गंगा आरती में हुए शामिल, घाटों पर देखा लाइटिंग और लेजर शो
11 राज्यों के मुख्यमंत्री ने पीएम का अभिवादन किया
क्रूज पर
सवार
मुख्यमंत्रियों
के
साथ
जलविहार,
भव्य
गंगा
आरती
को
अपलक
निहारते
रहे
मोदी
सुरेश गांधी
वाराणसी। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर धाम लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी गंगा आरती में शामिल हुए। पीएम मोदी के स्वागत के
लिए काशी में दशाश्वमेध घाट की गंगा आरती
बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ को समर्पित रही।
मोदी ने क्रूज पर
सवार होकर मंत्रोच्चार के साथ की
जा रही आरती के दर्शन किए।
चारों ओर भक्तों का
तांता लगा रहा। सभी श्रद्धालु हर-हर महादेव
के जयकारे लगाते रहे। जिसे जहां जगह मिली वो वहीं पर
खड़े होकर आरती के दर्शन किया।
घाटों को चप्पे चप्पे
को सजाया गया है। गंगा आरती के दौरान घाटों
पर रंग बिरंगी बत्तियों से की गई
सजावट और दीपोत्सव को
देख पीएम अभिभूत दिखे। बता दें कि दशाश्वमेध घाट
की दिव्यता और भव्यता अलग
ही दिखाई दे रही थी।
यहां हजारों दीए जलाए गए थे। उनके
साथ भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री भी
रहे। पीएम शाम को सड़क मार्ग
से बरेका से रविदास घाट
पहुंचे, जहां पार्क के अंदर लगी
इलेक्ट्रिक ऑटो में बैठ कर पीएम रविदास
घाट पहुंचे। जहां विवेकानंद क्रूज पर बैठने से
पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
जेपी नड्डा और उनकी पत्नी
ने पीएम और सीएम का
स्वागत किया। विवेकानंद क्रूज पर पहले से
ही सवार 11 राज्यों के मुख्यमंत्री ने
पीएम का अभिवादन किया।
उसके बाद सभी नौका विहार के लिए निकले।
क्रूज पर पीएम मोदी
के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर
लाल खट्टर, असम के मुख्यमंत्री हिमंत
बिस्वा सरमा, गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद
सावंत, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज
सिंह चौहान, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रेमा
खांडू, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव
कुमार देव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर
सिंह धामी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र
भाई पटेल, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम
ठाकुर, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन
बोरेन सिंह, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवाराज
बोम्मई आदि मौजूद रहें।
घाटों और चौराहों पर लगा हर-हर महादेव का जयघोष
‘न भूतो न
भविष्यति’ की तर्ज पर
काशी विश्वनाथ धाम को भक्तों को
समर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी शाम में जलविहार कर घाटों पर
मनाए जाने वाले उत्सव को निहारने के
लिए निकले। इस दौरान पीएम
मोदी की जलयान पर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष
जेपी नड्डा और सीएम योगी
के अलावा देश के अलग-अलग
राज्यों के मुख्यमंत्री मौजूद
रहे। प्रधानमंत्री मोदी नवनिर्मित विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन कर
बरेका गेस्ट हाउस जाने के लिए ललिता
घाट से क्रूज पर
बैठ कर निकले तो
घाट पर मौजूद लोगों
ने पीएम मोदी का स्वागत हर-हर महादेव के
जयघोष के साथ किया।
तो जवाब में पीएम ने भी सभी
का अभिवादन हाथ हिलाते हुए स्वीकार किया। पीएम ने सभी का
हाथ हिलाकर धन्यवाद दिया। नारद घाट, क्षेमेश्वर घाट, केदारघाट, चौकी घाट, हनुमान घाट, शिवाला घाट, चेतसिंह घाट, भैदिनी घाट, जानकी घाट, पम्पाव घाट, तुलसी घाट, रीवा घाट, अस्सी घाट, नए अस्सी घाट
सहित रविदास घाट पर भी लोगों
ने हर-हर महादेव
का जयघोष लगा। जब पीएम रविदास
घाट से सड़क मार्ग
पर से होते हुए
निकले तो नगवा से
लेकर बरेका तक की सड़कों
पर हर-हर महादेव
के जयघोष के साथ मोदी
का जयकारा लगाया गया। नगवा तिराहे, रविदास गेट, मालवीय चौराहे, नारियां तिराहे, सुंदरपुर चौराहे से होते हुए
भिखारीपुर चौराहे तक पीएम की
गाड़ियों के ऊपर फूल
फेंक काशी की जनता ने
अपने सांसद का स्वागत किया।
दिखा देव दीवाली का नजारा
काशी
विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के
बाद शहर में देव दीपावली जैसा नजारा है। काशी के अर्द्धचंद्राकार घाटों पर
दीपमाला सजाई गई है। इस
पूरे नजारे को देखने के
लिए पीएम मोदी ने अस्सी घाट
तक जल विहार किया।
गंगा आरती वाले घाट पर श्रद्धालुओं की
भीड़ का आलम ये
रहा कि कहीं
पैर रखने तक की जगह
नहीं रही।
आतिशबाजी देख भावविभोर हुए पीएम मोदी
पीएम
मोदी का क्रूज जब
अस्सी घाट पहुंचा तो गंगा पार
रेती पर आतिशबाजी हुई।
करीब सात मिनट तक आसमान सतरंगी
रोशनी में डूबा रहा। आतिशबाजी
देख पीएम के साथ आए
मुख्यमंत्री और घाट पर
मौजूद सैलानी भावविभोर हो उठे। इस
दौरान अद्भूत नजारा रहा। एक तरफ जहां
नए अस्सी घाट पर शिव तांडव
बज रहा था तो उसपार
रेती पर एक के
बाद एक आसमान में
सतरंगी पटाखे फूटने शुरू हो गए। नजारा
काफी भव्य हो गया। घाट
पर मौजूद एक एक सैनालियों
में इस विहंगम दृश्य
को अपने मोबाइल में कैद करने की होड़ मच
गई।
घाटों पर लगाई गईं रंग-बिरंगी झालर
काशी
विश्वनाथ धाम के लोकार्पण अवसर
पर शिव की नगरी देव-दीपावली की तरह सजाई
गई है। मानों ऐसा लग रहा है
जैसे शिवोत्सव मनाया जा रहा हो।
गंगा घाटों पर झालरें, लाइट
और दीये जलाए गए हैं, शहर
में सड़कों और चौराहों को
रोशन किया गया है। इससे पूरा शहर जगमगा रहा है। धाम के लोकार्पण उत्सव
पर उत्साहित काशीवासियों ने अपने-अपने
घरों में सजावट की है। देव
दीपावली की तरह घाट
पर लेजर शो लगाया गया
है। लोग घरों से निकलकर घाटों
पर आज मनाए जा
रहे शिवोत्सव का आनंद ले
रहे हैं। मैदागिन, गोदौलिया सहित शहर के अन्य क्षेत्रों
में डिवाइडरों और किनारे पर
लगे हेरिटेज पोलों की खराब लाइटों
को बदलने के साथ उन
पर लाल, सफेद और हरे रंग
की एलईडी झालरों से सजावट की
गई है।
शहर को दुल्हन की सजाया गया
पूरे
शहर को रंग बिरंगी
झालरों से सजाया गया
है। सरकारी भवनों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों
की सजावट की गई है।
एक तरफ जहां नए अस्सी घाट
पर शिव तांडव बज रहा था
तो गंगा के उस पार
एक के बाद एक
आसमान में सतरंगी पटाखे फूटना शुरू हो गए थे।
घाट पर मौजूद एक
एक सैनालियों ने इस विहंगम
दृश्य को अपने मोबाइल
में कैद कर लिया। कैंट
रेलवे स्टेशन, मंडुवाडीह, रोडवेज बस स्टैंड, बीएलडब्ल्यू
को सजाया गया है। इसके अलावा लोगों ने स्वयं से
अपने घरों पर सजावट की
है। इसके अलावा ओवर ब्रिजों को भी चमकाया
गया है। इन पर नए
तरीके से रंगरोगन किया
गया है। चौराहों और सड़कों झालरों
से सजाया गया है। सरकार कार्यालयों पर भी लोकार्पण
का उत्सव मनाया जा रहा है।
अब चिठ्ठी पर लगेगी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के शिखर वाली मुहर
विशेष मुहर
पर
श्रीकाशी
विश्वनाथ
धाम
के
मध्य
मंदिर
के
शिखर,
उस
पर
अंकित
धर्म
ध्वजा
को
उकेरा
गया
है।
वाराणसी। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य-दिव्य
स्वरूप के लोकार्पण पर
सोमवार को डाक विभाग
ने काशी की प्राचीनता, ऐतिहासिकता,
आध्यामिकता और सांस्कृतिक गौरव
को सहेजते हुए बाबा के स्वर्ण शिखर
पर आधारित एक विशेष मुहर
जारी किया है। अब काशी के
विश्वेश्वगंज स्थित प्रधान डाकघर से हर सामान्य
और पंजीकृत डाक पर यही मुहर
लगाई जाएगी। वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल
कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि
इस विशेष मुहर पर श्रीकाशी विश्वनाथ
धाम के मध्य मंदिर
के शिखर, उस पर अंकित
धर्म ध्वजा को उकेरा गया
है। साथ ही किनारे गोलाकार
में हिंदी और अंग्रेजी भाषा
में श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी अंकित किया गया है। मुहर के निचले भाग
में दिनांक के साथ ही
वाराणसी प्रधान डाकघर व इसका पिनकोड
221001 लिखा गया है। उन्होंने कहा कि एक अद्भुत
संयोग है कि उधर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य-दिव्य
स्वरूप को देश को
समर्पित कर रहे हैं,
इधर डाक विभाग उस पर विशेष
मुहर जारी कर रहा है।
हमें विश्वास है कि यह
मुहर काशी की सांस्कृतिक राजदूत
की भूमिका निभाएगा। मुहर पर श्रीकाशी विश्वनाथ
मंदिर के शिखर का
चित्र होने से लोगों में
आस्था का विस्तार होगा।
वहीं युवा पीढ़ी में उत्सुकता बढ़ेगी। इस विशेष मुहर
से पूरे विश्व में वाराणसी और भगवान शिव
से जुड़े सांस्कृतिक संबंधों का प्रसार होगा।
विश्व के शिवभक्तों के
लिए यह एक अमूल्य
निधि होगी। इसका उद्देश्य श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की महिमा, संस्कृति,
पवित्रता, काशी के इतिहास को
विश्व तक पहुंचाना है।
दिव्य-काशी, भव्य-काशी के साथ यह
काशी के सांस्कृतिक गौरव
और अस्मिता को नई पहचान
देगा।
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