Monday, 11 November 2024

गली-गली गूंजेगी शहनाई, शुभ मुहूर्त में होंगी 155 हजार शादियां

गली-गली गूंजेगी शहनाई, शुभ मुहूर्त में होंगी 155 हजार शादियां 

पहले ही दिन होगी 1500 शादियां

पूर्वांचल में होगा लगभग 35 हजार करोड़ का कारोबार

शादी को भव्य बनाने के लिए इवेंट मैनेजमेंट का लोग ले रहे सहारा

इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि जैसे रहेगा शुभ संयोग

रवि योग सुबह 6.40 से 7.52 तक और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 7.52 से दूसरे दिन 5.50 बजे तक रहेगा

सुरेश गांधी

वाराणसी। देव प्रबोधिनी एकादशी यानी देवउठनी ग्यारस से विवाह के शुभ मुहूर्त की शुरुआत मंगलवार से होगी। इस अवसर पर तुलसी-शालीग्राम विवाह के बाद सिर्फ शुभ घड़ियों पर लगा ब्रेक खत्म हो जायेगा, बल्कि वेडिंग सीजन भी धूम मचाएगी। शादी और अन्य मांगलिक कार्यों का श्रीगणेश होगा। गली-गली शहनाई गूंजने लगेगी। जानकारों की मानें तो वेडिंग सीजन में इस बार 51 से ज्यादा विवाह मुहूर्त हैं। केवल वाराणसी सहित पूर्वांचल में ही इस दौरान 155 हजार ज्यादा विवाह होंगे। इस विवाह समारोह से बाजार भी झूमकर नाच उठेगा। नाचे भी क्यों , करीब 35 हजार करोड़ का व्यापार-व्यवसाय ज्वेलरी, कैटरिंग, होटल, गार्डन, हॉस्पिटैलिटी, क्लादिंग, फोटो-वीडियो ग्राफर, ब्यूटी पॉर्लर, इवेंट मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल्स के साथ अन्य बाजारों में जमकर धूम-धड़ाका करेगा। अलग-अलग सेक्टर में 10 से 35 फीसदी तक ज्यादा कारोबार दिखेगा। 

शहर में एक बार फिर शादियों का दौर शुरू होने जा रहा है, क्योंकि 12 नवंबर से देवउठनी एकादशी के बाद शुभ मुहूर्त का दौर शुरू हो रहा है. इस बार देवउठनी एकादशी के साथ ही नवंबर और दिसंबर में शादियों की चकाचौंध देखने को मिलेगी. शादियों के इस मौसम के चलते शादी गार्डन, होटल, धर्मशालाएं और बैंड-बाजा की बुकिंग्स तेजी से हो रही है. दीपावली के बाद बाजार में आई रौनक अब शादी के सीजन से और बढ़ने वाली है.शहर से लेकर देहात तक में में शादी समारोहों की धूम इस बार कुछ खास है. विवाह के लिए शुभ मुहूर्त केवल सुखद जीवन की शुरुआत के लिए आवश्यक मानें जाते हैं, बल्कि वे विवाह के संयोगों में भी सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करते हैं. इस साल नवंबर और दिसंबर में क्रमशः 3 और 7 शुभ मुहूर्त हैं, जिसमें सैकड़ों विवाह समारोह संपन्न होंगे.

एक वर्ष में विवाह के शुभ मुहूर्त की संख्या लगभग 40 होने जा रही है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार विवाह के लिए चंद्र, सूर्य और बृहस्पति की विशेष स्थिति को देखकर ही मुहूर्त निकाले जाते हैं. शुभ मुहूर्तों के चलते नवविवाहित जोड़ों को अनुकूल ग्रह संयोगों का लाभ मिलता है, जिससे विवाह के सुखद संयोग बनते हैं. केटर्रस का कहना है कि इस बार शादी सीजन बहुत अच्छा रहने वाला है। जिससे गार्डन, कैटरिंग, शहनाई पार्टी, कपड़ा, सराफा, बर्तन एवं अन्य व्यापार जो इस साल अप्रैल मई में शादी होने के कारण कमजोर रहा, उसकी पूर्ति होगी। पहले से अब शादियों में कई बदलाव देखने मिल रहे हैं। टेंट हाउस, हलवाई, पंडित, ब्यूटी पार्लर संचालकों को भी शादी को लेकर बुक किया जा रहा है। वहीं, बाजार में ज्वेलर्स, कपड़े, फर्नीचर और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदारों पर भी खरीदारी फिर से बढ़नी शुरू हो जाएगी।

महंगाई 25 फीसदी की वृद्धि

के बाद भी उत्साह बरकरार

महंगाई की मार के चलते सात फेरे का समारोह 25 फीसदी तक महंगा हो गया है। लेकिन वेडिंग सीजन को लेकर शादी वाले परिवारों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। बेडिंग डेस्टिनेशन से लेकर खान-पान और सजावट महंगी होने के बाद भी शादियों की तैयारी और रौनक बरकरार है। खर्च घटाने के लिए लोग मेहमानों की लिस्ट और मेनू में थोड़ी कटौती जरूर कर रहे हैं। मध्यम वर्ग से लेकर एलिट क्लास के लोग भी अपने-अपने बजट के अनुसार डेस्टिनेशन चुन रहे हैं और शादी को भव्य बनाने के लिए इवेंट मैनेजमेंट का सहारा ले रहे हैं। इसके बाद खान-पान सोशल मीडिया पर पर सबसे ज्यादा खर्च किया जा रहा है। गार्डन होटल लॉन संचालकों का कहना है कि इस बार सीजन में गार्डन होटल की रेट 10 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। वही बैंड बाजा और घोड़ी का न्यूनतम खर्च बढ़ा दिया गया है। पहले बैंड बाजा 5000 से ₹51000 तक मिलते थे, लेकिन अब शुरुआत 11000 से हो रही है। घोड़ी का न्यूनतम किराया भी 2100 से बढ़कर ₹3100 हो गया है। शादी के कार्ड में ईकार्ड ड्राई फ्रूट्स बॉक्स और रामलला थीम के कार्डो की मांग है।

