सुलह-समझौते के आधार पर मामलों के निस्तारण पर : जिला जज
राष्ट्रीय लोक
अदालत
में
कुल
244848 वादों के निस्तारण के
सापेक्ष
कुल
26 करोड़
01 लाख,
17 हजार
602.37 रूपये वसूले गए
न्यायालय परिसर
में
जगह
जगह
पर
बनाएं
गए
हेल्पडेस्क
से
वादकारियों
को
मिली
सहायता
आरके नेत्रालय
के
सहयोग
से
निःशुल्क
नेत्र
परीक्षण
शिविर
लगाया
गया
सुरेश गांधी
वाराणसी। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण एवं
उप्र राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के
निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा
प्राधिकरण के तत्वाधान में
रविवार को राष्ट्रीय लोक
अदालत का आयोजन किया
गया। लोक अदालत का
शुभारंभ जनपद न्यायाधीश एवं
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष
संजीव पाण्डेय ने दीप प्रज्वलित
कर किया। इस अवसर पर
जिला जज ने कहा
कि राष्ट्रीय लोक अदालत में
सुलह-समझौते के आधार पर
अधिकाधिक मामलों का निस्तारण कराया
जाए। सुलह से मामले
का निस्तारण होने पर दोनों
पक्षों में प्रेम बढ़ता
है और दुराव खत्म
हो जाता है।
जनपद न्यायाधीश ने
कहा कि सभी विभागों
के नोडल अधिकारी सभी
मामलों से संबंधित नोटिस
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को
उपलब्ध करा दें, जिससे
नोटिसों का समय से
सौ फीसद तामीला कराया
जा सके। उन्होंने बैंक
अधिकारियों को निर्देश दिया
कि हर तरह के
मामलों को लोक अदालत
में रखें। बता दें, राष्ट्रीय
लोक अदालत में जनपद न्यायालय
में कुल 35947 वादों का निस्तारण किया
गया। जिसमें दीवानी के कुल 135 वाद,
पारिवारिक वाद 88, मोटर, दुर्घटना क्षतिपूर्ति के 35 वाद में बीमा
कम्पनी द्वारा पीडित पक्षकारों को 19134600 रुपये की धनराशि दिलायी
गयी। फौजदारी के 35532 मामलों मे अर्थदण्ड के
रूप में 1438640 रुपये वसूल किया गया।
एनआई एक्ट के 142वादों
में 39338823 रुपये वसूल किया गया।
पैको व कम्यूनिकेशन प्रीलिटिगेशन
स्तर के 9262 मामलों का निस्तारण किया
गया, जिसमें 129257000 रुपये की धनराशि की
वसूली हेतु समझौता हुआ।
जिला प्रशासन एवं
अन्य विभागों द्वारा कुल 199371 वादों का निस्तारण किया
गया, जिसमें 13544641 रुपये की धनराशि वसूली
हेतु समझौता हुआ। श्रम विभाग
द्वारा कुल 33 वादों का निस्तारण किया
गया, जिसमें 3333817 रुपये की धनराशि वसूली
हेतु समझौता हुआ तथा अन्य
में 235 वाद का निस्तारण
हुआ। इस प्रकार राष्ट्रीय
लोक अदालत में कुल 244848 वादों
का निस्तारण हुआ, जिसमें कुल
मिलाकर 260117602.37रूपये वसूली किया गया। इस
राष्ट्रीय लोक अदालत में
न्यायालय परिसर में जगह जगह
पर हेल्पडेस्क बनाये गये। जो वादकारियों
को आवश्यक सहायता प्रदान किये। राष्ट्रीय लोक अदालत में
आरके नेत्रालय महमूरगंज के सहयोग से
निःशुल्क नेत्र परीक्षण शिविर लगाया गया। जिसमें बहुत
से वादकारियो द्वारा अपनी आँखों का
निःशुल्क जाँच करवाया गया
तथा आरके नेत्रालय की
ओर से निःशुल्क दवा
को वितरण भी किया गया।
राष्ट्रीय लोक अदालत के
अवसर पर न्यायालय परिसर
में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के
निर्देशानुसार केन्द्रीय कारागार के कैदियों द्वारा
बनाये गये उत्पादों जैसे-लकड़ी के खिलौने,
दरी, गमछा तथा खाद्य
सामग्री में अचार, ब्रेड,
बिस्किट तथा बल सम्प्रेक्षण
गृह, रामनगर तथा बालक बालगृह,
रामनगर तथा आफ्टर केयर
होम रामनगर में रह रहे
सम्वासिनियों तथा बच्चों द्वारा
बनाये गये विभिन्न प्रकार
के आर्ट क्राफ्ट तथा
बैग आज की प्रदर्शनी
में लगाये गये। जिसमे बड़ी
संख्या में लोगों ने
खरीदने में रूची दिखायी।
बैंकों से संबन्धित प्रीलिटिगेशन
बाद का संचालन एडवोकेट
अनूप कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया। विजय
कुमार विश्वकर्मा, सचिव, जिला विधिक सेवा
प्राधिकरण द्वारा इस राष्ट्रीय लोक
अदालत को अत्यधिक सफल
बनाने हेतु समस्त न्यायिक
अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारियो, पुलिस प्रशासन, अधिवक्तागण, बैंक अधिकारियो कर्मचारियों
एवं वादकारियों का धन्यवाद ज्ञापित
किया गया। साथ ही
सम्बन्धित कर्मचारियों के प्रयासों की
सराहना की गयी। राष्ट्रीय
लोक अदालत में पीठासीन अधिकारी
परिवार न्यायालय एके श्रीवास्तव, अध्यक्ष
स्थायी लोक अदालत संतराम,
अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम
रविन्द्र कुमार श्रीवास्तव, राष्ट्रीय लोक अदालत नोडल
अधिकारी अपर जनपद न्यायाधीश
अनिल कुमार तथा यूनियन बैंक
के क्षेत्रीय प्रमुख व सभी न्यायिक
अधिकारीगण उपस्थित रहें।
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