चुनावी मूड में आएं मोदी, किसानों से लेकर स्वीपरों तक को रिझाया

सम्मान निधि योजना किसानों का हक : मोदी
सुरेश गांधी

चुनाव आते ही कर्जमाफी का बुखार चढ़ जाता है
पीएम मोदी
ने कहा
कि जब
चुनाव का
समय आता
है तो
कुछ पार्टियों
को कर्जमाफी
का बुखार
चढ़ जाता
है। बीजेपी
का मानना
है कि
किसानों को
इतना सशक्त
बना दिया
जाए कि
उन्हें कर्ज
की जरूरत
ही न
पड़े। यूपीए
सरकार ने
2009 में 6 लाख करोड़ रुपये कर्ज
माफ करने
का दावा
किया लेकिन
कुल 57000 करोड़ रुपये का कर्ज
माफ किया।
उसमें भी
कितने पैसे
कांग्रेस के
चेले चपाटों
के पास
चले गए।
मोदी ने
दावा कि
किसान सम्मान
योजना के
तहत किसानों
को हर
साल 75000 करोड़ रुपये दिए जा
रहे हैं।
ये पैसे
किसानों के
खाते में
सीधे पहुंचेंगे।
मोदी ने
कहा कि
राज्य सरकारों
की जिम्मेदारी
है कि
वह किसानों
की लिस्ट
केंद्र को
उपलब्ध कराएं।
उन्होंने विपक्षी
पार्टियों के सीएम पर निशाना
साधते हुए
कहा कि
जो सरकारें
किसानों की
लिस्ट उपलब्ध
नहीं कराएंगी
किसानों की
बद-दुआएं
उनकी राजनीति
खत्म कर
देंगी।
किसी को एक पैसे नहीं खाने दूंगा
मोदी ने
कांग्रेस पर
निशाना साधते
हुए कहा
कि वह
दिन गए
जब केंद्र
सरकार से
चले 1 रुपये
में से
85 पैसे खा
लिए जाते
थे और
15 पैसे ही
पहुंचते थे।
अब मैं
एक पैसा
किसी को
खाने नहीं
दूंगा। पैसे
बैंक अकाउंट
में ही
आएंगे। वैसे
तो जनधन
अकाउंट खुल
चुके हैं
लेकिन जिसका
अकाउट नहीं
खुला है
वह खुलवा
सकता है।
इस योजना
में विचौलिए
के लिए
कोई जगह
नहीं है।
अगर आप
लाभार्थी हैं
और आपके
अकाउंट में
पैसे नहीं
आ रहे
हैं तो
आप जिला
प्रशासन से
संपर्क कर
सकते हैं।
मोदी ने
एमएसपी की
बात करते
हुए कहा
कि केंद्र
सरकार ने
किसानों की
वर्षों पुरानी
मांग को
पूरा किया
है। यह
2007 से कांग्रेस
का पाप
है जो
हम ढो
रहे हैं।
कांग्रेस ने कर्जमाफी के नाम पर किसानों को छला
पीएम ने
कहा कि
देश के
12 करोड़ किसानों
को किसान
सम्मान निधि
योजना का
सीधा लाभ
मिलेगा। अब
किसानों को
बीज, खाद
और दवा
खरीदने के
लिए भटकना
नहीं पड़ेगा।
केंद्र सरकार
सीधे आपके
खाते में
6 हजार रुपये
ट्रांसफर करेगी।
इस दौरान
उन्होंने कर्जमाफी
का फैसला
नहीं करने
का कारण
बताया। उन्होंने
कहा कि
कर्जमाफी का
फैसला हमारे
लिए भी
बहुत आसान
था। लेकिन
ऐसा करने
से सिर्फ
ऊपरी स्तर
के कुछ
ही किसानों
का फायदा
हो पाता।
कहा, हमारी
सरकार प्रधानमंत्री
कृषि सिंचाई
योजना पर
ही करीब
1 लाख करोड़
रुपए खर्च
कर रही
है। इतनी
बड़ी राशि
हम लगा
रहे हैं
ताकि देश
में जो
सिंचाई परियोजनाएं
30-40 साल से अधूरी थीं, लटकी
हुई थीं,
उन्हें पूरा
किया जा
सके। हमने
देशभर की
99 ऐसी परियोजनाएं
चुनीं थीं
जिसमें से
70 से ज्यादा
अब पूरी
होने की
स्थिति में
आ रही
हैं। उन्होंने
कहा, इन
परियोजनाओं की वजह से किसानों
को लाखों
हेक्टेयर जमीन
पर सिंचाई
की सुविधा
मिल रही
है। ये
वो काम
है जो
किसानों की
आने वाली
कई पीढ़ियों
तक को
लाभ देगा।
वो भी
ऐसे किसान
जिन्होंने बैंक से लोन लिया
है, उन
करोड़ों किसानों
के बारे
में कौन
सोचता, जो
बैंक के
बजाय किसी
दूसरे से
कर्ज लेते
हैं। इन
सिंचाई परियोजनाओं
को पूरा
करने के
लिए कहीं
कोई प्रदर्शन
नहीं हुआ
था, कोई
दबाव नहीं
था।
कुंभ के सफाईकर्मियों का मोदी ने किया सम्मान, पैर धोए
प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी प्रयागराज
पहुंचते ही
सबसे पहले
संगम में
डुबकी लगाई
और उसके
बाद उन्होंने
