धूम धाम से निकली राम कथा की शोभायात्रा, झूमें श्रद्धालु सड़कों पर गूंजा रामधुन
काशी मुक्ति
की
जन्मभूमि,
ज्ञान
की
खान
और
समस्त
पापों
का
नाश
करने
वाली
: पं
रवीन्द्र
पाठक
नौ दिवसीय
श्रीराम
कथा
’मानस
मुक्ति’
का
आगाज
महाराष्ट्र सहित
देश
विदेश
से
कथा
सुनने
आए
1200 से
अधिक
श्रोता
पं रवींद्र
पाठक
द्वारा
मराठी
भावार्थ
श्री
राम
चरित
मानस
पुस्तक
का
विमोचन
अतिथियों
ने
किया
सुरेश गांधी
वाराणसी. शहर के सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में श्रीराम कथा के आयोजन को लेकर शुक्रवार की सुबह शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा रुद्राक्ष के चारों ओर भ्रमण कर वापस रुद्राक्ष पारिसर में पहुंची।
इस दौरान धूम- धाम के जयकारा लगाते हुए श्रद्धालुओं ने भ्रमण किया।
शोभायात्रा में सबसे आगे हाथी पर ब्रह्म चैतन्य संत गोंदवलेकर महाराज का चित्र एवं राम चरित मानस ग्रंथ रखा हुआ था।
उसके पीछे रामधुन बजाते हुए बैंड बाजा चल रहा था। साथ ही बग्गी पर संत महात्मा बैठकर निकले।शोभायात्रा में शामिल हजारों की संख्या में महाराष्ट्रीयंस वेशभूषा लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा। शोभायात्रा में महिला एवं पुरुष राम भजन की धुन पर थिरकते चल रहे थे।
इस दौरान महिलाएं एवं पुरुष महाराष्ट्र
की प्रसिद्ध ’फुगड़ी’ खेल रहे थे।
सड़क पर नाचते गाते
भक्तों को देख सभी
राममय होते दिखे।
इस अवसर पर पद्मश्री पं गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ ने कहा कि संपूर्ण काशी शिव लिंगात्मक है। काशी के अधिपति भगवान् शंकर भी श्रीराम की आराधना करते हैं।
कहा कि अयोध्या में जो राम मूर्ति प्रतिष्ठित है, वह दिव्यता से युक्त है, यह अनुभव स्वयं कांची शंकराचार्य ने किया है। इस समय देश को बलवान् और बुद्धिमान जनता की जरूरत है और इसके लिये जौ का सेवन करना चाहिए। श्री
रामकथा वाचक पं रवींद्र
पाठक ने कहा कि
काशी विश्वनाथ की कृपा से
धर्म, ज्ञान और संस्कृति की
राजधानी काशी में कथा
करने का अवसर मिला
है। कहा कि श्री
राम कथा भगवान शिव
को प्रिय है। कहा कि
द्वादश ज्योतिर्लिंगों में होने वाली
इस कथा के क्रम
में नौवीं कथा काशी में
हो रही है.
कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने श्रीराम चरित मानस व विनय पत्रिका में काशी की महत्ता का सुंदर वर्णन किया है। इस अवसर पर पद्मश्री पं गणेश्वर शास्त्री द्रविड़, सज्जनगढ़ से पधारे चंद्रतनय दादा एवं महापौर अशोक तिवारी का कथावाचक पं रवींद्र पाठक ने अंगवस्त्रम व प्रतिक चिन्ह देकर सम्मान किया।
इस अवसर पर पं रवींद्र पाठक द्वारा मराठी भावार्थ श्री राम चरित मानस पुस्तक का विमोचन अतिथियों ने विमोचन किया।
शोभायात्रा में श्री रामकथाकार रविन्द्र पाठक, सज्जनगढ़ से पधारे संत चंद्रतनय दादा, शिवहरि महाराज, ओंकारेश्वर से पधारे सुभाष वैद्य, चल्ला अन्नपूर्णा प्रसाद, काशी महाराष्ट्र सेवा समिति के ट्रस्टी संतोष सोलापुरकर, माधव जनार्दन रटाटे, षडानन पाठक, अनंतराम बक्षी, मकरंद म्हैसकर, हर्षदा पाठक, सचिन नाइक, नागनाथ इनामदार, हिंदुराव पवार, अभिजीत अरकाटकर सहित महाराष्ट्र एवं देश विदेश से आए 1200 लोग शामिल रहे।
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