Saturday, 16 March 2024

पूर्वांचल में दो चरणों में होगी वोटिंग

इस बार पीएम मोदी के भाग्य का फैसला 19.39 लाख काशीवासी करेंगे

पूर्वांचल में दो चरणों में होगी वोटिंग

21 जिलों में 27 सीटों पर डालें जायेंगे साढ़े छह करोड़ वोट

25 मई को छठा पहली जून को सातवें चरण में होगा मतदान

सुरेश गांधी

वाराणसी। निर्वाचन आयोग ने शनिवार को
लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। तारीखों के एलान होने के साथ ही देश में आचार संहिता लागू हो गई है। चुनाव की तारीखों का एलान होने के साथ ही सभी राजनीतिक दलों में जीत के लिए मंथन शुरू हो गया है। वहीं जिन सीटों पर पार्टियों ने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, वहां प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। यूपी की 80 लोकसभा सीटों पर सात चरणों में मतदान होगा। जबकि चार जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आएगा। यूपी के पूर्वांचल के 21 जिलों में 27 लोकसभा सीटें हैं। जबकि 130 विधानसभा सीटें हैं. इस इलाके में 6.37 करोड़ (2011 की जनगणना) आबादी रहती है जो कुल आबादी का 32 फीसदी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी शामिल हैं।

छठा चरण में 25 मई को सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, फ़ूलपुर, इलाहाबाद, अम्बेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संत कबीर नगर, लालगंज, आज़मगढ़, जौनपुर, मछली शहर भदोही में वोट डालें जायेंगे। जबकि सातवां चरण में 1 जून को महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, घोसी, सलेमपुर, बलिया, गाज़ीपुर, चन्दौली, वाराणसी, मिर्जापुर और राबर्ट्सगंज में वोटिंग होगी। खास यह है कि इस बार यूपी में कुल 15.29 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. जिसमें 50 लाख युवा मतदाता हैं. इनमें से 20.40 लाख ऐसे युवा मतदाता हैं, जो पहली बार मतदान करेंगे. पीएम नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट वाराणसी में 1 जून को मतदान होगा. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी लोकसभा सीट पर सातवें और अंतिम चरण में वोटिंग होगी। एक जून को यहां चुनाव होगा।

                बता दें कि भाजपा ने पीएम मोदी को लगातार तीसरी बार वाराणसी लोकसभा सीट से मैदान में उतारा है। इस बार काशी के 19 लाख 39 हजार 255 मतदाता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाग्य का फैसला करेंगे। जिसमें पुरुष मतदाता 10 लाख 53 हजार 293 और महिला मतदाता आठ लाख 85 हजार 827 हैं। इसके अलावा ट्रांसजेंडर वोटर्स 135 हैं। 2014 में मुझे मां गंगा ने बुलाया है... से लेकर 2024 में मोदी की गारंटी की गूंज की तैयारी भाजपा ने कर ली है। इसी रणनीति के तहत पीएम मोदी को एक बार फिर काशी से भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है। वहीं आजादी के बाद पीएम मोदी के सामने उस रिकॉर्ड की बराबरी का भी मौका होगा, जब काशी से लगातार तीसरी बार सांसद हो सकते हैं। इससे पहले कांग्रेस के रघुनाथ सिंह और भाजपा के शंकर प्रसाद जायसवाल लगातार तीन बार सांसद बने थे।

पीएम मोदी ने 2019 का चुनाव रिकॉर्ड अंतर से जीता था। वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर, रुद्राक्ष केंद्र, कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्धाटन, मेडिकल कालेज का शिलान्यास, सिद्धार्थनगर समेत पूर्वांचल के 7 जिलों में मेडिकल कॉलेज का उद्घाटन, आजमगढ़ में स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास जैसी योजनाओं पर काम किया गया है. वाराणसी संसदीय क्षेत्र 5 विधानसभा सीटे है. जिसमें रोहनिया, वाराणसी उत्तर, वाराणसी दक्षिण, वाराणसी कैंट और सेवापुरी शामिल है. 2019 में नरेंद्र मोदी ने 479,505 वोटों के अंतर से बहुत बड़ी जीत दर्ज की थी. पीएम नरेंद्र मोदी को 674,664 वोट मिले थे. जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही सपा की प्रत्याशी शालिनी यादव के पक्ष में बस 195,159 वोट ही पड़े थे. इस तरह साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भी पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल को 371,784 वोटों के भारी अंतर से हराकर पटखनी दी थी. साल 2009 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने वाराणसी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से बड़ी जीत हासिल की थी. उनको कुल 203,122 वोट मिले थे. वहीं उनके सामने बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मुख्तार अंसारी को 185,911 मिले थे.

पूर्वांचल ने देश को 5 पीएम दिए

पूर्वांचल ने देश को 5 प्रधानमंत्री दिए हैं, जिनमें पंडित जवाहर लाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, वीपी सिंह, चंद्रशेखर और वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आते हैं. ये इलाका अति पिछड़ी जातियों वाला है जहां राजभर, निषाद और चौहान जातियां निर्णायक स्थिति में हैं. पूर्व पीएम चंद्रशेखर के 23 साल बाद 2014 में पूर्वांचल ने देश को पीएम दिया तो वहीं 29 साल बाद वीर बहादुर सिंह के बाद 2017 में पूर्वांचल से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बने.

