Friday, 24 September 2021

रोड टैप की दरों में वृद्धि के लिए करेंगे प्रयास : सांसद रमेश बिन्द

रोड टैप की दरों में वृद्धि के लिए करेंगे प्रयाससांसद रमेश बिन्द

बिजली, पानी, सड़क सहित कालीन उद्योग की समस्याओं के समाधान खातिर होगी हर संभव कोशिश : कमिश्नर

आजादी अमृत महोत्सव की श्रंखला में आयोजित एक्सपोर्ट कानक्लेव में दिखा बुनकरों की हाड़तोड़ मेहनत का हूनर

सुरेश गांधी

वाराणसी। स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सरकार द्वारा मनाए जा रहे अमृत महोत्सव को लेकर डालर नगरी के कालीन निर्यातकों में जबदस्त उत्साह देखने को मिला। अनवरत चल रहे इस श्रृंखला में शुक्रवार को एमएसएमई, निर्यात प्रोत्साहन विभाग उप्र तथा कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के संयुक्त तत्वावधान में कारपेट सीटी स्थित एक्सपो मार्ट में एक्सपोर्ट कानक्लेव (वाणिज्य उत्सव) का आयोजन किया गया। इस मौके पर दो दर्जन से अधिक निर्यातकों द्वारा लगाएं गए उत्कृष्ट कालीनो की प्रदर्शनी में बुनकरों की हाड़तोड़ मेहनत का हूनर भी देखने को मिला, जिसकी सांसद से लेकर अफसरों अन्य जनप्रतिनिधियों ने खूब प्रशंसा की। इस मौके पर मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं सीईपीसी के नव निर्वाचित सदस्यों को सम्ृति चिन्ह अंगवस्त्रम देकर सम्मानित किया गया।

इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं सांसद रमेश चंद्र बिंद ने निर्यातकों की डिमांड पर उन्हें आश्वस्त किया कि रोड टैप की दरों में वृद्धि के लिए सरकार पर दबाव बनायेंगे। उन्हें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि वाणिज्य सहित कपड़ा मंत्रालय उनकी बात को जरुर सुनेगा। इसके अलावा कालीन उद्योग की ज्वलंत समस्याओं जैसे बिजली कटौती, खराब सड़कों का मरम्मतीकरण सहित मार्ट के कुशल संचालन में रही समस्याओं को भी दूर करने का प्रयास करेंगे।

सांसद ने कहा कि उन्हें गर्व है किक यहां के निर्यातक देश का नाम रोशन कर रहे है। कालीन उद्योग से लाखो बुनकर मजदूर भी जुड़े है। ऐसे में वह एवं उनकी सरकार हर संभव सहयोग को तत्पर है। उन्होंने कहा कि भदोही में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कालीन मेले के आयोजन में रही बाधाओं को हरहाल में दूर कराने का प्रयास सरकार से करेंगे। इसके अलावा सरकार से कारपेट सिटी में फाइव स्टार स्तर की सुविधा सम्पन्न होटल का निर्माण कराने के साथ ही फ्रेट ट्रांसपोर्टेशन सब्सिडी टैप बढवाने के लिए हरसंभव कोशिश करेंगे।

उन्होंने कहा कि कालीन एक कुटीर उद्योग है। इस उद्योग से 20 लाख लोग जुड़े हुए हैं। सरकार का ध्यान इस ओर कराया जाएगा और एफओवी मूल्य पर 5 फीसदी की नगद सहायता दिलाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के माध्यम से कालीन नगरी को ढांचागत सुविधाओं से लैस करने के लिए वह कृत संकल्पित हैं। सड़कों पर काम तेजी के साथ चल रहा है, जबकि गजिया ओवरब्रिज सहित विभिन्न परियोजनाएं प्रगति पर हैं। हर हाल में 31 दिसंबर तक जनपद की सड़कें गड्ढामुक्त हो जाएंगी।

इस मौके पर मंडलायुक्त योगेश्वर राम मिश्रा ने कालीन निर्यातकों से कहा कि वे इंडस्ट्री की समस्याओं को लिखित में दें, उसे दूर कराने का प्रयास करेंगे। कालीन उद्योग से जुड़े लोगो को मूलभूत सुविधाएं मिले इसके लिए शासन प्रशासन गम्भीर है।

जिलाधिकारी आर्यक अखौरी ने कहा कि भदोही की बिजली, पानी, सड़क समस्या को दूर कराने के लिए वह दिन-रात लगी है, जल्द ही इन समस्याओं से निर्यातकों को आजादी मिलेगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मझोले और लघु उद्यमियों में विश्वास का संचार करने के साथ उन्हें सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उनके अनुरूप व्यापारिक वातावरण तैयार करना। है। उन्हें खुशी है कि कोरोना काल में जब पूरी दुनिया की आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थीं उस दौरान भी कालीन उत्पादन निर्यात पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा।

जिलाधिकारी ने कहा कि इंदिरा मिल ओवरब्रिज स्थित सर्विसलेन, रेवड़ा मार्ग का निर्माण प्रारंभ हो गया है। दीपावली के पहले दोनों सड़कों का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा। सरकार द्वारा निर्यात पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में जल्द ही बैठक कर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। उम्मीद जताई है कि उनकी निर्यातकों की मांग पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी।

इस मौके पर जीआई विशेषज्ञ पद्मश्री डा. रजनीकांत, पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष विनय श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्द त्रिपाठी, उपायुक्त उद्योग हरेन्द्र प्रताप, महानिदेशक विदेश व्यापार गगनदीप सिंह, सयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार सिंह आदि ने निर्यातकों को संबोधित कर उद्योग हित में शासन की योजनाओं की जानकारी दी।

इस दौरान एकमाध्यक्ष ओंकारनाथ मिश्रा, पूर्व एकमाध्यक्ष रवि पाटोदिया, सीईपीसी के नव निर्वाचित सदस्य वासिफ अंसारी, अनिल सिंह, अशलम महबूब, इम्तियाज अंसारी, रोहित गुप्ता, सूर्यमणि तिवारी, श्री राम मौर्य, दर्पण बरनवाल के अलावा एकमा के अध्यक्ष ओएन मिश्र, उमेश कुमार गुप्ता मुन्ना, संजय गुप्ता, यादवेंद्र राय काका, पंकज बरनवाल, रुपेश बरनवाल, आइआइसीटी के निदेशक डा. आलोक कुमार, एसके पांडेय, आलोक बरनवाल, उमेश शुक्ला, आरके बोथरा आदि मौजूद रहे। संचालक पियूष बरनवाल ने किया।

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