काशी विश्वनाथ धाम में विधि- विधान से किया गया रुद्राभिषेक, शिखर की गई आरती
इस दौरान रुद्र मंत्रोच्चार से धाम गुंजायमान रहा
सुरेश गांधी
वाराणसी। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास द्वारा संकल्पित प्रत्येक सोमवार को रुद्राभिषेक आराधना जारी है। इसी कड़ी में सोमवार को भी धाम में शास्त्रोक्त विधि से पूजन अर्चन किया गया। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास का प्रतिनिधित्व करते हुए सीईओ विश्वभूषण ने धाम में स्थित श्री अविमुक्तेश्वर महादेव का रूद्राभिषेक न्यास द्वारा संकल्पित विशिष्ट उद्देश्य के संकल्प पाठ संग किया। उन्होंने रुद्राभिषेक के बाद मंदिर के शिखर की आरती की। इस दौरान रुद्र मंत्रोच्चार से धाम गुंजायमान रहा।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं का आगमन निरंतर बना हुआ है। श्री विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भारी संख्या के बीच मंदिर न्यास उच्च स्तरीय प्रबंधन के लिए दिन- रात प्रयास कर रहा है। न्यास के अधिकारी धाम में श्रद्धालुओं के लिए सेवा भाव से किए गए प्रबंधों को लेकर पूरी संवेदनशीलता से निगरानी कर रहे हैं। मंदिर के सीईओ श्री विश्व भूषण स्वयं श्री काशी विश्वनाथ धाम में आए श्रद्धालुओं की सुविधा एवं सुरक्षा को लेकर कई चक्र निरीक्षण कर रहे हैं और न्यास के कार्मिकों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित कर रहे हैं। उन्होंने सोमवार को धाम के गेट नंबर- 4 से लेकर गंगा द्वार तक श्रद्धालुओं के लिए की गई व्यवस्था को परखा और धाम में आए श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, स्वच्छता, भीड़ प्रबंधन, बुजुर्गों तथा गोद में बच्चे लेकर आए श्रद्धालुओं के लिए बनायी गयी व्यवस्था को चुस्त- दुरुस्त रखने का निर्देश दिया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान श्रद्धालुओं से संवाद कर सुविधाओं की जानकारी दी साथ ही व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सुझाव भी पूछे। उन्होंने बुजुर्ग श्रद्धालुओं का बड़े ही आत्मीय ढंग से श्री काशी विश्वनाथ महादेव के दरबार में स्वागत करते हुए उन्हें आराम से महादेव का दर्शन सुलभ कराया। गोद में बच्चे लेकर लाइन में लगे
श्रद्धालुओं के लिए न्यास के कार्मिक लगाकर सुगम दर्शन की व्यवस्था कराई। सीईओ ने धाम में भ्रमण के दौरान बाल भक्तों पर जमकर स्नेह बरसाया। उन्होंने बाल भक्तों के पास पहुंचकर उनका स्वागत करते हुए महादेव के आशीर्वाद स्वरुप टाफी, चॉकलेट वितरित किए।भीड़ के चलते बाबा को दूर से प्रणाम कर लौटे भक्त
काशी में भीड़
का आलम यह है
कि बाबा विश्वनाथ का
दर्शन करने आ रहे
भक्त मंदिर को दूर से
ही प्रणाम कर लौट जा
रहे हैं। ऑनलाइन दान
देकर खुद को संतुष्ट
कर रहे हैं। दक्षिण
भारत से आए भक्तों
ने भी बाबा का
ऑनलाइन दर्शन किया। दावा है कि
बीते 16 दिन में 700 श्रद्धालुओं
से मंदिर को करीब 10 लाख
रुपये ऑनलाइन डोनेशन में मिले हैं।
दान करने वाले श्रद्धालुओं
ने जाम का भी
हवाला दिया है।
5000 दान करने पर रुद्राक्ष अंगवस्त्रम् और रुद्राभिषेक या सुगम दर्शन का टिकट फ्री
मंदिर प्रशासन 5000 से एक लाख रुपये तक देने वाले भक्तों को एप्रेसिएशन सर्टिफिकेट, रुद्राक्ष की माला, अंगवस्त्रम् और एक साल में एक रुद्राभिषेक या सुगम दर्शन की सुविधा देता है। एक लाख से 11 लाख तक दान करने वालों को 5 शास्त्री से रुद्राभिषेक या सुगम दर्शन और 11 लाख से ऊपर डोनेट करने वालों को 10 साल तक पांच शास्त्री से रुद्राभिषेक कराने और सुगम दर्शन की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए एक क्यूआर कोड से लैस कार्ड दिया जाएगा।
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