काशी की यातायात व्यवस्था सुधारने खुद पुलिस आयुक्त सड़क पर उतरे
पर्याप्त पार्किंग
की
व्यवस्था
सुचारु
नहीं
होने
से
पूरे
शहर
में
है
जाम
व
अतिक्रमण
जैसे
हालात
राजघाट व
सामने
घाट
पुल
पर
बड़े
वाहनों
के
आवागमन
को
रोकने
हेतु
लगाये
जायेंगे
“हाइट
गेज
बैरियर“
: मोहित
अग्रवाल
यातायात निगरानी
में
सीसीटीवी
कैमरों
व
ट्रैफिक
वायलेशन
डिटेकशन
सिस्टम
का
होगा
उपयोग
सुगम यातायात
हेतु
मार्गो
पर
हुए
अतिक्रमण
के
विरूद्ध
कार्यवाही
पुलिस
का
होगा
रूटीन
वर्क
सुबह 10 बजे
के
बाद
और
शाम
के
समय
यहां
पर
ट्राफिक
रेंगता
हुआ
चलता
है
सुरेश गांधी
वाराणसी। त्योहार हो या आम
दिन, काशी की बदहाल
यातायात व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं
ले रहा है। यह
अलग बात है जबसे
इस शहर की कमान
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल संभाले है, काशीवासियों को
जाम के झाम से
मुक्ति दिलाने के लिए लगातार
प्रयासरत है। इसी कड़ी
में गुरुवार को पुलिस आयुक्त
जब खुद शहर की
सड़कों का निरीक्षण करने
पहुंचे तो फुटपाथ पर
सजी दुकानें और बेतरतीब खड़े
वाहनों को देखकर संबंधित
विभाग के अधिकारियों पर
बरस पड़े। उनका कहना
है कि यातायात व्यवस्था
सुधारने और सड़क हादसों
पर रोकथाम के लिए वह
संकल्पित है।
भ्रमण के दौरान पुलिस
आयुक्त द्वारा यातायात संचालन व्यवस्था व अतिक्रमण के
विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान
का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण
के दौरान यातायात के दृष्टिगत महत्वपूर्ण
स्थानों को उन्होंने चिन्हित
भी किया। सामने घाट, शास्त्री चौक,
सूजाबाद, भदऊ चुंगी आदि
का निरीक्षण कर यातायात नियमों
का कड़ाई से पालन
कराने और अवैध पार्किंग
जैसी समस्याओं पर विशेष ध्यान
दिये जाने हेतु सम्बन्धित
पुलिस अधिकारियों व ट्रैफिक पुलिस
को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान राजघाट
व सामने घाट पुल पर
बड़े वाहनो के आवागमन को
रोकने हेतु “हाइट गेज बैरियर“
लगाये जाने व अन्य
महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे
स्थापित कर निगरानी किये
जाने हेतु सम्बन्धित थाना
प्रभारियों को निर्देशित किया
गया।
आयुक्त ने यातायात पुलिस
अधिकारियों को यातायात को
सुव्यवस्थित करने का निर्देश
दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस बारे
में भी जानकारी ली
कि कहां पर किस
कारण यातायात बाधित हो रहा है।
उन्होंने यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हरसंभव
उपाय योजना करने का आदेश
भी दिया है। कहा,
तय की गई व्यवस्था
को अमल में लाने
के लिए हरसंभव कोशिश
किया जाएं। जाम वाले चौराहों
के आसपास रहने वालों को
ट्रैफिक एडवाइजरी कमेटी में शामिल किया
जाएगा। उनके फीडबैक से
यातायात व्यवस्था सुधारी जाएगी। पुलिस के साथ पब्लिक
का सहयोग जरूरी है। शहर में
जाम के जो प्वाइंट
हैं, उन्हें चिह्नित कर उनके हिसाब
से स्थान विशेष के लिए कार्ययोजना
बनाई जा रही है।
