता 63 फीट है। आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी के बाद बांध का फाटक खोलकर पानी निकाला जा रहा है। कुल 11 में से आठ फाटक खोले गए हैं। इसी क्षेत्र में सिलहट बंधी के भी छह फीट ऊपर से पानी बह रहा है। यह पानी कर्मनाशा नदी में जा रहा है। इससे चंदौली जिले के नौगढ़, चकिया और चंदौली तहसील क्षेत्र में कर्मनाशा के तटवर्ती इलाकों में बाढ़ की आशंका है।

योगी ने किया श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन

मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम कारिडोर का निरीक्षण के बाद दर्शन-पूजन किया। सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम के बाद सीएम शुक्रवार सुबह हेलीकाप्टर से गाजीपुर के लिए प्रस्थान करेंगे। वरूणा का जलस्तर बढऩे से सालारपुर, रसूलगढ़, पुलकोहनादनियालपुर, सरैयां, शैलपुत्री, नक्खीघाट, हुकुलगंज, चौकाघाट, वरुणा पुल, इमिलिया घाट आदि क्षेत्र बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं। 40 परिवार सलारपुर शिविर में शरण ली। अधिकांश लोग किराए के मकान में शरण लिए हैं। 

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