वीरांगना की जन्मभूमि काशी में गूंजा खूब लड़ी मर्दानी...
धूमधाम से
मनाया
गया
काशी
की
बेटी
महारानी
लक्ष्मीबाई
का
186वां
जन्मोत्सव
दस विद्यालयों
के
छात्राओं
ने
रंगारंग
सांस्कृतिक
कार्यक्रमों
के
बीच
प्रस्तुत
की
जीवंत
झांकी
और
निकाला
जुलूस
वीरागंना की
गाथा
सुन
नम
हो
गयी
हर
आंखे
सुरेश गांधी
वाराणसी। चमक उठी सन सत्तावन में वो तलवार पुरानी थी, बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी... जी हां, तिथि के मुताबिक कृष्ण चतुर्दशी दिन बुधवार को पूरी दुनिया में नारी अस्मिता की प्रतीक प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती उनकी जन्मस्थली काशी के भदैनी में धूमधाम मनाया गया।
इस मौके पर
आजादी के 75वां अमृत महोत्सव के तहत महारानी
लक्ष्मीबाई सेवा न्यास के तत्वावधान में
श्री गोयनका संस्कृत महाविद्यालय, अस्सी परिसर में आयोजित कार्यक्रम में न सिर्फ विविध
आयोजन किया गया, बल्कि रानी लक्ष्मीबाई को नमन करते
हुए दस विद्यालयों के
छात्राओं ने रंगारंग सांस्कृतिक
कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस दौरान छात्राओं
द्वारा महारानी लक्ष्मी बाई की वेशभूषा में
जब जीवंत नाटक का मंचन किया
तो उनकी करुणामयी गाथा को देख हर
आंखे नम हो गयी।
कार्यक्रम के अंत में
छात्राओं एवं आयोजकों ने घोड़े पर
महारानी स्वरुपा की झांकी के
साथ जुलूस निकालकर उनकी जन्मस्थली पर बने प्रतिमा
के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किया। जुलूस में रास्तेभर महारानी के जयकारे गूंजते
रहे।
कार्यक्रम की शुरुवात मुख्य
अतिथि एवं राष्ट्र सेविका समिति की यूपी क्षेत्र
प्रचारिका सुश्री शशि बघेल, विशिष्ट अतिथि डा नम्रता मिश्रा,
संत अतुलानंद राय, विद्यालय की महारानी स्वरुपा
आस्था राय ने लक्ष्मीबाई के
तैल चित्र के समझ माल्यार्पण,
दीप प्रज्जवलित कर किया। इस
दौरान छात्राओं द्वारा मान वंदना प्रस्तुत की गई। इसके
बाद एक-दो नहीं
बल्कि कई रंगारंग सांस्कृतिक
गीत संगीत के बीच महारानी
की जीवनी पर आधारित कई
जीवंत झांकिया प्रस्तृत की गयी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवा
न्यास की उपाध्यक्षा श्रीमती
आरती अग्रवाल व संचालन ममता
बरनवाल व धन्यवाद ज्ञापन
श्रीमती डा रंजना श्रीवास्तव
ने दी। इस मौके पर
न्यासी अंजू सिंह, मंजू द्विवेदी, लीनाजी, नेहा दुबे, कविता मालवीय, निर्मला सिंह पटेल, नमिता सिंह, कुमकुम त्रिपाठी, बैदेहीजी, डा कल्पना, डॉ.
पद्मजा मेहता, प्रियांशु, संस्कृता, नीतू चतुर्वेदी, अरविन्द, रीता जायसवाल, प्रीति जायसवाल आदि मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment