बंसत पंचमी पर 5 लाख भक्तों ने लिया बाबा श्रीकाशी श्विनाथ का आर्शीवाद
गंगा में
लगायी
आस्था
की
डुबकी
गोदौलिया से
लेकर
मैदागिन
तक
लगी
रही
कतारें
महाकुंभ के
दौरान
प्रतिदिन
4-5 लाख
भक्त
कर
रहे
हैं
दर्शन
महाकुंभ के
प्रथम
अमृत
स्नान
से
लेकर
अब
तक
13 जनवरी
से
3 फरवरी
तक
1 करोड़
03 लाख,
11 हजार
850 श्रद्धालु
कर
चुके
है
दर्शन
सुरेश गांधी
वाराणसी। बसंत पंचमी के
पावन अवसर पर हजारों
श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान
कर बाबा विश्वनाथ के
दर्शन किए। दशाश्वमेध घाट
पर भक्तों की भारी भीड़
उमड़ी, जहां स्नान कर
लोगों ने पुण्य अर्जित
किया। बाबा के दर्शन
के लिए भक्तों की
लंबी कतार गोदौलिया से
लेकर मैदागिन तक दिखाई दी।
सोमवार को सायंकाल 7.30 बजे
तक मंदिर में मत्था टेकने
वाले श्रद्धालुओं की संख्या 4,76,666 थी।
जबकि कपाट बंद होने
तक पांच लाख से
अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
भीड़ को देखते हुए
प्रशासन पूरी तरह सतर्क
रहा और सुरक्षा के
पुख्ता इंतजाम किए गए। बसंत
पंचमी पर गंगा स्नान
के लिए वाराणसी के
गंगा घाट पर सुबह
से ही श्रद्धालु स्नान
करने के लिए पहुंचने
लगे थे, यह सिलसिला
देर शाम तक जारी
रहा। जबकि महाकुंभ के
प्रथम अमृत स्नान से
लेकर अब तक 13 जनवरी
से 3 फरवरी तक 1 करोड़ 03 लाख,
11 हजार 850 श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ
मंदिर में दर्शन किया
है। विशेष तौर पर 28, 29, 30, 31 जनवरी को
भारी संख्या में श्रद्धालु दर्शन
करने के लिए मंदिर
पहुंचे थे.
बता दें, महाकुम्भ
के अवसर पर श्रीकाशी
विश्वनाथ धाम में महाकुम्भ
के पलट प्रवाह के
कारण दर्शनार्थियों की संख्या में
लगातार वृद्धि हुई है। दर्शनार्थियों
की बढ़ती संख्या को
ध्यान में रखते हुए
मंदिर प्रशासन ने श्री काशी
विश्वनाथ धाम में विशेष
व्यवस्था की है। मंदिर
परिसर में अतिरिक्त कार्मिकों
की तैनाती, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता व्यवस्था
हेतु अतिरिक्त प्रबंध किए गए हैं।
दर्शनार्थियों की सुगमता हेतु
विशेष मार्ग दर्शन एवं लाइन व्यवस्था
भी बनाई गई है
जिससे सहज एवं सुरक्षित
व्यवस्था रहे। महाकुम्भ आयोजन
के सफल संपन्न होने
की दिशा में मंदिर
प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे
हैं। सभी से अपील
है कि स्थानीय पुलिस,
प्रशासन और मंदिर के
निर्देशों का पालन करें और अन्य
भक्तों का भी ध्यान
रखते हुए संयम, भक्ति
और श्रद्धा के साथ बाबा
विश्वनाथ जी का दर्शन
करें।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक
अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने
बताया कि जनवरी 2025 में
काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने
वाले श्रद्धालुओं की संख्या 1 करोड़
8 लाख 82 है, जो जनवरी
माह में सर्वाधिक है.
माना जा रहा है
महाकुंभ के 45 दिनों में यह संख्या
2 करोड़ के आस पास
पहुंच सकती है. हालांकि
कई भक्त ऐसे भी
हैं जो मंदिर में
दर्शन के बजाए ही
वापस लौट गए हैं.
जब से महाकुंभ की
शुरुआत हुई है. उसके
बाद ही हर दिन
काशी विश्वनाथ मंदिर में 4 से 5 लाख लोग
दर्शन कर रहे हैं.
महाशिवरात्रि तक फिलहाल काशी
विश्वानाथ के दरबार में
भक्तों की ऐसी ही
कतार देखने को मिलेगी.
व्यवस्थाएं है चाक-चौबंद
श्रीकाशी में दर्शनार्थियों की
बढ़ती संख्या को ध्यान में
रखते हुए मंदिर प्रशासन
ने धाम में विशेष
इंतजाम किए हैं. मंदिर
परिसर में अतिरिक्त कार्मियों
की तैनाती, स्वास्थ्य सुविधाएं और स्वच्छता के
लिए अतिरिक्त प्रबंध किया है. ताकि
दर्शनार्थी सुगमता से बाबा का
दर्शन कर सकें. महाकुम्भ
आयोजन के सफल संपन्न
होने की दिशा में
मंदिर प्रशासन द्वारा निरंतर प्रयास किए जा रहे
हैं। सभी से अपील
है कि स्थानीय पुलिस,
प्रशासन और मंदिर के
निर्देशों का पालन करें और अन्य
भक्तों का भी ध्यान
रखते हुए संयम,भक्ति
और श्रद्धा के साथ बाबा
विश्वनाथ जी का दर्शन
करें। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं
की बढ़ती जा रही
संख्या न केवल रोज
नए रिकॉर्ड कायम कर रही
है, बल्कि वाराणसी के व्यापार को
भी आगे बढ़ा रही
है. बीते 3 वर्षों में जब से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी
के विश्वनाथ धाम का लोकार्पण
किया है तब से
लेकर अब तक 19 करोड़
से ज्यादा श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ
के दर्शन कर लिए हैं.
यह संख्या देश के अन्य
पर्यटन स्थलों और धार्मिक स्थलों
की तुलना में कहीं ज्यादा
है.
श्री काशी विश्वनाथ में दर्शनार्थियों
की संख्या का विवरण
11 जनवरी 2025ः 1,42,653 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
12 जनवरी 2025ः 3,19,381 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
13 जनवरी 2025ः 3,42,646 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
14 जनवरी 2025ः 3,61,275 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
15 जनवरी 2025ः 4,53,161 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
16 जनवरी 2025ः 3,25,737 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
17 जनवरी 2025ः 2,64,436 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
18 जनवरी 2025ः 2,41,251 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
19 जनवरी 2025ः 2,74,630 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
20 जनवरी 2025ः 2,51,693 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
21 जनवरी 2025ः 2,82,044 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
22 जनवरी 2025ः 3,78,821 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
23 जनवरी 2025ः 4,11,999 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
24 जनवरी 2025ः 4,27,882 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
25 जनवरी 2025ः 5,73,810 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
26 जनवरी 2025ः 5,57,669 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
27 जनवरी 2025ः 6,55,878 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
28 जनवरी 2025ः 5,83,251 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
29 जनवरी 2025 : 4,73,119 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
30 जनवरी 2025 : 7,29,578 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
31 जनवरी 2025 : 7,53,151 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
01 फ़रवरी 2025ः 5,69,360 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
02 फ़रवरी 2025 : 4,61,759 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
03 फ़रवरी 2025 (सायं- 07ः30 बजे तक)ः 4,76,666 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
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