विशेष मुहूर्त

नवंबरः 17, 22, 23

दिसंबरः 2, 3, 4, 5, 9, 10, 15

जनवरीः 16, 17, 21, 22

फरवरीः 8, 12, 13, 14, 15, 18, 20, 21, 25

मार्चः 5, 6

अप्रैलः 14, 16, 18, 19, 20, 21, 25, 29, 30

मईः 5, 6, 7, 8, 13, 14, 17, 28

जूनः 1, 2, 4, 7, 8

जून-जुलाई में गुरु तारा अस्त, विवाह मुहूर्त की कमी

शादी के सीजन से सजे बाजार

शादी का यह मौसम शहर के बाजारों को भी रोशन करने वाला है. बैंड-बाजा, कैटरिंग, परिधान और ज्वैलरी की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ देखने को मिल रही है. होटल और धर्मशालाओं में पहले से ही बुकिंग्स का दौर जारी है, जिससे व्यापारियों में खुशी की लहर है. इस प्रकार, देवउठनी एकादशी के बाद नवंबर-दिसंबर के इन शुभ मुहूर्तों में शहर में शादियों की रौनक छाई रहेंगी.

पहले दिन होगी 1500 शादियां

एकादशी से फिर से बैंड-बाजा-बारात। मैरिज गार्डन होटल फुल। इधर दीपावली के बाद फिर से गुलजार होंगे बाजार भी, पहले दिन ही शहर मे 1500 शादियां होंगी। शहरवासियों की ओर से दीपावली के दिनों में विवाह संबंधी खरीददारी और शुभ कार्यों की शुरूआत हो चुकी थी। नवंबर माह में 12 नवंबर के बाद 15 नवंबर को कार्तिक मास की पूर्णिमा और 18 नवंबर को सहालग की जमकर धूम रहने वाली है। एक अनुमान के मुताबिक पहले दिन ही शहर में 1500 शादियां होंगी। शादियों के कारण होटल, मैरिज गार्डन धर्मशालाएं भी फुल हो चुकी हैं।

नवंबर दिसंबर में 19 शुभ मुहूर्त

-नवंबरः 12, 17, 18, 22, 23, 25, 27, 28 और 29

-दिसंबरः 2, 3, 4, 6, 7, 10, 11, 13, 14 और 16

3, 5 और 11 गन्ने का मंडप बनेगा

देवउठनी एकादशी पर गन्ना पूजन का बड़ा महत्व है। परंपरानुसार घरों में माता तुलसी और भगवान सालिगराम के विवाह के लिए गन्ने का मंडप सजाया जाएगा। इस दिन गन्ने के रेट आम दिनों से ज्यादा रहते हैं। हालांकि अभी बाजार में 100 रुपए के 5 गन्ने बिक रहे हैं। देव उठनी एकादशी पर माता तुलसी भगवान सालिगराम के विवाह के लिए गन्ने का मंडप तैयार करने के लिए 3, 5 या 11 गन्ने का उपयोग होता है।

ज्वेलरी की रहेगी मांग

सोना और चांदी के दाम रिकॉर्ड स्तर पर जाने के बावजूद पिछले 10 दिनों से इनमें दामों में गिरावट का दौर देखा जा रहा है। इसके चलते सहालग सीजन में सोना और चांदी की ज्वेलरी की डिमांड फिर से निकलेगी। सराफा कारोबारी अजय मंगल के मुताबिक इस बार दीपावली तक बाजार अच्छा रहा था, अब सहाल सीजन से भी सभी की उम्मीदें हैं। दाम महंगे होने के बाद भी खरीदारी का दौर देखने को मिलेगा।

सामानों के दामों में 35 फीसदी का उछाल

दीपावली के बाद अब बाजारों में सहालग सीजन की पूछ-परख देखने को मिल रही है। पिछले 5 सालों के मुकाबले इस बार हर सेगमेंट में औसतन 35 फीसदी उछाल रहेगा। इस बार विवाह के मुहूर्त भी ज्यादा हैं। नवरात्र और दशहरे पर इसके संकेत मिल चुके हैं। एफएमसीजी (ग्रॉसरी), लाइफ स्टाइल (ज्वेलरी), इलेक्ट्रॉनिक्स आदि में उठाव देखने को मिलेगा।

महका फूलों का कारोबार

दिवाली के बाद सहालग से बाजार में बहार आई है। फूलों का कारोबार भी महक उठा है। विवाह समारोह में सजावट के लिए मंडी में फूलों की एडवांस बुकिंग की जा रही है। शादियों का सीजन आने से बाजार झूम उठा है।

 

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