पत्नी और तीन बच्चों की हत्या के बाद पति ने किया सुसाइड
परिवार की
हत्या
करने
के
बाद
आरोपी
पति
फरार
था,
बाद
में
5 किमी
दूर
खेत
में
मिला
शव
एक साल
बाद
दिवाली
पर
आया
था
घर
गार्ड और
अपने
पिता
की
भी
गोली
मारकर
हत्या
कर
चुका
है
आरोपी
तांत्रिक ने
आरोपी
को
बताया
था
कि
उसकी
पत्नी
उसके
काम
में
बाधा
बन
रही
है
सुरेश गांधी
वाराणसी।
आस्था की नगरी में
तांत्रिक के घनचक्कर में
मंगलवार को एक हृदयविदारक
घटना सामने आया है. 59 वर्षीय
राजेंद्र गुप्ता नामक शराब कारोबारी
ने पत्नी नीतू गुप्ता (45) वर्ष,
नवनेंद्र उर्फ नमन गुप्ता
(25), सुबेंद्र गुप्ता (15) और बेटी गौरंगी
गुप्ता (16) की गोली मारकर
निर्ममता से हत्या करने
के बाद खुद को
भी गोली मार ली.
जिससे उसकी भी मौत
हो गई. खास यह
है कि शराब कारोबारी
का शव घटनास्थल से
5 किमी दूर रोहनिया थाना
क्षेत्र के अखरी के
पास एक खेत में
मिला. आरोपी के गर्दन में
गोली लगी थी। बगल
में एक पिस्टल भी
पड़ी थी। जबकि महिला
और उसके तीन बच्चों
का शव घर के
अंदर मिला है.
महिला का पति एक
साल बाद दिवाली पर
घर आया था, जो
इस वारदात के बाद से
ही फरार था. घटना
भेलूपुर थाना क्षेत्र के
भदैनी का है। पुलिस
के मुताबिक आरोपी ने परिवार की
हत्या घर में ही
किया। जबकि खुद बाहर
जाकर अपने आप को
गोली मारी है। घटना
के बाद पड़ोसियों की
कानाफुसी होते-होते पूरे
शहर में जंगल में
लगी आग की तरह
फैल गयी। इस दौरान
पुलिस भी मौके पर
पहुंची और सभी शवों
को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम
के लिए भेजने के
बाद घटना की तहकीकात
गहनता से करने में
जुट गयी है। आसपास
के लोगों से से भी
परिवार के बारे में
पूछताछ की जा रही
है।
पुलिस अभी जांच में
जुटी ही थी कि
इतनी बड़ी वारदात के
पीछे वजह क्या है
और घर का मुखिया
कहां गायब है, तभी
पता चला कि आरोपी
और शक के घेरे
में आएं परिवार के
मुखिया राजेंद्र गुप्ता ने भी कथित
तौर पर आत्महत्या कर
ली है. उसने अपने
आप को मारने के
लिए वह जगह चुना
जहां उसकी कंस्ट्रक्शन साइट
चल रही थी। दरअसल,
रोज की तरह वाराणसी
के भेलूपुर थाना क्षेत्र के
भदैनी इलाके का गुप्ता परिवार
बीती रात चैन की
नींद सो रहा था,
लेकिन उन्हें क्या पता था
कि अगली सुबह का
सूरज वो नहीं देख
पाएंगे. सुबह जैसे ही
काम वाली घर पहुंची
तो उसके होश फाख्ता
हो गए. क्योंकि, घर
में लाशें बिखरी पड़ी थीं. मौके
पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल यानी
दोनों ही फ्लोर के
क्राइम सीन को कब्जे
में लेकर जांच पड़ताल
शुरू कर दी.
मौके पर खुद
वाराणसी पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के अलावा जिले
के सभी आला पुलिस
अधिकारी और फॉरेंसिक टीम
भी पहुंची. घंटो जांच पड़ताल
की गई, लेकिन सही
मायने में यह नहीं
पता चल सका कि
आखिर इतनी बड़ी वारदात
के.के पीछे वजह
क्या थी? और कैसे
घर के चार सदस्य
काल के गाल में
समा गए. सूत्रों की
मानें तो आरोपी पति
किसी तांत्रित के संपर्क में
था। प्रथम दृष्टिया जानकारी के अनुसार घटना
की वजह पारिवारिक विवाद
बताई भी जा रही
है. फिलहाल, घटनास्थल को पुलिस एवं
फॉक्सिक टीम ने सील
कर दिया है. छानबीन
के दौरान बताया गया कि राजेंद्र
गुप्ता शराब कारोबारी है।
भदैनी स्थित उसके मकान में
18 से अधिक किराएदार रहते
हैं. लेकिन किसी भी किराएदार
को इस बात की
भनक तक नहीं लगी
कि कब गोली मारी
गई। घटना की जानकारी
आस-पास के लोगों
ने पुलिस को दी। सुबह
राजेंद्र गुप्ता की मां ने
जब दरवाजा खटखटाया और दरवाजा नहीं
खुला तब पड़ोसियों को
बुलाया. उसके बाद यह
दर्दनाक घटना सामने आई.
