Friday, 2 August 2024

सावन की शिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, कांवड़ियों ने किया भोले बाबा का जलाभिषेक

सावन की शिवरात्रि पर मंदिरों में उमड़े श्रद्धालु, कांवड़ियों ने किया भोले बाबा का जलाभिषेक 

दिनभर हर मंदिर भोले के जयकारों के साथ गूंजता रहा

शिवरात्रि के चलते शिवालयों को विभिन्न प्रकार की लाइटों से सजाया गया

बाबा विश्वनाथ धाम के बाहर लंबी कतारों में खड़े श्रद्धालु हाथ में पूजा की थाली लिए भोले बाबा के दर्शन करने का इंतजार करते दिखे

सुरेश गांधी

वाराणसीं सावन की शिवरात्रि पर शुक्रवार को मंदिरों में शिव भक्तों ने भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक किया। प्रयागराज सहित अन्य जनपदों से गंगाजल लेकर आएं कांवड़ियों ने पूरी श्रद्धा से बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक किया। इस दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए थे। सावन शिवरात्रि का खास महत्व माना गया है. इसलिए आज मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा। सुबह से ही भक्त शिवालयों में पूजा-अर्चना करते नजर आए. वहीं कांवड़िये रात 12 बजे के बाद से ही भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए कतारबद्ध हो गए थे।

इस पवित्र दिन पर भोलेनाथ की विधिवत पूजा की। पूजा-अर्चना के लिए दोपहर तक मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई. मंदिरों में भगवान भोलेनाथ के भक्तों का तांता रात भर से लगातार लगा रहा। दिनभर हर मंदिर भोले के जयकारों के साथ गूंजता रहा। खासकर बाबा विश्वनाथ धाम के बाहर लंबी कतारों में खड़े श्रद्धालु हाथ में पूजा की थाली लिए भोले बाबा के दर्शन करने का इंतजार करते दिखे.शिवरात्रि के चलते शिवालयों को विभिन्न प्रकार की लाइटों से सजाया गया है. साथ ही मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी की गई है. हर साल की तरह इस साल भी कांवड़ का क्रेज नजर आया.

पैदल और डाक कांवड़ लेकर आए भोले भक्तों ने अलग-अलग मंदिरों में भगवान शिव का जलाभिषेक किया. डाक कांवड़ लाने वाले श्रद्धालु भोले के भजनों पर नाचते-गाते मंदिर पहुंचे. कांवड़ यात्रा के चलते रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक शहर की सड़कों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई थी. हालांकि दिनभर भक्त शिवालयों में भजन-कीर्तन कर भगतीमय रस में डूबे नजर आए. ग्रामीण अंचलों में कभी तेज तो कभी रिमझिम फुहार को प्रभु का आशीष मान शिव भक्त देवालयों में भक्तों ने जलाभिषेक किया। शहर के अन्य देवालयो में भी कमोबेश यही स्थिति रही. सांझ ढलते मंदिरों में पुष्प शृंगार कर भोले बाबा की आरती उतारी गयी. छप्पन भोग लगाया गया. ऐसी मान्यता है कि इस दिन महादेव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना अति फलदायी होती है. इसी भाव से घरो में पूजा-अर्चना तो की ही गयी. साथ ही मंदिरों में भी भक्तों ने जलाभिषेक किया.

तीसरी सोमवारी पर जलार्पण करने

के लिए कल निकलेंगे कांवरिये

तीसरी सोमवारी पर भोले बाबा के जलार्पण करने को लेकर रविवार की रात बड़ी संख्या में कांवरियां निकलेंगे. ग्रामीण अंचलों में देर रात चौक चौराहों पर भक्तों का जमावड़ा लगेगा. यहां से ज्यादातर भक्त पदयात्रा करते हुए गंगा की ओर रुख करेंगे तो कुछ वाहन से प्रस्थान करेंगे. जगह-जगह विभिन्न धार्मिक और सामाजिक संगठनों की ओर से सेवा शिविर लगाकर चाय यादि चीजें बांटी जायेंगी.

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