पीएम मोदी के क्षेत्र में सभी बूथों पर रहेगी तिसरी आंख की नजर
इस बार
100 प्रतिशत
पोलिंग
स्टेशन
सीसीटीवी
कैमरों
से
हुए
लैस,
कंट्रोल
रूम
से
देखी
जायेगी
हर
एक्टिविटी
संसदीय क्षेत्र
के
सभी
1909 मतदेय
स्थलों
एवं
1034 मतदान
केंद्रों के लिए पोलिंग
पार्टियां
रवाना
की
गयी
निष्पक्ष एवं
सकुशल
चुनाव
कराने
के
लिए
प्रशासन
ने
कुल
127 सेक्टर
मजिस्ट्रेट
व
18 जोनल
मजिस्ट्रेट
की
तैनाती
की
है
158 संवेदनशील एवं 512 अति
संवेदनशील
बूथ
बनाए
गए
कुल 19 लाख
97 हजार
577 मतदाता
अपने
मताधिकार
का
प्रयोग
करेंगे
पहली बार
मतदान
करने
वाले
फर्स्ट
टाइम
वोटर्स
की
संख्या
37 हजार
226 है
पोलिंग पार्टियां
भीषण
गर्मी
और
तपन
वाली
धूप
के
बीच
पसीना
पोछते
दिखे कई महिलाकर्मी अपने
बच्चे
के
साथ
भी
आई
हुईं
थी
सुरेश गांधी
वाराणसी। चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी के संसदीय
क्षेत्र वाराणसी को बेहद संवेदनशील
श्रेणी में रखा है।
इसके लिए संसदीय क्षेत्र
के सभी 1909 मतदेय स्थलों एवं 1034 मतदान केंद्रों को सीसीटीवी कैमरों
से जोड़ा गया है।
इन कैमरों के जरिए पोलिंग
स्टेशन पर होने वाली
हर गतिविधि की जानकारी विकास
भवन स्थित कंट्रोल रुम में तो
होगी ही आयोग के
पास भी पहुंचेगी। मकसद
है कहीं कोई गड़बड़ी
ना होने पाएं और
हुए भी तो उन्हें
तत्काल चिन्हित कर कार्रवाई की
व्यवस्था की जा सके।
बता दें, वाराणसी
में निष्पक्ष एवं सकुशल चुनाव
कराने के लिए प्रशासन
ने कुल 127 सेक्टर मजिस्ट्रेट व 18 जोनल मजिस्ट्रेट
की तैनाती की है। इसके
अलावा 11 वल्नरेबल पोलिंग केंद्र, 34 वल्नरेबल पोलिंग बूथ, 114 क्रिटिकल मतदान केंद्र, 403 क्रिटिकल बूथ सहित 158 संवेदनशील
बूथ एवं 512 अति संवेदनशील बूथ
बनाए गए है। इसके
अलावा कुल 1909 मतदेय स्थल व कुल
1034 मतदान केंद्र हैं। इन सभी
मतदान केन्द्रों के लिए शुक्रवार
को सुबह से ही
पुलिस लाइन से शहर
उत्तरी व दक्षिणी तथा
यूपी कालेज से शिवपुर व
कैंट विधानसभा और कृषि विद्यालय,
राजातालाब से रोहनिया विधानसभा
के लिए पोलिंग पार्टियां
रवाना होने लगी थी,
जो सायंकाल तक सभी अपने
अपने मतदान केन्द्रों पर पहुंच गए।
सातवें चरण के लिए
पहली जून को वाराणसी
में भी वोट डाले
जाएंगे. वाराणसी महत्वपूर्ण सीट है, क्योंकि
यहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी चुनाव लड़ रहे हैं.
पीएम मोदी के चुनाव
को देखते हुए वाराणसी को
बेहद ही सेंसिटिव माना
जा रहा है. सुरक्षा
की दृष्टि से भी यहां
पर तैयारी जबरदस्त की गई है.
प्रशासन पूरी सतर्कता के
साथ ईवीएम हैंडओवर करने के साथ
ही हर ड्यूटी पॉइंट
पर कर्मचारियों को रवाना कर
रहा है. पैरामिलिट्री फोर्सेस
की मौजूदगी में इस सारी
प्रक्रिया को पूरा किया
जा रहा है. जिला
निर्वाचन अधिकारी एस राज लिंगम
का कहना है कि
आयोग के निर्देश के
मुताबिक पूरी प्रक्रिया पूर्ण
की जा रही है.
वाराणसी में कल 19 लाख
97 हजार 577 मतदाता अपने मताधिकार का
प्रयोग करते हुए सात
प्रत्याशियों में से किसी
एक का चयन करेंगे.
4 जून को आने वाले
नतीजे से पहले मतदान
को लेकर पूरी सतर्कता
बढ़ाई जा रही है.
कुल मतदाताओं में से 9 लाख
13 हजार 692 महिला वोटर और 10 लाख
83 हजार 750 पुरुष वोटर हैं। जबकि
135 ट्रांसजेंडर वोटर भी मौजूद
हैं. इसके अलावा पहली
बार मतदान करने वाले फर्स्ट
टाइम वोटर्स की संख्या 37 हजार
226 है. इसमें शिवपुर व अजगरा विधानसभा
चंदौली का हिस्सा हैं,
लेकिन पोलिंग पार्टियां यही से रवाना
की गयी है.
