महाकुंभ में अब तक 55.56 करोड़ आस्थावान संगम में लगा चुके है डुबकी
काशी में आवाहन अखाड़े की
पेशवाई देखने उमड़े श्रद्धालु
छह लाख से अधिक भक्तों
ने किया श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन पूजन
गाजे- बाजे के साथ निकाली
गई शोभायात्रा
महाकुंभ के बाद काशी पहुंचे
साधु - संतों की पेशवाई के दौरान किया अपनी शक्ति का प्रदर्शन
सुरेश गांधी
वाराणसी। एक तरफ महाकुंभ के पलट प्रवाह के चलते काशी में आस्थावचानों की भीड़ उमड़ रही है, तो दुसरी तरफ अमृत स्नान से लौटे साधु-संतो ने मंगलवार को आवाहन अखाड़े की पेशवाई निकाली। पेशवाई में बैंड- बाजे के साथ रथ पर सवार साधु- संत काशी की सड़कों पर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए दिखे। आवाहन अखाड़े की पेशवाई कबीर चौरा से निकल कर दशाश्वमेध घाट तक पहुंची, जिसमें भारी संख्या में साधु संत सहित नागा बाबा शामिल हुए। तो दुसारी तरफ प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। मंगलवार को एक बार फिर आस्था का सैलाब उमड़ा, जब 1.26 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई।
अब तक कुल 55.56 करोड़ भक्त गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। संगम स्थल पर सूर्योदय के साथ ही श्रद्धालुओं की भीड़ संगम तट की ओर उमड़ती हुई नजर आती हैं। गंगा के तट पर हर-हर गंगे के जयकारों की गूंज और श्रद्धालुओं के उत्साह ने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया। नंगे पांव श्रद्धालु लंबी दूरी तय कर संगम तट पहुंचे और स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित कर रहे हैं। बता दें, काशी में सुबह साधु-संतों ने अपने आराध्य देव भगवान गणेश और निशान की पूजा की। खिचड़ी भोज करने के बाद पेशवाई निकाली गई। काशी के दशाश्वमेध घाट पर स्थित श्रीशंभू पंचदशनाम आवाहन अखाड़े को छठी शताब्दी में आदि शंकराचार्य ने स्थापित किया था। इस अखाड़े को पहले आवाहन सरकार के नाम से जाना जाता था। गुजरात में आवाहन अखाड़े के नागा साधुओं का मुगलों से युद्ध हुआ था। मुगलों ने गुजरात के वीरलगांव के एक स्थान पर नागा साधुओं को जहर देकर मार दिया था।
सीईओ विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि श्रद्धालुओं से बातचीत कर व्यवस्था का फीडबैक उनके द्वारा लगातार लिया जा रहा है। कतार में लगे श्रद्धालुओं के लिए धूप तेज होने पर छांव की व्यवस्था की गयी है। उन्हें गुड़ और पानी वितरित किया जा रहा है। कई नन्हे भक्तों से बड़े ही वात्सल्य भाव से मुलाकात कर उन्हें महादेव के स्नेह के तौर पर चॉकलेट, चिप्स देकर धाम में स्वागत किया। मंदिर सीईओ विश्वभूषण मिश्रा ने कहा कि गर्भगृह के एक द्वार से दो दो लाइनों में लगे भक्तों को दर्शन कराया जा रहा है। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा के पहल पर ये व्यवस्था लागू की गई है। इससे ज्यादा से ज्यादा श्रद्धालुओं को दर्शन कराया जा पा रहा है। इसमें एक लाइन में लगे मंदिर के सामान्य श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं।
जाम के झाम से नहीं मिल रही मुक्ति
महाकुंभ मेले में माघी पूर्णिमा स्नान
के बाद भी श्रद्धालुओं की भीड़ थमने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन संगम क्षेत्र के
आसपास के अलावा शहर की सीमाओं पर वाहनों की लंबी कतार लग रही है। मंगलवार को भी वाराणसी,
मिर्जापुर, लखनऊ मार्ग पर श्रद्धालुओं को जाम से घंटों जूझना पड़ा। हालात यह हैं कि
राहगीरों को महज आधे घंटे का सफर तय करने में छह से सात घंटे लग रहे हैं।
