Sunday, 8 January 2023

’गो आधारित प्राकृतिक खेती’ से किसानों की चमकेगी किस्मत : योगी

गो आधारित प्राकृतिक खेतीसे किसानों की चमकेगी किस्मत : योगी

किसानों को इसके लिए इंसेंटिव दे रही है सरकार

गंगा किनारे के जिलों में होगी प्राकृतिक खेती

धरती माता के संरक्षण-संवर्धन के प्रति संकल्पित है सरकार

मकसद है धरती माता के साथ हो रहे खिलवाड़ से बचाना

भारत में जी-20 सम्मेलन गर्व की बात

स्वतंत्रता भवन में प्रदर्शनी का किया अवलोकन

सुरेश गांधी

वाराणसी। जलवायु परिवर्तन से हो रहे खतरे को देखते हुए अब समय की मांग है कि गौ आधारित प्राकृतिक खेती पर जोर दिया जाएं। ऐसे में जरुरी है कि रसायनयुक्त खेती की जगह गौ आधारित प्राकृतिक खेती की जाएं। इससे सिर्फ किसानों की किस्तम चमकेगी, बल्कि इंसानों में हो रहे तरह-तरह की जानलेवा बीमारियों से भी निजात पायी जा सकती है। यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहीं। वे रविवार को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी सुफलाम में किसानों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। विभिन्न योजनाओं के जरिए किसानों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। यूपी में गंगा किनारे के जिलों में प्राकृतिक खेती को बढावा दिया जाएगा। इसके लिए प्राकृतिक परिषद का गठन किया गया है। सीएम योगी ने कहा कि खुद के विकास के लिए लोग पर्यावरण को जहरीला बनाते जा रहे हैं। जीवन का अस्तित्व पांच तत्वों क्षिति, जल, पावक, गगन, समीरा से ही है। इसे अब बचाने की जरूरत है। या यू कहे धरती माता के साथ हो रहे खिलवाड़ को अब हरहाल में बंद किया जाना चाहिए। 

      सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अगले एक वर्ष तक भारत जी-20 देशों का नेतृत्व करके दुनिया को नया मार्गदर्शन देगा। यह भारत के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुंभ में 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे और दुनिया के सामने सुरक्षा, सुव्यवस्था स्वच्छता का एक बेहतरीन मॉडल प्रस्तुत हुआ था। उन्होंने कहा कि 1 दिसंबर से लेकर 30 नवंबर 2023 तक भारत के पास दुनिया के 20 उन बड़े देशों के नीति बनाने का अवसर प्राप्त हुआ है। जी-20 का नेतृत्व भारत कर रहा है। भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केवल नेतृत्व करेगा, बल्कि दुनिया को एक नया मार्गदर्शन देगा। इसमें भूमि और सतत विकास, भूमि उपयोग, प्रबंधन और कानून, भूमि और स्वास्थ्य, भूमि एवं अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य, खेती की पद्धति में बदलाव और उसके परिणाम के साथ ही भूस्खलन, खनन पर मंथन हुआ।

उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि आज पूरी दुनिया में जलवायु परिवर्तन की चर्चा जोरों से है, इसके लिए मानव जाति ही जिम्मेदार है। ऐसे परिस्थिति में किसी किसी को आगे आकर सुधार करना ही होगा। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस दौरान वैदिक ब्राह्मणों ने स्वस्तिवाचन और मंगलाचरण प्रस्तुत किया। इस दौरान प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भैया जी जोशी आदि रहे।

सीएम योगी ने किया टेंट सिटी का निरीक्षण

बीएचयू में सुफलाम कार्यक्रम में भाग लेने के बाद सीएम योगी गंगा पार टेंट सिटी की तैयारियों को देखने पहुंचे। इस दौरान अधिकारियों और टेंट सिटी की कार्यदायी संस्था के अधिकारी ने बताया कि टेंट सिटी में 900 वर्गफीट दस विला, 480-580 वर्गफीट में 50 सुपर डीलक्स और 250-400 वर्गफीट में 40 डिलक्स बनाए गए हैं। टेंट सिटी के एक क्लस्टर में 200 व्यक्तियों के ठहरने की सुविधा है। टेंट सिटी के बाद श्री काशी विश्वनाथ धाम में हाजिरी लगाई। मुख्यमंत्री सर्किट हाउस में कानून व्यवस्था और विकास कार्यो की समीक्षा के साथ ही जी-20 सम्मेलन की तैयारियों के बारे में अधिकारियों से चर्चा की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविदास पार्क में रविदास जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके बाद वे यहीं से क्रूज़ द्वारा गंगा उस पार रेती में बनाये जा रहे टेंट सिटी का निरीक्षण कर मौके पर मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

काशी विश्वनाथ धाम में दर्शन पूजन

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत दर्शन पूजन कर आशीर्वाद लेने के पश्चात नगर निगम द्वारा स्थापित रैन बसेरा का भी स्थलीय निरीक्षण किया।

रैने बसेरे में लोगों से मिले

निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने वहां रह रहे लोगों से उनका कुशलक्षेम पूछते हुए रैन बसेरा में किसी भी प्रकार की कमी होने की भी बात पूछी। लोगों ने रैन बसेरा के व्यवस्था पर मुख्यमंत्री से संतोष जताया। मौके पर मौजूद अधिकारियों को मुख्यमंत्री ने निर्देशित करते हुए कहा कि ठंड के मौसम में कोई भी व्यक्ति खुले में सोने पाए। रैन बसेरों में बिस्तर एवं कंबल आदि का समुचित व्यवस्था होने के साथ ही शौचालय एवं साफ सफाई का समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। 

रैन बसेरों में किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होनी चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, मंत्री रविंद्र जायसवाल, अध्यक्ष जिला पंचायत, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक डॉ अवधेश सिंह, कमिश्नर कौशल राज शर्मा, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम सहित अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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