पुलिस के मुताबिक घर
के अंदर की घटना
सोमवार की रात की
है। पत्नी व बच्चों की
हत्या के बाद राजेंद्र
गुप्ता भाग गया था।
सूचना पर जब पुलिस
राजेंद्र के घर गई
तो नीतू अपने तीनों
बच्चों के साथ खून
से लथपथ मृत पड़ी
थी। वहीं, राजेंद्र घर से गायब
था।
पिता और गार्ड की हत्या का भी है आरोपी
पुलिस के अनुसार, 1997 में
आरोपी राजेंद्र गुप्ता के खिलाफ पिता
और गार्ड की हत्या के
मामले में मुकदमा भी
पंजीकृत था. इस घटना
को भी अंजाम देने
के बाद आरोपी पति
मौके से फरार था.
जबकि पुलिस द्वारा उसकी धर पकड़
के लिए टीम गठित
की गई थी. इसके
अलावा पुलिस द्वारा ज्योतिष सलाह विवाद, संपत्ति
विवाद और अवैध संबंधों
के पहलू के आधार
पर भी जांच की
जा रही थी. इसी
दौरान सर्विलांस के जरिए पुलिस
को उसका लोकेशन अखरी
के पास मिला और
जब वहां पुलिस पहुंची
तो वो खेत में
ढेर था। बताया जाता
है कि पति राजेंद्र
गुप्ता और पत्नी नीतू
गुप्ता विवाद की वजह से
अलग-अलग रहते थे.
पुलिस के अनुसार, एक
तांत्रिक ने राजेंद्र को
बताया था कि आपकी
पत्नी आपके काम में
बाधा बन रही है।
इसके चलते राजेंद्र दूसरी
शादी के लिए भी
पत्नी से आए दिन
बातचीत करता था। राजेंद्र
गुप्ता की मां वारदात
के समय मौके पर
थीं। हालांकि वृद्ध होने के कारण
चल फिर नहीं पाती
हैं।
तांत्रिक की तलाश में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है
कि आरोपी जेल में सजा
काटकर आया है। यह
उसकी दूसरी पत्नी थी। पूछताछ के
साथ ही भेलूपुर पुलिस
आरोपी का और इतिहास
खंगाल रही है। यह
भी पता किया जा
रहा है कि वह
तांत्रिक कौन था जिससे
राजेंद्र मिलता-जुलता था। पुलिस की
शुरुआती जांच में पता
चला है कि आरोपी
तांत्रिक के चक्कर में
पड़ गया था। तांत्रिक
ने उसे बताया था
कि पत्नी तरक्की में बाधा है।
इस वजह से वह
अक्सर पत्नी से झगड़ता रहता
था। दूसरी शादी करने की
बात करता था। इसी
कारण आरोपी ने पूरे परिवार
को खत्म कर दिया।
छुट्टी पर आया था बड़ा बेटा
जानकारी के मुताबिक, राजेंद्र
गुप्ता का बड़ा बेटा
नवनेंद्र बेंगलुरु में मल्टीनेशनल कंपनी
में इंजीनियर था। दिवाली पर
छुट्टी लेकर घर आया
था। उनके यहां छठ
मनाने की तैयारियां चल
रही थीं। बेटे ने
छठ के बाद ही
ड्यूटी पर जाने के
लिए वापसी के लिए टिकट
कराया था। छोटा बेटा
और बेटी क्च्ै में
पढ़ते थे। रेनू वर्मा
राजेंद्र के घर खाना
बनाती हैं। पुलिस नौकरानी
से पूछताछ कर रही है।
पुलिस हर पहलुओं की जांच करेगी : डीसीपी
पुलिस इस पूरी घटना
के जड़ में पारिवारिक
कलह को वजह बता
रही है. हालांकि, सभी
पहलुओं की जांच की
जा रही है. राजेंद्र
गुप्ता के पड़ोसियों और
किराएदारों की माने तो
राजेंद्र बहुत ही गुस्सैल
प्रवृत्ति का व्यक्ति था.
ज्यादा किसी से मतलब
नहीं रखता था, लेकिन
उसका परिवार मिलनसार परिवार था. पड़ोसियों ने
यह भी बताया कि
लगभग 20 साल पहले इसी
राजेंद्र के ऊपर अपने
पिता और चाचा की
हत्या का भी आरोप
लगा था और उसे
जेल भी ह हुई
थी, लेकिन वह जेल से
छूटकर आ गया था.
डीसीपी गौरव बंसवाल के
मुताबिक क्राइम सीन से किसी
तरह का साइन ऑफ
स्ट्रगल नहीं मिला है.
इसीलिए राजेंद्र गुप्ता पर शक जा
रहा है कि वह
घर में आया और
सभी को मारकर फरार
हो गया. पारिवारिक विवाद
के अलावा प्रॉपर्टी के डिस्प्यूट का
भी पता लगाया जा
रहा है. मर्डर वेपन
के रूप में पिस्तौल
का इस्तेमाल हुआ है और
फायरिंग करके सभी चार
लोगों को मौत के
घाट उतारा गया. फिलहाल वो
जमानत पर बाहर आया
था. राजेंद्र के वैध और
अवैध पिस्तौल की भी जांच
की जा रही है.
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