मंडलायुक्त तथा पुलिस कमिश्नर ने भीड़
प्रबंधनको लेकर कैंट स्टेशन पर की समीक्षा बैठक
मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल तथा डीआरएम लखनऊ डिविजन उत्तर रेलवे सतीश कुमार की अध्यक्षता में प्रयागराज महाकुंभ से पलट प्रवाह के क्रम में आने तथा जाने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ तथा आगामी महाशिवरात्रि पर्व को देखते हुए यात्रियों की सुरक्षा और यात्रा से जुड़ी परेशानियों को लेकर रेलवे स्टेशन पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने, भीड़ नियंत्रण और यातायात व्यवस्था को सुधारने पर चर्चा हुई।
कैंट स्टेशन पर भीड़ के दृष्टिगत अलग-अलग यात्रियों के लिए अलग होल्डिंग एरिया बनायी जायेगी जिसमें सबसे पहले आरक्षित टिकट वालों को, फिर मेन स्टेशन का जो क्षेत्र है उसमें बिहार के यात्रियों, स्टाफ कॉलोनी में अयोध्या जाने वाले यात्रियों तथा मालगोदाम के पास महाकुंभ यात्रियों के लिये अलग-अलग होल्डिंग एरिया बनाया जायेगा ताकि सड़क से ही भीड़ को उनके निर्धारित प्लेटफॉर्म की तरफ डाइवर्ट कर दिया जायेगा। एक फुट ओवर ब्रिज पर चढ़ने तथा दूसरे पर उतरने की व्यवस्था की गयी है।
स्टेशन के सामने सुगम यातायात के लिए ट्रैफिक को वन-वे किया जायेगा। इस दौरान तय हुआ कि रेलवे जिला प्रशासन के साथ बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए लगातार संवाद करेगा। स्टेशन पर होल्डिंग एरिया स्पेस को और बढ़ायेगा जहां पर्याप्त रौशनी, बैठने, पीने के पानी, टॉयलेट सहित सभी प्रकार की यात्री सुविधा उपलब्ध होगी। प्लेटफॉर्म पर भीड़ रोकने के लिए होल्डिंग एरिया में यात्रियों को ठहराने को कहा गया है। ट्रेन आने पर यात्री प्लेटफॉर्म पर आएंगे। अतिरिक्त पुलिस बल के साथ महिला पुलिस बल की भी तैनाती की जा रही है।बैठक में डीआरएम लखनऊ डिविजन उत्तर रेलवे सतीश कुमार, जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त डॉ एस चिनप्पा, एडीएम सिटी आलोक वर्मा, स्टेशन अधीक्षक अर्पित गुप्ता समेत प्रशासन, पुलिस तथा रेलवे के अधिकारी उपस्थित रहे।यह महाकुंभ ममता के राजनीतिक करियर के लिए
जरूर मृत्यु कुंभ साबित होगा : स्वामी जितेन्द्रानंद
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के महाकुंभ को लेकर दिए बयान से संत समाज नाराज है. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने ममता बनर्जी बयान की निंदा की. उन्होंने कहा कि यह महाकुंभ उनके राजनीतिक करियर के लिए जरूर मृत्यु कुंभ साबित होगा. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ को मृत्यु कुंभ बताया. उन्होंने पश्चिम बंगाल विधानसभा में कहा कि कहा कि कितने लोगों की जान गई, कितने लोग मरे यह नहीं पता. मैं कुंभ और गंगा का सम्मान करती हूं, लेकिन यह महाकुंभ नहीं मृत्यु कुंभ है. उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार उड़ीसा और मैं यूं कहूं कि पूर्वी भारत का हिंदू जिस तरह से जगा है और इस कुंभ के अमृत स्नान के लिए आ रहा है, उसको लेकर आपके मन में बेचैनी होना स्वाभाविक है. उन्होंने कहा, ’महाकुंभ को मृत्यु कुंभ’ बोलकर उन्होंने करोड़ों श्रद्धालुओं का अपमान किया है. वो हिंदू धर्म के रीति-रिवाजों की इज्जत नहीं करती हैं और ना ही वो सनातनियों के विश्वास और आस्था को समझती हैं. वो महाकुंभ में पवित्र डुबकी लगा चुके करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को नहीं समझ सकती.
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