बहनों ने भाईयों की दीर्घायु की कामना की, पूजे गए भगवान चित्रगुप्त
कायस्थ समाज
ने
पारंपरिक
रीति
रिवाज
से
कलम
दवात
की
पूजा
की
पूजा में
विशेष
रूप
से
बहनों
ने
गाय
के
गोबर
के
बने
गोधन
की
कुटाई
की
सुरेश गांधी
वाराणसी। शहर से लेकर देहात तक में रविवार को कायस्थ समाज तथा विभिन्न वर्गो के लोगों ने चित्रगुप्त भगवान की पूजा की. साथ ही भाई दूज का पर्व अपने-अपने भाइयों की लंबी आयु के लिये बहनों ने किया. कायस्थ समाज के लोगों ने चित्रगुप्त मंदिरों में चित्रगुप्त भगवान की पूजा की. भाई दूज को लेकर विभिन्न क्षेत्रों में बहनों की ओर से पारंपरिक तरीके से पूजा की गई. बहनों ने पारंपरिक गीत व पूजा कर यम भगवान से अपने भाइयों की लंबी आयु की कामना की.
पूजा में विशेष रूप से बहनों ने लाठी व डंडों से गाय के गोबर के बने गोधन की कुटाई की. इसमें चना और रेघनी के कांटे को गोधन पर चढ़ाया गया. गोधन कुटाई के बाद चढ़ाए गए चना और रेघनी के कांट को अलग कर लिया गया. उसके बाद बहने रेघनी का काटा अपने जीभ में चुभो कर श्रापते हुए उसकी दिर्घायु की कामना की. इसके बाद भाई को चना (बजरी) और लड्डू बहनों से खिलाया. वहीं कायस्थ समाज ने देवी देवताओं के लेखपाल चित्रगुप्त महाराज की पूजा की. कायस्थ समाज ने पारंपरिक रीति रिवाज से कलम दवात की पूजा की.
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