अशोक तिवारी
ने
किया
बहुउद्देशीय
सभागार
के
जीर्णोंद्धार
का
लोकार्पण
बदलते दौर में भी फोटोग्राफी चुनौती भरा कार्य : महापौर
छायारत्न से
सम्मानित
हुए
फोटोग्राफर
सुनील
शुक्ला
सुरेश गांधी
वाराणसी. फोटोग्राफी केवल कला ही
नहीं विज्ञान और तकनीक भी
है। यह चुनौती भरा
कार्य है। एक अच्छी
फोटो हजार शब्द से
ज्यादा प्रभावी होती है। यह
ऐसी कला है जो
एक कलाकार के रूप में
फोटोग्राफर की रचनात्मक दृष्टि
को दर्शाती है।
यह बातें
महापौर अशोक तिवारी ने
कहीं। वे रविवार को
काशी पत्रकार संघ से संचालित
वाराणसी प्रेस क्लब के तत्वावधान
में आयोजित होली मिलन समारोह,
एस अतिबल छाया चित्र प्रतियोगिता-
प्रदर्शनी के पुरस्कार वितरण
समारोह को संबोधित कर
रहे थे। इस दौरान
महापौर ने ईश्वरचन्द्र सिनहा
बहुउद्देशीय सभागार के जीर्णोंद्धार कार्य
का फीता काटकर लोकार्पण
किया। इस सभागार का
जीर्णोंद्धार का कार्य सेल
एग्री कमोडिटीज लिमिटेड कम्पनी के सीएसआर फंड
से किया।
महापौर ने कहा कि
आज के दौर में
वीडियो का बड़ा जोर
है,
लेकिन इससे फोटोग्राफी की
प्रासंगिकता कम नहीं हो
जाती.
जैसे सोशल मीडिया
की एक दुनिया है,
वैसे ही फोटोग्राफी का
भी अस्तित्व है.
यह सच
है कि वीडियो या
रील्स को लेकर आकर्षण
बहुत है.
वहां कुछ
मिनटों से लेकर कुछ
घंटों के वीडियो में
तस्वीरें आती हैं और
चली जाती हैं,
और
उसका एक असर होता
है.
लेकिन,
स्टिल फोटोग्राफ एक खास क्षण
को दर्ज करता है.
वह देखने वाले को बाध्य
करता है कि वह
उसे अच्छी तरह से देखे.
उसकी जो छवि अंकित
होती है वह बहुत
लंबे समय तक बनी
रहती है.
उन्होंने कहा कि फोटोग्राफी
एक चुनौती भरा कार्य है।
यह तस्वीर खींचने का माध्यम ही
नहीं बल्कि भावनाओं,
कहानियों एवं पलों को
सहेजने का तरीका भी
है। उन्होंने काशी को स्वच्छ
सुन्दर एवं हरा भरा
बनाने के लिए पौधरोपण
का आह्वान किया। इस मौके पर महापौर
ने ईश्वरचन्द्र सिनहा बहुउद्देशीय सभागार के जीर्णोंद्धार कार्य
का फीता काटकर लोकार्पण
किया। विशिष्ट अतिथि एसीपी प्रज्ञा पाठक ने कहा
कि पुलिस और पत्रकार दोनों
समाज के ऐसे स्तम्भ
हैं जो कानून व्यवस्था
और सूचना के प्रवाह को
बनाए रखने में अहम
भूमिका निभाते हैं।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि
ने दीप प्रज्जवलन कर
एस अतिबल छायाचित्र प्रतियोगिता प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया।
महापौर ने वरिष्ठ फोटोग्राफर
सुनील शुक्ला को छायारत्न से
सम्मानित किया। एस अतिबल छायाचित्र
प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार
अंचल अग्रवाल,
द्वितीय पुरस्कार अभिषेक पाठक,
तृतीय पुरस्कार प्रमोद गुप्ता को प्राप्त हुआ। साथ ही प्रदीप तिवारी
स्मृति पुरस्कार उज्जवल गुप्ता, मंसूर आलम स्मृति पुरस्कार
अमन आलम, विजय सिंह
स्मृति पुरस्कार राजू सिंह दुआ
को दिया गया। प्रसंशनीय
पुरस्कार विजय शंकर गुप्ता
‘बच्चा’ को दिया गया। वरिष्ठ
फोटोग्राफर अनिरुद्ध पाण्डेय एवं सह संयोजक
चन्दन रूपानी ने प्रतियोगिता को
सफल बनाने में अहम योगदान
दिया।
आगतुंको का स्वागत काशी
पत्रकार संघ के अध्यक्ष
डा अत्रि भारद्वाज एवं प्रेस क्लब
के अध्यक्ष अरुण मिश्र ने
किया। संचालन रोहित चतुर्वेदी एवं धन्यवाद ज्ञापन
संघ के महामंत्री अखिलेश
मिश्र ने किया। कार्यक्रम
में काशी पत्रकार संघ
के पूर्व अध्यक्ष योगेश गुप्त,
राजनाथ तिवारी,
बीबी यादव,
कोषाध्यक्ष
पंकज त्रिपाठी,
वाराणसी प्रेस क्लब के मंत्री
विनय शंकर सिंह,
कोषाध्यक्ष
संदीप गुप्ता,
सुरेन्द्र तिवारी,
आशीष बागची,
दीनबन्धु
राय,
कमलेश चतुर्वेदी,
रमेश राय,
विमलेश
चतुर्वेदी,
आशुतोष पाण्डेय,
दयानन्द,
डा नागेन्द्र पाठक,
संजय मिश्र,
कैलाश यादव,
पुरुषोत्तम चतुर्वेदी,
जितेन्द्र श्रीवास्तव,
अश्वनी श्रीवास्तव,
गोपाल मिश्रा,
हरिबाबू श्रीवास्तव,
मुन्ना लाल साहनी,
उमेश
गुप्ता,
रामजी श्रीवास्तव,
आलोक मालवीय,
केबी
रावत,
अमित शर्मा,
आर्किटेक्ट
श्यामलाल सिंह,
सेल एग्री कम्पनी
के एजीएम हेमांग यादव,
व्यापारी नेता प्रेम मिश्रा,
रजनीश कन्नौजिया,
नन्द किशोर,
गोकुल
शर्मा,
राजीव सिंह,
श्याम विहारी श्यामल,
रवीन्द्र त्रिपाठी,
शैलेन्द्र भारती,
सुरेश मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment