Friday, 13 August 2021

प्रमुख सचिव नवनीत सहगल से मिला एकमा प्रतिनिधिमंडल

प्रमुख सचिव नवनीत सहगल से मिला एकमा प्रतिनिधिमंडल

बिजली, बीडा सहित कारपेट इंडस्ट्री की अन्य समस्याओं को प्रमुख सचिव के समक्ष रखा

नवनीत सहगल ने दिया शीघ्र ही समस्याओं के निस्तारण का आश्वासन

पावरलूम की तरह कारपेट इंडस्ट्री के बुनकरों से भी रियायती दर पर शुल्क लेने के साथ ही विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित हो : ओएन मिश्रा 

सुरेश गांधी

वाराणसी। अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ के सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को लखनऊ में एमएसएमई, खादी ग्रामोद्योग, निर्यात प्रोत्साहन के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल से मिला। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे एकमाध्यक्ष ओंकारनाथ मिश्रा सहित असलम महबूब, इम्तियाज अहमद, पीयूष बरनवाल एवं पंकज बरनवाल ने भदोही में हो रही बेइंतहा बिजली कटौती, बीडा के विस्तार, कारपेट सिटी में भूखंडों के ट्रांसफर संकट सहित कारपेट इंडस्ट्री की अन्य समस्याओं को प्रमुख सचिव के समक्ष प्रमुखता से रखा। प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री इंडस्ट्री के बढ़ावा के लिए संकल्पित है। इसके विकास में जो भी समस्याएं आड़े आयेंगी उसे प्रमुखता से निस्तारित किया जायेगा।

प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने फोन पर बताया कि भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण बीड़ा की वार्षिक बैठक प्रमुख सचिव नवनीत सहगल की अध्यक्षता में आयोजित की गयी थी। बैठक में बीडा भदोही द्वारा भवन नक्शा पास कराने में रही अनावश्यक खर्चो को कम करने, केवल भवन निर्माण एरिया पर ही विकास शुल्क इत्यादि लेने, कारपेट सिटी में औद्योगिक इकाइयों के हस्तांतरण से संबंधित समस्याओं और लीज से संबंधित ऐसे कई मामले, जो वर्षों से लंबित थे उनके निराकरण की बात कही गयी। प्रमुख सचिव ने इन सभी मांगों को प्रमुखता से सुना और आश्वासन दिया कि शीघ्र ही इसका निस्तारण होगा। भूखंडों के हस्तांनांतरण में अब कोई कठिनाई नहीं होगी और निर्माण ऐरिया पर ही विकास शुल्क लगेगा। सदस्यों ने बताया कि यह बैठक अत्यंत सफल रही। इससे उद्योग के निर्यातको से लेकर बुनकर तक सभी को लाभ मिलेगा।

इसके पूर्व प्रतिनिधिमंडल पूर्वांचल विद्युत निगम लखनऊ के निदेशक पंकज कुमार से भी मिला। इस दौरान बुनकर जो कालीन उद्योग की बुनियाद है, की समस्याओं को निदेशक के समक्ष प्रमुखता से रखा गया। जिसमें कहा गया पावर लूम के बुनकरों को रियायती दर पर लगभग डेढ़ सौ रुपए प्रतिमाह पर कार्य हेतु बिजली दी जाती है। जबकि हैंडलूम एवं कालीन क्षेत्र के बुनकरों एवं बुनाई केंद्रों से अधिक दाम ली जाती है। इसलिए पावरलूम के बुनकरों की भांति कारपेट इंडस्ट्री के बुनकरों से भी रियायती दर पर शुल्क लेने के साथ ही विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित किया जाय। निदेशक ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर प्रमुखता से विचार कर निस्तारण किया जायेगा।

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