2014 में 23 सीटों पर जीत

2014 में बीजेपी को यहां से 23 सीटों पर जीत हासिल हुई थी वहीं उनकी सहयोगी अपना दल दो सीटों पर जीती. इस तरह एनडीए ने 26 में से 25 सीटों पर फतह हासिल की, जबकि एक सीट पर सपा को जीत मिली. 2019 में बीजेपी के खिलाफ सपा-बसपा ने मिलकर चुनाव लड़ा, जिसका असर इस इलाके में देखने को मिला. बीजेपी को यहां 4 सीटों का घाटा हुआ और 19 पर जीत मिली अपना दल को दो सीटें मिली वहीं बसपा जो जीरो से बढ़कर 4 सीटों पर जीत हासिल हुई.

बीजेपी की बड़ी तैयारी

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी ने बड़े स्तर पर चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार की है. इसके तहत उत्तर प्रदेश भर में कई रैलियां प्रस्तावित हैं. आगामी लोकसभा चुनाव में मिशन 400 और यूपी मिशन 80 को फतह को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपना मेगा प्लान तैयार कर लिया है. इस प्लान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे ऊपर है. यूपी में पीएम मोदी की उपस्थिति ही वोट बैंक बनाने कि कुब्बत रखती है.

यूपी लोकसभा सीट 80

मतदान केंद्र 1.62 लाख

शहरी 38959

ग्रामीण 1.23 लाख

कुल मतदाता 15.29 करोड़

8.14 करोड़ पुरुष मतदाता

7.15 करोड़ महिला मतदाता

7705 ट्रांसजेंडर

10.50 लाख दिव्यांगजन

24.30 लाख बुजुर्ग मतदाता

31774 मतदाता सौ साल से अधिक के

2.79 लाख सर्विस मतदाता

20.41 लाख युवा पहली बार मतदाता बने

20 से 29 वर्ष के 30 लाख युवा मतदाता

कब कितने वोट पड़े

वर्ष 2019 में 59.11 प्रतिशत मतदान हुआ था

वर्ष 2014 में एक हजार पुरुषों की तुलना में 824 महिला मतदाता

वर्ष 2019 में एक हजार पुरुषों की तुलना में 848 महिला मतदाता

वर्ष 2024 में एक हजार पुरुषों की तुलना में878 महिला

दिनेश लाल यादव निरहुआ

आजमगढ़ लोकसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ को उम्मीदवार बनाया है. यहां छठवें चरण में 25 मई को मतदान होगा.

कब कहां होगी वोटिंग

लोकसभा चरण तारीख

वाराणसी               सातवां    1 जून

मिर्जापुर                 सातवां    1 जून

राबर्ट्सगंज            सातवां    1 जून

चंदौली                   सातवां    1 जून

गाजीपुर                 सातवां    1 जून

बलिया                    सातवां    1 जून

घोसी                      सातवां    1 जून

जौनपुर                   छठवां    25 मई

आजमगढ़             छठवां    25 मई

लालगंज                 छठवां    25 मई

भदोही                    छठवां    25 मई

मछलीशहर           छठवां    25 मई

दलों के प्रत्याशी

वाराणसी, मिर्जापुर और आजमगढ़ मंडल के प्रमुख लोकसभा सीटों पर भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। जिसमें वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर और चंदौली की वीआईपी सीटों पर पूरे प्रदेश की नजर है। काशी से तीसरी बार भाजपा ने पीएम मोदी को प्रत्याशी बनाया है। इस सीट पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। वहीं आजमगढ़ से निरहुआ पर फिर से भाजपा ने भरोसा जताया है। साथ ही चंदौली से केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय को भी तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारा गया है। जौनपुर से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह प्रत्याशी बनाए गए हैं।  भाजपा ने आजमगढ़, वाराणसी और मिर्जापुर मंडल की 13 (देवरिया की सलेमपुर आंशिक के साथ) में से छह लोकसभा सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम का एलान किया है। वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चंदौली से केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय और सलेमपुर से डॉ रविंद्र कुशवाहा तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारे गए हैं। आजमगढ़ लोकसभा सीट से उपचुनाव जीतने वाले दिनेशलाल यादव निरहुआ पर पार्टी ने फिर भरोसा जताया है। आजमगढ़ की लालगंज सुरक्षित सीट से पिछला चुनाव हारने वाली नीलम सोनकर को फिर प्रत्याशी बनाया गया है। जौनपुर से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह प्रत्याशी बनाए गए हैं। देवरिया की सलेमपुर लोकसभा सीट से सांसद रविंद्र कुशवाहा फिर प्रत्याशी बनाया गया है। सलेमपुर लोकसभा क्षेत्र से ही बलिया के तीन विधानसभा क्षेत्र (बांसडीह, सिकंदरपुर और बेल्थरा रोड) जुड़े हैं। तृणमूल कांग्रेस ने भदोही से ललितेश पति त्रिपाठी पर जताया भरोसा है।

 

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