व्यापारियों ने जुलूस निकालकर किया धरना-प्रदर्शन
बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार के विरोध में व्यापारियों का गुस्सा फूटा
चेताया, हिंसा
नहीं
रुकी
तो
व्यापारी
बनारस
में
रह
रहे
रोहिंग्या
बांग्लादेशी
मुसलमानों
को
बाहर
करने
का
बीड़ा
उठा
लेंगे
प्रदर्शन में
शामिल
सदस्यों
ने
तख्तियां
थाम
रखी
थीं,
जिन
पर
लिखा
था
कि
‘हिंदुओं
को
जीने
का
अधिकार
है,
बांग्लादेशी
अल्पसंख्यकों
पर
अत्याचार
बंद
करो
बंद
करो,
मानवता
के
ऊपर
अत्याचार
नहीं
सहेगा
हिंदुस्तान’
सुरेश गांधी
वाराणसी। बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी लोगों के सब्र का बांध टूट गया है। रविवार को व्यापारियों ने सड़क पर उतरकर बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के नरसंहार के कर्ताधर्ता कट्टरपंथियों के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। चेताया गया अगर राजनीतिक अशांति से प्रभावित देश में हिंदू मंदिरों को नष्ट करने व उन्हें मारने, लूटने व आग लगाने की हिंसा नहीं रुकी तो आंदोलन को उग्र किया जायेगा।
प्रदर्शन में शामिल सदस्यों
ने तख्तियां थाम रखी थीं,
जिन पर लिखा था
कि ‘हिंदुओं को जीने का
अधिकार है, बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों
पर अत्याचार बंद करो बंद
करो, मजहब की आड़
में बांग्लादेशी अल्पसंख्यकों पर अत्याचार बंद
करो बंद करो, बांग्लादेश
के हिंदुओं पर बढ़ रहे
आक्रमण को रोको, बांग्लादेश
को दूसरा पाकिस्तान न बनने दे,
मानवता के ऊपर अत्याचार
नहीं सहेगा हिंदुस्तान’।
वाराणसी व्यापार मंडल के तत्वाधान में रविवार को आयोजित धरना प्रदर्शन में वाराणसी व्यापार मंडल के अध्यक्ष अजीत सिंह बग्गा के नेतृत्व में सड़क पर उतरे व्यापारियों ने साजन सिनेमा तिराहा से रथयात्रा तक जुलस निकाला। जुलूस में शामिल व्यापारियों ने कट्टरपंथियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सभा में व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा ने कहा कि बांग्लादेश में शेख हसीना के इस्तीफे और तख्तापलट के बाद हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है. मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है. उनका न सिर्फ नरसंहार किया जा रहा है, बल्कि दुकान मकान सब लूटा जा रहा है, सामानों को आग के हवाले किया जा रहा है। हिंदू महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं की जा रही है। वहां के दर्दनाक अत्याचारों से हम ही नहीं पूरा भारत आक्रोशित है. इसी के विरोध में आज रैली निकालकर प्रदर्शन किया गया।
सभी व्यापारियों ने
एक साथ स्वर में
कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं पर
हो रहे अत्याचार की
जितनी भी निंदा की
जाए कम है। व्यापारियों
ने कहा कि बांग्लादेश
में हिंदुओं के अत्याचारों पर
रोक नहीं लगाई गई
तो व्यापार मंडल के पदाधिकारी
जबरदस्ती रोहिंग्या बांग्लादेशी मुसलमानों को बनारस से
बाहर करने का बीड़ा
उठा लेंगे. व्यापार मंडल के पदाधिकारियों
का दावा है कि
हर रोज बांग्लादेश में
हिंदुओं के साथ अमानवीय
व्यवहार किया जा रहा
है. इस बात को
व्यापारी बर्दाश्त नहीं करेंगे. अध्यक्ष
अजीत सिंह बग्गा ने
कहा की बांग्लादेश में
राजनीतिक उठा पटक शुरू
होने के बाद से
ही हिंदू समाज के लोगों
और उनके मंदिरों को
निशाना बनाया जा रहा था,
लेकिन जैसे ही तख्तापलट
हुआ वैसे ही इन
घटनाओं में इजाफा हो
गया. उन्होंने कहा कि हमने
महामहिम राष्ट्रपति के माध्यम से
भारत सरकार से बांग्लादेश में
रह रहे हिंदुओं की
सुरक्षा, मंदिरों की सुरक्षा सहित
तमाम मुद्दों पर दखल देने
की अपील की हैं.
बांग्लादेश में रहने वाले लाखों हिंदू हम सभी के परिवार हैं और हमारे बंगाली भाइयों के नाते रिश्तेदार हैं, इस घटना से वो लोग बुरी तरह से प्रभावित हो चुकें हैं. अब बांग्लादेश में हिंदुओं का जीवन सामान्य नहीं रह गया है. भारत सरकार को दखल देकर हिंदू की सुरक्षा, उनके मंदिरों की सुरक्षा एवं उनकी संपत्ति की सुरक्षा के विषय में अपना पक्ष रखना चाहिए. पूरे घटनाक्रम पर अपनी निगाहें रखनी चाहिए.
प्रदर्शन में युवा वाराणसी
व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय
गुप्ता, रमेश निरंकारी, कविन्द्र
जायसवाल, दीप्तिमान देव गुप्ता, मनीष
गुप्ता, पवन गुप्ता, विनोद
जिंदगी, ओमप्रकाश गुप्ता, डॉ रमेश दत्त
पांडे, हाजी शाहिद कुरेशी, आनंद
पटेल, जीतन चौधरी, विकास
गुप्ता, एसएस बहल, जय
निहालनी, रवि श्रीवास्तव, गुफरान
कुरैशी, राजीव वर्मा, अरविंद जायसवाल, गौरव निगम जितेंद्र
गुप्ता, धर्मेंद्र सिंह, सचिन मौर्या, जय
गोगिआ, अमन जायसवाल, शरद
गुप्ता, प्रिया अग्रवाल, बबलू गुप्ता, जस्सीम
अहमद, सतेंद्र सिंह, कपिल गुप्ता, संदीप
गुप्ता, अमित गुप्ता, आरती,
सुनील, प्रभाकर मिश्रा आदि मौजूद रहे।
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