वाराणसी को पीएम मोदी ने दिया गंगा रिवर क्रूज और टेंट सिटी का तोहफा
सबसे बड़े
रिवर
क्रूज
को
दिखाई
हरी
झंडी
दिखाने
के
बाद
गंगा
किनारे
टेंट
सिटी
सहित
1000 करोड़
की
योजनाओं
का
लोकार्पण
और
शिलान्यास
किया
क्रूज टूरिज्म
का
ये
नया
दौर
युवाओं
को
रोजगार
देगा
इससे भारत
की
अन्य
नदियों
में
भी
रिवर
क्रूजिंग
के
बारे
में
जागरूकता
बढ़ेगी
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को काशी के
विकास यात्रा में एक और उपलब्धि
के गवाह बने। उन्होंने बाबा भोलेनाथ की नगरी काशी
के संत रविदास घाट से एशिया का
सबसे बड़े रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को सबसे लंबी
नदी यात्रा पर वाराणसी से
डिब्रूगढ़ के लिए वर्चुअली हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय जलपत्तन
मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में
गंगा पार रेती पर बसी टेंट
सिटी और गाजीपुर व
बलिया में बनी चार फ्लोटिंग जेटी सहित 1000 करोड़ की परियोजनाओं का
बटन दबाकर लोकापर्ण व शिलान्यास किया।
इसके अलावा बिहार के पटना जिले
के दीघा, नकटा दियारा, बाढ़, पानापुर और समस्तीपुर जिले
के हसनपुर में पांच सामुदायिक घाटों की आधारशिला भी
रखी।एमबी गंगा विलास कुल 51 दिन में 25 नदियों से होकर गुजरेगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में
अंतर देशों के विकास का
एक जीवंत उदाहरण है। 24 राष्ट्रीय जलमार्ग के विकास पर
काम किया जा रहा है
और इनके पूर्ण होते ही देश के
शहरों के बीच भी
छोटे-छोटे क्रूज चलाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि गंगा पर
बन रहा राष्ट्रीय जलमार्ग पूरे देश के लिए एक
मॉडल की तरह विकसित
हो रहा है। नदी जल मार्ग अब
भारत की नई ताकत
बनेगा। गंगा विलास क्रूज काशी से डिब्रूगढ़ के
बीच विकास की एक नई
लकीर खींचेगा। यह क्रूज जहां-जहां से गुजरेगा वहां
विकास की नया मार्ग
तैयार होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरों के बीच लंबी रिवर क्रूज यात्रा के अलावा हम छोटे क्रूज को भी बढ़ावा देंगे। ये राष्ट्रीय जलमार्ग ट्रांसपोर्ट, ट्रेड और टूरिज्म के लिए एक महत्वपूर्ण माध्यम बन रहा है। मोदी ने कहा कि दुनिया भारत को जानने को उत्सुक है और काशी से शुरू हुई क्रूज यात्रा विश्व पर्यटन मानचित्र पर उत्तर भारत के पर्यटन स्थलों को सामने लाएगा।
उन्होंने कहा कि आज वाराणसी, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और बिहार, असम में समर्पित की जा रही एक हजार करोड़ रुपये की अन्य परियोजनाएं पूर्वी भारत में पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं को बढ़ावा देंगी।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे त्योहारों में दान, आस्था, तपस्या और आस्था और उनमें नदियों की भूमिका महत्वपूर्ण है। यह नदी जलमार्ग से संबंधित परियोजनाओं को और अधिक महत्वपूर्ण बनाता है। उन्होंने कर देशवासियों को मकर संक्रांति व लोहड़ी की बधाई दी। इससे पहले उन्होंने अपने भाषण की शुरूआत हर हर महादेव से की। पीएम ने कहा कि हमने अर्थ गंगा का अभियान चलाने के साथ गंगा को निर्मल करने के लिए सफाई पर फोकस किया। गंगा वलिस क्रूज अर्थ गंगा के अभयिन को नई ताकत देगा। जो लोग भारत के अलग-अलग खान पान का अनुभव लेना चाहते हैं ये क्रूज यात्रा उनके लिए रोमांचकारी होगी। पीएम ने कहा जो लोग पहले ऐसे अनुभवों के लिए विदेश जाते थे अब वो भारत में ही इसका आनंद ले पाएंगे।
काशी में पर्यटन के नये युग की शुरुआत : योगी
क्रूज यात्रा शुरू होने के अवसर पर सीएम योगी ने एमवी गंगा विलास क्रूज के शुभारंभ को काशी में पर्यटन के नये युग की शुरुआत बताते हुए कहा कि जलमार्ग से पूर्वी बंदरगाह के जुड़ने से कृषि और एमएसएमई उत्पादों को वैश्विक बाजार मिलेगा. नमामि गंगे परियोजना की वजह से बीते आठ सालों में मां गंगा स्वच्छ हुईं हैं. आज का दिन हम सब के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. सीएम योगी ने कहा कि काशी अपनी विरासत को संरक्षित रखते हुए वैश्विक मानचित्र पर उभरी है. उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे प्राचीन नगरी काशी दुनिया की आध्यात्मिक नगरी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बदलते भारत को दुनिया ने देखा है। दुनिया के सबसे लंबे जलमार्ग पर रवाना हो रहे गंगा विलास क्रूज और टेंट सिटी के जरिए वाराणसी में अब पर्यटन और रोजगार में बढ़ोतरी होगी।
उन्होंने कहा कि नमामि गंगे योजना के अंतर्गत गंगा को स्वच्छ एवं अविरल किया गया। वाराणसी में यात्री जल परिवहन शुरू होने से लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। काशी के नाविकों को भी रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। नावों को सीएनजी में तब्दील कराया गया है। काशी में पर्यटकों के आवक में बेतहाशा वृद्धि हुई है।
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