राष्ट्र की अनमोल धरोहर थे शहीद बाबू जगत सिंह : रवींद्र जायसवाल
लहुराबीर - जगतगंज
मार्ग
पर
शहीद
बाबू
जगत
सिंह
द्वार
का
हुआ
लोकार्पण
सुरेश गांधी
वाराणसी। अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ वर्ष
1799 में विद्रोह का बिगुल फूंकने
वाले महानायक शहीद बाबू जगत
सिंह की स्मृति में
रविवार को जगतगंज में
शहीद बाबू जगत सिंह
द्वार का लोकार्पण हुआ।
लहुराबीर जगतगंज मुख्य मार्ग पर राजकीय क्वींस
इंटर कॉलेज के ठीक सामने
लोक निर्माण विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्मित द्वार का लोकार्पण प्रदेश
के स्टाम्प एवं पंजीयन राज्यमंत्री
(स्वतंत्र प्रभार) रवींद्र जायसवाल ने भव्य समारोह
में किया। सैकड़ों की संख्या में
मौजूद गणमान्यजनों की उपस्थिति में
गुलाब की पंखुड़ियों की
वर्षा के बीच राज्यमंत्री
ने पहले शिलापट्ट का
अनावरण किया, तत्पश्चात मुख्य मार्ग पर बने द्वार
का पर्दा खींचकर देश को समर्पित
कर दिया।
इस अवसर पर
राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज के
प्रांगण में आयोजित सभा
को संबोधित करते हुए राज्यमंत्री
रवींद्र जायसवाल ने कहा कि
शहीद बाबू जगत सिंह
काशी की ही नहीं
बल्कि सम्पूर्ण भारत राष्ट्र की
अनमोल धरोहर थे, उनकी शहादत
की स्मृतियों को नमन करने
के उद्देश्य से बने इस
द्वार को हम समस्त
देशवासियों को समर्पित करते हैं,
हर उस शहीद को
समर्पित करते हैं
जिसने देश की स्वाधीनता
में अपना जान न्यौछावर
कर दिया। देश की गुलामी
का सबसे प्रमुख कारण
क्षेत्रवाद, जातिवाद और व्यक्तिवादिता रही,
बाबू जगत सिंह ने
अट्ठारहवीं शताब्दी में इस बंधन
को तोड़ राष्ट्र के
लिए अपनी शहादत दी।
उन्होंने कहा कि अब
फिर से वह समय
आ गया है कि
सारे देशवासी जाति, क्षेत्र और धर्म से
ऊपर उठकर एक सूत्र
में पिरोए जाए, अन्यथा फिर
से गुलामी की वहीं त्रासदी
झेलनी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा कि काशी
की धरती वीरों की
धरती रही है, शहीद
बाबू जगत सिंह उनमें
से एक थे, उनके
इतिहास को खंगाल कर
सबके सामने लाने का जो
प्रयास जगतगंज राज परिवार द्वारा
हुआ है वह ऐतिहासिक
है। उन्होंने कहा कि स्थानीय
जनप्रतिनिधियों के सहयोग से
काशी में एक शहीद
संग्रहालय की स्थापना का
प्रस्ताव भी जल्द लाया
जाएगा।
इसके पूर्व अतिथियों
का स्वागत राज परिवार के
प्रतिनिधि प्रदीप नारायण सिंह ने किया।
विषय स्थापना डॉ. (मेजर )अरविंद
सिंह एवं संचालन अशोक
आनंद ने किया। इस
मौके पर भजन गायिका
सुमन अग्रहरि ने भजनों एवं
देशभक्ति गीतों की सुमधुर प्रस्तुतियां
दी। उन्होंने राम आएंगे तो
अंगना सजाऊंगी, दिल दिया है
जान भी देंगे, ए
वतन तेरे लिए, माँ
तुझे सलाम जैसे आदि
सुमधुर गीतों से माहौल को
देशभक्ति के रंग में
रंग दिया। इस अवसर पर
एम.एल.सी. धर्मेंद्र
राय, भाजपा जिलाध्यक्ष एवं एम.एल.सी. हंसराज विश्वकर्मा,
पूर्व एम.एल.सी.
केदारनाथ सिंह, महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, प्रो. चंद्रमौलि
उपाध्याय, प्रो. रामचंद्र पाण्डेय, रिसर्च कमेटी की प्रोफेसर राणा
पी. बी. सिंह, त्रिपुरारी
शंकर(एडवोकेट), डॉ. अरविंद कुमार
सिंह, राजेंद्र कुमार दुबे, केदार
तिवारी, अरविंद
कुमार सिंह (एडवोकेट) डॉ. आरएन सिंह,
डॉ. विक्रमादित्य राय सहित अन्य
गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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