बाबा विश्वनाथ धाम में संस्कृत के छात्रों ने किया अपनी विद्या का प्रदर्शन
प्रतियोगिताओं से
संस्कृत
भाषा
की
महत्ता
को
बढ़ावा
मिलता
है
सांसद संस्कृत
प्रतियोगिता-
2025 का
आयोजन
सुरेश गांधी
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ धाम स्थित त्रयम्बकेश्वर सभागार में मंगलवार को सांसद संस्कृत प्रतियोगिता- 2025 का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस प्रतियोगिता के पहले दिन संस्कृत के छात्रों ने भाषा में अपनी विद्या का प्रदर्शन करते हुए इस भाषा के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि इस आयोजन से संस्कृत भाषा की महत्ता को बढ़ावा मिलता है और छात्रों में संस्कृत के प्रति रुचि को प्रोत्साहन मिलता है।
कार्यक्रम में शास्त्रीय भाषण
प्रतियोगिता का आयोजन हुआ,
जिसमें प्रथमा स्तर और मध्यमा
स्तर की श्रेणियों में
विभिन्न संस्कृत विद्यालयों के छात्रों ने
प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में
छात्रों ने संस्कृत काशी
के समस्त विद्वानों ने अपने संसदीय
क्षेत्र काशी के लोकप्रिय
सांसद नरेन्द्र मोदी के प्रति
कृतज्ञता व्यक्त की। उदघाटन सत्र
के मुख्यातिथि प्रो. रामपूजन पाण्डेय ने कहा कि
इस सांसद प्रतियोगिता से छात्रों को
अपने प्रतिभा प्रदर्शन का एक बहुत
बड़ा मंच मिल रहा
है, जिससे संस्कृत शास्त्रों के प्रति छात्रों
में बहुत ही रूचि
बढ़ रही है।
उदघाटन सत्र के विशिष्टातिथि
प्रो. अमित कुमार शुक्ल
ने न्यास के इस सारस्वत
कार्य की प्रशंसा करते
हुए कहा कि न्यास
परिषद् इस प्रतियोगिता के
माध्यम से छात्रों में
उन्नत संस्कार का अवांह कर
रहा है। उदघाटन सत्र
के सारस्वतातिथि प्रो. ब्रजभूषण ओझा ने अपने
वक्तव्य में कहा की
हम संस्कृतज्ञों का सौभाग्य है
कि साक्षात् विश्वेश्वर के प्रांगन में
शास्त्र सुनने व् सुनाने का
अवसर मिल रहा है। पं.
दीपक मालवीय ने अपने वक्तव्य
में कहा की न्यास
परिषद् इस तरह के
उत्तम कार्यों को कर रहा
है जिससे शास्त्र एवं भारतीय संस्कृति
को बहुत बल मिलेगा।
उदघाटनसत्र का आरंभ पं.
वेंकट रमण घनपाठी के
मंगलाचरण से हुआ प्
सभा का सञ्चालन डा
सिद्धिदात्री भरद्वाज ने किया एवं
समस्त अतिथियों, निर्णायकों, अध्यापकों एवं प्रतिभागी छात्रों
का धन्यवाद् ज्ञापन काशी विश्वनाथ मंदिर
के डिप्टी कलेक्टर श्री शम्भू शरण
जी ने किया। यह
दो दिवसीय कार्यक्रम 7-8 जनवरी 2025 तक आयोजित किया
जाएगा। कार्यक्रम के उदघाटन सत्र
में मुख्य अतिथि प्रो. रामपूजन पाण्डेय (अध्यक्ष- न्याय वशैषीक, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी), विशिष्ट अतिथि प्रो. अमित कुमार शुक्ल
(संकाय प्रमुख- वेदवेदांग संकाय, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी), प्रो. ब्रजभूषण ओझा (पूर्व सदस्य-
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर
न्यास), पं. दीपक मालवीय
(पूर्व सदस्य- श्री काशी विश्वनाथ
मंदिर न्यास), और पं. वेंकट
रमण घनपाठी (पूर्व सदस्य- श्री काशी विश्वनाथ
मंदिर न्यास) के गरिमामयी उपस्थिति
में हुआ।
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