शिवालयों में श्रद्धा की बयार, केशरियां वस्त्र व माथे पर त्रिपुंड लगाएं पहुंचे श्रद्धालु
बाबा विश्वनाथ धाम में रात 11 बजे तक 3 लाख 9 हजार 716 श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेकशिवभक्तों पर
बरसाएं
गए
पुष्प,
कपाट
खुलते
ही
गूंजा
हर-हर
महादेव
कतारबद्ध आस्थावानों
ने
किया
जलाभिषेक,
महिला,
पुरुष,
बच्चे,
जवान,
बुजुर्ग
सभी
भगवान
भोलेनाथ
की
भक्ति
में
डूबे
हुए
नजर
आए
सुरेश गांधी
वाराणसी। भगवान शिव की आराधना का पावन महीने सावन में पूरा वातावरण शिवमय हो गया है. हर तरफ हर हर महादेव की गूंज के बीच भगवामय नजर आ रहा है। पूजन-अर्चन व जलाभिषेक के लिए शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। देर रात से ही काशी विश्वनाथ धाम सहित समेत शहर से लेकर देहात तक में शिवालयों पर भक्तों का जमावड़ा रहा। मंदिरों को खास ढंग से सजाया गया है.
खासकर श्री काशी विश्वनाथ धाम में भगवान शिव को दिव्य गौरी शंकर रूप में सजाया गया है. महिला, पुरुष, बच्चे, जवान, बुजुर्ग सभी भगवान भोलेनाथ की भक्ति में डूबे हुए नजर आए। बाबा विश्वनाथ धाम में जलाभिषेक करने पहुंचे कावड़ियों पर मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा व मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने पुष्पवर्षा कीं।
शिव भक्तों को कोई कष्ट न हो, इसका प्रशासन द्वारा ध्यान रखा गया। लाइन रूकने पर दूसरी लाइन की व्यवस्था कर दी जा रही थी। मंदिर में प्रवेश करने पर महिलाओं की लाइन अलग कर दी जा रही थी। सायंकाल 6 बजे तक बाबा को जल चढ़ाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 2 लाख 43 हजार 67 रही। जबकि रात 11 बजे तक यह संख्या 3 लाख 9 हजार 716 पहुंच गयी। ग्रामीण अंचलों के शिवालयों में हर हर बम बम भोले के जयघोष गुंजायमान रहे। सभी शिव मंदिरों पर सुबह 4 बजे मंगला आरती होने के बाद श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
भगवान महादेव के गर्भग्रह में शिवलिंग पर गंगाजल द्वारा सहस्त्रधारा छोड़ी गई. श्रद्धालुओं द्वारा शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, घी, शहद और शर्कर द्वारा अभिषेक किया गया. श्रद्धालुओं द्वारा भगवान भोलेनाथ के भक्तों के लिए भंडारे भी लगाये. जगह-जगह स्टॉल लगाकर भोग प्रसादी वितरित की गई.
श्री
काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य
कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने
एक बयान में बताया
कि इस साल सावन
के महीने में पांच सोमवार
हैं और भगवान शिव
हर हफ्ते एक नए रूप
में दर्शन देते हैं. सावन
के दूसरे सोमवार को भगवान महादेव
को गौरी शंकर (शंकर
पार्वती) के रूप में
सजाया गया है और
भक्त इस विशेष रूप
में बाबा के दर्शन
कर रहे है।
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