मुख्यमंत्री योगी ने निर्माणाधीन शंकर नेत्रालय का जाना हाल
कहा, मरीजों
को
बेहतर
इलाज
व
उनकी
देखभाल
हेतु
आधुनिक
सुविधाएं
उपलब्ध
कराना
अस्पताल
प्रबंधन
की
नैतिक
जिम्मेदारी
सुरेश गांधी
वाराणसी। दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को हरहआ स्थित हरिहरपुर में निर्माणाधीन शंकर नेत्र चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मरीजों को बेहतर इलाज व उनकी देखभाल हेतु आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी अस्पताल प्रबंधन की है। इस कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होने पाएं। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने नगर निगम द्वारा शुरु किए गए स्वच्छता अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह स्वच्छता कार्यक्रम अभियान गांधी जयंती 02 अक्टूबर तक निरंतर चलेगा।
बता दें, शंकर नेत्रालय
का 17वां केंद्र तुलसी
पट्टी हरिहरपुर रिंग रोड फेज
वन में अपने निर्माण
के अंतिम दौर में है।
अस्पताल में मेडिकल उपकरण
भी लगाएं जा चुके है।
अब सिर्फ उद्घाटन की औपचारिकताएं बाकी
है। 100 करोड़ रुपये की
लागत से बनने वाले
अस्पताल से शहर के
साथ ही ग्रामीण क्षेत्र
के लोगों को बेहतर चिकित्सा
सुविधा का लाभ मिलेगा।
आंखों के इलाज के
लिए दूर-दराज नहीं
भटकना होगा। “सर्व इंद्रियांणांम नैनम
प्रधानम“ अर्थात सभी इंद्रियों में
आंख प्रमुख है हम संसार
को इसके द्वारा ही
देखते हैं। इसलिए इसे
ठीक रखना जरूरी है।
इसी बात को ध्यान
में रखकर श्री कांची
मठ की ओर से
वर्ष 1974 में नेत्र चिकित्सा
सेवा के लिए कोयंबटूर
में एक छोटे से
कमरे में यह सेवा
कार्य प्रारंभ किया था। नेत्र
चिकित्सा सेवा कार्य का
विस्तार इस समय भारत
के 13 राज्यों में 16 केंद्रों के द्वारा किया
जा रहा है। 17वां
केंद्र वाराणसी में खुलने जा
रहा है।
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