हमारा प्रयास यही है कि
जाम कम लगे। राहगीरों
को ज्यादा परेशान न होना पड़ेगा।
इस दौरान अपर पुलिस उपायुक्त
राजेश पाण्डेय व सम्बन्धित थाना
प्रभारी उपस्थित रहे।
इसके अलावा अपर
पुलिस आयुक्त, कानून एवं व्यवस्था डा
एस चन्नप्पा ने भी पुलिस
उपायुक्त काशी गौरव वंशवाल
एवं सहायक पुलिस आयुक्त दशाश्वमेध प्रज्ञा पाठक के साथ
अतिक्रमण अभियान एवं यातायात व्यवस्था
तथा बाढ़ क्षेत्र व
जल स्तर का निरीक्षण
किया। साथ ही संबंधित
पुलिस कर्मियों को आवश्यक दिशा
निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने
पुलिस लाइन चौराहा, श्री
काशी विश्वनाथ मन्दिर से गोदौलिया चौराहा
होते हुए दशाश्वमेध घाट
तक पैदल मार्च भी
किया। इस दौरान जगह
जगह अव्यवस्थित हालात देखकर अधिकारियों पर नाराजगी जताई।
फुटपाथ पर सजी दुकानों
का अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया।
वाहन के शो-रूम
के सामने फुटपाथ पर गाड़ियां पार्क
देख अधिकारियों को जमकर फटकारा।
अधिकारियों को तुरंत सारे
वाहन डिटेन करने के निर्देश
दिए।
नागरिक उवाच
शहर के नागरिकों का कहना है कि पुलिस आयुक्त साहब शहर के अधिकांश मार्गो के फुटपाथों पर कई दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है। यातायात पुलिस विभाग का इन मार्गो से रोजाना आना-जाना रहता है, लेकिन मजाल है, किसी अधिकारी को यहां के फुटपाथ का अतिक्रमण नजर आ जाएं। हाथठेले वालों ने कब्जा जमा रखा है, लेकिन यातायात पुलिस को यहां कोई अतिक्रमण नजर नहीं आता, जबकि शहर के कई इलाके में गलियारों में खड़े वाहनों को पुलिस डिटेन कर ले जाती है। उनका कहना है कि बाबतपुर से वाया कैंट बीएचयू गेट और महमूरगंज से रथयात्रा, आरपी घाट तक की सड़कों को अतिक्रमण मक्त किया जाएं। शहर के प्रमुख सड़कों पर ई-रिक्शा पूरी तरह से बंद किए जाएं। रविदास गेट चौराहे पर फुट ओवरब्रिज बनाया जाना चाहिए। कचहरी के पास सड़कों पर कई लेन तक वाहन लगे रहते हैं। इस पर गंभीरता से विचार करते हुए संकट से निजात दिलानी होगी। कई सड़कों पर ठेला वाले भी तीन-चौथाई सड़क को घेरे हुए हैं। बीएचयू आने वाली सड़कों पर यातायात का दबाव है।
भारी वाहनों
का प्रवेश हर हाल में
रोका जाना चाहिए। जो
लोग सड़क किनारे वाहन
खड़ा करके छोड़ देते
हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई
की जानी चाहिए। जिधर
ट्रैफिक अधिक हो, उधर
की लाइट की टाइमिंग
अधिक होनी चाहिए। चालान
का डर लोगों में
नहीं है। यही कारण
है कि बाजार में
कहीं भी कोई भी
गाड़ी खड़ी करके चला
जाता है। चालान होने
चाहिए। स्कूली बसों को भी
एंबुलेंस की तरह प्राथमिकता
में जाम से निकाला
जाना चाहिए। मैदागिन पर हमेशा जाम
रहता है। आमजन तो
ऐसे ही घूमते रहेंगे
मगर पुलिस को ध्यान देना
चाहिए व्यवस्था बनाने पर। सड़कों पर
पैसा खर्च किया जाए
और उन्हें बेहतर बनाया जाए ताकि जाम
से छुटकारा मिल सके। बीएचयू
और ट्रॉमा सेंटर रोड को फ्री
रखा जाए।
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