मतदान स्थल पर कई
महिला कर्मचारी अपने बच्चे के
साथ पहुंची। भीषण गर्मी वे
पंखे की हवा से
राहत पाने की कोशिश
की रही थीं। मतदान
स्थल पर कर्मचारियों ने
लिस्ट में अपना-अपना
नाम खोजा। नहीं मिलने पर
संबंधित अधिकारियों से भी पूछताछ
की गयी, धूप और
भीषण गर्मी में पसीना पोछते
मतदान स्थल पर पहुंचे
कर्मचारी। महिला कर्मियों की भी रही
उपस्थिति। गमछा, टोपी और दुपट्टे
का सहारा लेकर कर्मचारी धूप
से बचते दिखे। स्थलों
पर कूलर आदि की
भी व्यवस्था की गई थी।
मतदान के लिए जिन
लोगों की ड्यूटी पहली
बार लगी थी, वे
सीनियर से सलाह ले
रहे थे। भीषण गर्मी
को देखते हुए सभी कर्मियों
को हीट स्ट्रोक से
बचने की सलाह दी
गई है। पानी का
भरपूर सेवन करने के
लिए भी कहा गया
है। मेडिकल किट की व्यवस्था
को दुरुस्त करने का निर्देश
दिया गया है।
वाराणसी में मॉडल पोलिंग
बूथ के रूप में
वाराणसी विकास प्राधिकरण नगर निगम वाराणसी
व प्रशासन अलग-अलग पोलिंग
बूथ को मॉडल के
रूप में डेवलप करेगा.
वाराणसी विकास प्राधिकरण 20 मॉडल मतदान स्थल
बना रहा है. जिसमें
मुख्य रूप से प्राथमिक
विद्यालय चौकाघाट, मलदहिया रघुवीर तेलिया बाग, बेसिक प्राथमिक
विद्यालय माता प्रसाद चौकाघाट
सहित अन्य शामिल है.
निर्वाचन अधिकारियों के ममुताबिक इस
बार चुनाव में पहली बार
100 प्रतिशत पोलिंग स्टेशनों को सीसीटीवी कैमरों
से लैस किया है।
सीसीटीवी कैमरों की मदद से
कंट्रोल रूम के जरिए
नजर रखी जाएगी। 2019 लोकसभा
चुनाव में 50 प्रतिशत पोलिंग स्टेशनों को ही कवर
किया गया था, लेकिन
इस बार आयोग ने
सभी स्टेशनों पर सीसीटीवी लगाने
का फैसला लिया है। उन्होंने
बताया कि कैमरों के
जरिए पोलिंग स्टेशन पर होने वाली
हर गतिविधि की जानकारी आयोग
के पास पहुंचेगी, जो
सुरक्षा के लिहाज से
भी जरूरी है। मतदान के
दिन इसकी लाइव वेब
कॉस्टिंग भी की जाएगी
और वह मतदान के
दिन सभी केंद्रों पर
चुनाव प्रक्रिया को लाइव देख
सकेंगे। सुरक्षा के चलते ही
आयोग की तरफ से
ये कदम उठाया गया
है, ताकि किसी भी
तरह की गड़बड़ी की
संभावना को कम किया
जा सके। साथ ही
उम्मीदवारों को भी पूरा
भरोसा दिलाया जा सके। दिव्यांग
मतदाताओं की संख्या 19736, 85 वर्ष
के ऊपर के मतदाता
9934, 100 वर्ष के ऊपर के
मतदाता 67, सर्विस वोटर की संख्या
2283, 2019 की तुलना में इस बार
143000 मतदाता ज्यादा है.
विधानसभावाइज वोटर्स
रोहनिया
विधानसभा : 4018492,
उत्तरी
विधानसभा : 439685,
दक्षिणी
विधानसभा : 317793,
कैंट
विधानसभा 45765,
सेवापुरी
विधानसभा 355842
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
32 ड्रोन
कैमरे से होगी निगरानी
34 क्विक
रिएक्शन टीम हथियारबन जवानों
की तैनाती
63 स्पेशल
टीम 72 घंटे पहले ही
अलर्ट मूड में
1700 सेंट्रल पैरामीट्री
फोर्स के जवान तैनात
800 पीएससी के
जवानों की तैनाती
29 विकेट
जनपद के बॉर्डर पर
बनाई गई
56 बैरियर
सीमा पर लगाए गए
12500 पुलिस कर्मियों
को चुनावी ड्यूटी में तैनात किया
गया
आज होगा पीएम मोदी सहित विपक्षी उम्मींदवारों के भाग्य का फैसला
अब सभी दलों
की निगाहे वाराणसी लोकसभा सीट पर होने
वाले मतदान के प्रतिशत पर
टिकी हुई है। वाराणसी
लोकसभा सीट से तीसरी
बार पीएम मोदी बीजेपी
की तरफ से चुनावी
मैदान में है, तो
वही चौथी बार अजय
राय लोकसभा सीट पर अपनी
किस्मत आजमा रहे है।
बहुजन समाज पार्टी ने
अतहर जमाल लारी और
अपना दल कमेरावादी ने
भी अपने प्रत्याशियों को
पीएम मोदी के खिलाफ
चुनावी मैदान में उतारा है।
वाराणसी जनपद के कुल
8 विधानसभाओं में से 5 विधानसभा
के मतदाता वाराणसी लोकसभा सीट पर मतदान
करेंगे। 2024 लोकसभा चुनाव में वाराणसी लोकसभा
सीट बेहद ही महत्वपूर्ण
सीट है। इस सीट
पर बीजेपी इतिहास और रिकॉर्ड बनने
में जुटी है, तो
वही तीसरी बार पीएम मोदी
के खिलाफ चुनाव लड़कर कांग्रेस प्रदेश
अध्यक्ष अपनी साख को
दाव पर लगाया है।
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