Friday, 14 October 2022

सीएम योगी ने पुस्तक मोदी-20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं हार्टफेल्ट दी लिगेसी आफ फेथ का किया विमोचन

सीएम योगी ने पुस्तक मोदी-20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं हार्टफेल्ट दी लिगेसी आफ फेथ का किया विमोचन

मोदी के नेतृत्व में बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा देश : योगी

कहा, आज संकट में पूरी दुनिया देखती है भारत की तरफ

सुरेश गांधी

वाराणसी। सारनाथ स्थित बुद्धा थीम पार्क सभागार में शुक्रवार को एनआइडी फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित सद्भावना कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित डॉ. भरत बराई द्वारा लिखित पुस्तक मोदी-20 ड्रीम्स डिलीवरी एवं सतनाम सिंह चीफ फेड्रल एनआइडी फाउंडेशन की ओर से प्रस्तुत की गई पुस्तक हार्टफेल्ट दी लिगेसी आफ फेथ का विमोचन किया। दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ।

इस मौके पर योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज भारत बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा है। निश्चित रूप से आने वाले समय में पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की महाशक्ति बनेगा और विश्व कल्याण का नेतृत्व करेगा। जिस ब्रिटेन ने हम पर शासन किया था आज उसी को पछाड़कर भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। हम तीसरी सबसे सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर हैं। वह दिन दूर नहीं कि हम एक दिन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे। इसी का परिणाम है कि आज दुनिया में जहां भी कोई समस्या आती है तो लोग उससे निबटने के लिए भारत की तरफ आशा भरी नजरों से देखतें हैं। यह सब हमारी सद्भावना, दयालुता और सनातनी संस्कार के कारण ही यह संभव हुआ है। हम एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक भारत श्रेष्ठ भारत बनाने के लिए 135 करोड़ की आबादी को सहभागी बनाना होगा। देश के 135 करोड़ लोग मिलकर काम करेंगे तो भारत जल्द ही विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि देश का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों में है। एक नेता एक लंबे समय तक जन विश्वास को कायम नहीं रख सकता। यह उसके लिए बड़ी चुनौती होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं, वही करते हैं और जो भी कहते हैं, वही बोलते हैं। 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबका साथ सबका विश्वास की घोषणा की थी। इससे बड़ा सद्भावना और क्या हो सकती है। निःशुल्क आवास, स्वास्थ्य सुविधाएं, रोजगार के अवसर, बैंकों में जनधन खाता खोलने अन्य सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के सभी लोगों को प्राप्त हो रहा है। इसमें कोई जात-पात, धर्म और समुदाय को नहीं देखा गया।

इस दौरान राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, अध्यक्ष जिला पंचायत किरण मौर्य, महापौर मृदुला जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, विधायक टी.राम, कमिश्नर कौशल राज शर्मा सहित वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा, काशी के प्रबुद्धजन, महंत एवं पंजाब, दिल्ली, मुंबई, नेपाल के प्रबुद्धजन भी शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद सीएम ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव में भी दर्शन पूजन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्वविद्यालय के चांसलर द्वारा काशी के आर्थिक रूप से कमजोर एवं मेधावी सिख छात्रों को चंडीगढ़ विश्वविद्यालय में प्रवेश लिये जाने पर 64 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। संकटमोचन मंदिर के महंत विश्वंभर नाथ मिश्र, अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी, पातालपुरी के महंत बालक दास, निर्मल संप्रदाय के कमलजीत सिंह, काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी, स्वामी कृष्णानंद शास्त्री, वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागत एवं संयोज एनआईडी फाउंडेशन के सतनाम सिंह संधू ने किया।

काशी में योगी का शतक पार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काशी के प्रति विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र होने के चलते उनका लगाव और भी बढ़ गया। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के चलते वह हर माह कम से कम दो बार काशी आए। 88 बार बाबा विश्वनाथ दरबार में हाजिरी लगाकर दर्शन-पूजन किया और निर्माण कार्य की समीक्षा की। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने 68 महीने के कार्यकाल में 100 बार काशी का दौरा किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को 101वें दौरे पर वाराणसी पहुंचे। देखा जाएं तो बनारस विकास कामॉडलयूं ही नहीं बन गया, इसके पीछे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की वाराणसी की धुआंधार यात्रा रही है। मुख्यमंत्री योगी औसतन महीने में एक बार या फिर कभी-कभी दो बार काशी की यात्रा जरूर करते हैं। मुख्यमंत्री योगी प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के नव्य भव्य स्वरूप के नवनिर्माण की पहली से आखरी ईंट तक के गवाह रहे हैं। इतना ही नहीं वाराणसी के अपने दौरों को विकास और कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक तक ही सीमित नहीं रखते हैं बल्कि हर विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हैं, जिससे जनता से जुड़े विकास के काम अपने तय समय और गुणवत्ता के साथ पूरे हों। सीएम सनातन नगरी के कायाकल्प में शहर की पौराणिक पहचान को कायम रखने के लिए हर योजना पर स्वंय पैनी नजर रखते हैं।

भगवान राम सर्किट कृष्ण सर्किट कार्य प्रगति पर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि अहिल्याबाई ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण कराया, महाराजा रणजीत सिंह ने इसे स्वर्ण मंडित कराया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विस्तार कर मां गंगा का बाबा श्री विश्वनाथ से मिलन कराया। वैश्विक मंच पर भारत के महापुरुषों महान विभूतियों को जो पहचान आज मिल रहा है, पूर्व में संभव नहीं रहा। भगवान राम सर्किट कृष्ण सर्किट का कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा किसबका साथ सबका विश्वासका मंत्र भी सद्भावना का ही मंत्र है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 135 करोड़ जनता के विश्वास का प्रतीक बना है।

योगी ने विश्वनाथाम कालभैरव में मत्था टेका

तत्पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 89 वीं बार श्री काशी विश्वनाथ मंदिर एवं काशी के कोतवाल काल भैरव मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कॉरिडोर को भी देखा और मंदिर में आने वाले भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराए जाने हेतु मौके पर मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया। र्वा 2019 में 23 बार, वर्ष 2020 में 13 बार, वर्ष 2021 में 23 बार, वर्ष 2022 में 11 अक्टूबर तक 13 बार काशी का भ्रमण कर चुके हैं। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 मई 2017 से लेकर 11 अक्टूबर 2022 तक 89 बार बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा की पूजा अर्चना की है।

बग्गा ने योगी को धातु निर्मित गाय भेंट की

सारनाथ स्थित बुद्धा थीम पार्क सभागार में एनआइडी फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित सद्भावना कार्यक्रम में वाराणसी व्यापार मंडल अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धातु निर्मित गाय भेंट किया। इस दौरान योगी सहित मौजूद सभी धर्म गुरुओं को अंगवस्त्रम भी भेंट किया। इस मौके संकट मोचन मंदिर महंत इस अवसर पर व्यापार मंडल के सत्यप्रकाश जायसवाल, गुरमीत सिंह बग्गा, राजीव वर्मा, अरविंद जायसवाल, अमित पांडेय आदि लोग उपस्थित थे। इस मौके पर संकटमोचन मंदिर के महंत विश्वंभर नाथ मिश्र, अन्नपूर्णा मंदिर के महंत शंकर पुरी, पातालपुरी के महंत बालक दास, निर्मल संप्रदाय के कमलजीत सिंह, काशी विश्वनाथ मंदिर के पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी, स्वामी कृष्णानंद शास्त्री, वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा ने भी विचार व्यक्त किए। स्वागत एवं संयोज एनआईडी फाउंडेशन के सतनाम सिंह संधू ने किया।

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