सफाईकर्मियों के पैर धोकर उनको
सम्मानित किया।
पीएम मोदी
के साथ
उत्तर प्रदेश
के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ
भी थे।
संगम त्रिवेणी
में आस्था
की डुबकी
लगाने के
बाद पीएम
मोदी ने
पवित्र संगम
पर मंत्रोच्चार
के बीच
पूजा अर्चना
भी की।
पीएम मोदी
ने सफाई
कर्मचारियों व स्वच्छाग्रहियों को सम्मानित
किया। इतना
ही नहीं,
पीएम मोदी
ने सफाईकर्मियों
के पीतल
की थाली
में पैर
धोए। पीएम
मोदी स्वच्छताकर्मियों
के पैर
धोने के
बाद उन्हें
झुककर प्रणाम
किया। ये
वो लोग
हैं, जिन्होंने
कुंभ के
आयोजन में
महत्वपूर्ण योगदान किया है। स्वच्छताकर्मियों
के पैर
धोने के
बाद पीएम
मोदी ने
उनके पैरों
को तोलिये
से साफ
किया और
फिर उन्हें
सम्मानित किया।
फिरहाल, पीएम
मोदी के
प्रयागराज कुंभ आगमन को सियासी
गलियारे में
लोकसभा चुनाव
की तैयारियों
से जोड़ा
जा रहा
है। प्रधानमंत्री
मोदी, जवाहर
लाल नेहरू
के बाद
कुंभ में
डुबकी लगाने
वाले दूसरे
पीएम हैं।
लोकसभा चुनाव
से पहले
पीएम मोदी
का यह
प्रयागराज दौरा काफी महत्वपूर्ण माना
जा रहा
है। राष्ट्रीय
अध्यक्ष अमित
शाह और
योगी आदित्यनाथ
समेत पार्टी
के कई
बड़े नेता
पहले ही
यहां डुबकी
लगा चुके
हैं।
प्रयागराज के कण-कण में तप का असर : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी ने
कुंभ में
डुबकी लगाने
के बाद
स्वच्छ कुंभ
स्वच्छ आभार
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए
कहा कि
प्रयाग की
भूमि पर
आकर
आप को
धन्य महसूस
कर रहा
हूं। इस
बार संगम
में पवित्र
स्नान करने
का अवसर
मिला.।
प्रयागराज का तप और तप
के साथ
इस नगरी
का युगों
पुराना नाता
रहा है।
कुंभ में
हठ योगी,
तप योगी
और मंत्र
योगी भी
हैं और
इनके साथ
मेरे कर्मयोगी
भी हैं।
ये कर्मयोगी
वो लोग
हैं जो
दिन रात
मेहनत कर
कुंभ में
सुविधा मुहैया
कराए हैं।
इन कर्मयोगियों
में नाविक
भी हैं।
इन कर्मयोगियों
में स्थानीय
निवासी भी
हैं। कुंभ
के कर्मयोगियों
में साफ
सफाई से
जुड़े कर्मचारी
भी शामिल
हैं। इन्होंने
साफ सफाई
को पूरी
दुनिया में
चर्चा का
विषय बना
दिया। पीएम
मोदी ने
कहा कि
कुंभ को
सफल बनाने
में सफाईकर्मियों
का अहम
योगदान रहा
है। कुंभ
ऐसे समय
में हो
रहा है
जब देश
गांधीजी की
150वीं जयंती
मना रहा
हैं। गांधीजी
ने 100 साल
पहले स्वच्छ
कुंभ की
इच्छा जताई
थी। प्रयागराज
के सभी
स्वच्छाग्राहि पूरे देश के लिए
प्रेरणा हैं।
साफ सफाई
की बात
आती है
तो मां
गंगा की
निर्मल की
भी चर्चा
होती है।
इसका अनुभव
में मैंने
खुद आज
किया। इतना
निर्मलता गंगा
जी में
पहले कभी
नहीं देखी
गयी। उन्होंने
कहा कि
मुझे सियोल
में जो
राशि मिली
उसको मैंने
अपने पास
नहीं रखा,
उसको नमामि
गंगा को
दे दिया।
बतौर पीएम
मुझे जो
भी इनाम
मिला मैंने
मां गंगा
को समर्पित
किया। इस
कुंभ में
बहुत से
काम पहली
बार हुए
हैं। पहली
बार श्रद्धालुओं
को अक्षय
वट का
दर्शन करने
का मौका
मिला। मुझे
बताया गया
है कि
हर रोज
लाखों श्रद्धालु
ने इसके
दर्शन किए।
इस बार
के कुंभ
को डिजिटल
कुंभ के
तौर पर
भी याद
किया जाएगा।
कुंभ में
यूपी पुलिस
की भूमिका
की भी
तारीफ हो
रही है।
कुंभ मेले
में सेवामित्रों
ने सराहनीय
काम किया।
पीएम मोदी
ने कुंभ
के सफल
आयोजन के
लिए योगी
सरकार को
बधाई दी।
उन्होंने कहा
कि इस
बार के
कुंभ ने
स्वच्छता का
मजबूत संदेश
दिया है।
अपने
मोदी बोले- वर्षों तक करूंगा ’मन की बात’

Superb
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