श्रावण के चतुर्थ सोमवार पर बाबा दरबार में उमड़ा आस्था का सैलाब
मंगला आरती
के
साथ
हुआ
दिव्य
शुभारंभ
काशी विश्वनाथ
धाम
दुल्हन
की
तरह
सजा,
श्रद्धालुओं
पर
पुष्पवर्षा
कर
किया
गया
स्वागत
सुरेश गांधी
वाराणसी. श्रावण मास के चतुर्थ
सोमवार को काशी नगरी
एक बार फिर शिवमय
हो उठी। बाबा विश्वनाथ
के धाम में तड़के
मंगला आरती के साथ
दिन की शुरुआत हुई।
हर-हर महादेव के
उद्घोष और घंटा-घड़ियाल
की गूंज के बीच
भक्तों की लहरें धाम
की ओर उमड़ पड़ीं।
श्रद्धालु रात से ही
मैदागिन और गोदौलिया की
ओर से पंक्तिबद्ध होकर
दर्शन के लिए डटे
रहे।
आरती के उपरांत
धाम के मुख्य प्रवेश
मार्गों पर श्रद्धालुओं का
पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत
किया गया। इस दौरान
श्री कोविलूर स्वामी, मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्री काशी विश्वनाथ
मंदिर; डिप्टी कलेक्टर, नायब तहसीलदार सहित
अन्य वरिष्ठ अधिकारी और मंदिर के
कर्मी मौजूद रहे। मंदिर प्रशासन द्वारा दर्शन व्यवस्था को सुगम और
सुव्यवस्थित बनाए रखने के
लिए कड़े इंतजाम किए
गए थे। सुरक्षा के
साथ-साथ पेयजल, प्राथमिक
चिकित्सा, मार्ग व्यवस्था और भीड़ नियंत्रण
पर विशेष ध्यान दिया गया।
इस अवसर पर
श्री काशी विश्वनाथ धाम
को दुल्हन की तरह सजाया
गया था। रंग-बिरंगी
रोशनी, पारंपरिक पुष्प सज्जा और आकर्षक सजावट
ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर
दिया। पूरी काशी शिवमय
हो गई, और गंगा
घाटों से लेकर बाबा
दरबार तक सिर्फ आस्था
का प्रवाह देखने को मिला। श्रावण मास
में हर सोमवार का
अपना विशेष महत्व है, लेकिन चतुर्थ
सोमवार को लेकर भक्तों
में अलग ही उत्साह
देखा गया। मंदिर प्रशासन
की ओर से बताया
गया कि दर्शन व्यवस्था
पूरी तरह से नियंत्रित
और सुचारू रही, और किसी
भी श्रद्धालु को कठिनाई न
हो, इसका विशेष ध्यान
रखा गया।
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