भीषण बारिश और तड़तड़ाती बिजली भी नहीं रोक सकी आस्था की धार
🔸 सावन के
पहले
सोमवार
की
मंगला
आरती
में
उमड़े
लाखों
श्रद्धालु
🔸 शिवभक्तों ने
बारिश
में
भी
डटे
रहकर
किया
बाबा
विश्वनाथ
का
जयघोष
🔸 प्रशासन पूरी
तरह
मुस्तैद,
सुरक्षा
व
दर्शन
की
व्यवस्थाएं
चाक-चौबंद
सुरेश गांधी
वाराणसी. मंगला आरती के समय
बारिश की धार हो
या बिजली की गर्जना—काशी
के शिवभक्तों की आस्था अडिग
रही। श्रद्धा का यह सैलाब
सावन में हर सप्ताह
इसी तरह उमड़ने वाला
है, और प्रशासन इससे
निपटने के लिए पूरी
तरह तैयार है। वैसे भी सावन का पहला सोमवार
हो और काशी की
गलियों में शिवभक्ति की
गूंज न हो, यह
कैसे संभव है? लेकिन
इस बार शिवभक्तों की
भक्ति ने प्रकृति की
हर चुनौती को पीछे छोड़
दिया। रविवार भोर में जब
काशी विश्वनाथ धाम में मंगला
आरती की शुरुआत हो
रही थी, उसी समय
तेज बारिश और बिजली की
गर्जन भी वातावरण में
फैली थी। बावजूद इसके,
श्रद्धालु कतार में अडिग
खड़े रहे। भीगते हुए
भक्तों ने न सिर्फ
दर्शन की प्रतीक्षा की,
बल्कि "हर हर महादेव"
के जयघोष से बाबा के
धाम को गुंजायमान कर
दिया। गीले वस्त्र, कांपते
कदम और ठंड से
सिकुड़ते बदन भी उनकी
श्रद्धा को डिगा नहीं
सके। यह श्रद्धा का
वह रूप था, जिसे
देखने खुद आसमान भी
झुकता दिखा।
कड़ा सुरक्षा घेरा और बहुपक्षीय इंतजाम
एसीपी दशाश्वमेध अतुल अंजान त्रिपाठी
ने बताया कि सावन के
पहले सोमवार को लाखों श्रद्धालुओं
के आने का अनुमान
है। इसी को ध्यान
में रखते हुए सुरक्षा
के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
ड्रोन से निगरानी, जगह-जगह बैरिकेडिंग, रूट
डायवर्जन और भारी पुलिस
बल की तैनाती की
गई है। पुलिस, पीएसी,
सीआरपीएफ के अलावा बाहरी
जनपदों से भी फोर्स
बुलाई गई है। श्रद्धालुओं
के गुम होने से
बचाव के लिए गोदौलिया
और मंदिर परिसर में खोया-पाया
केंद्र स्थापित किए गए हैं।
नो व्हीकल जोन और ट्रैफिक व्यवस्था
सावन के पहले
सोमवार को भारी भीड़
को देखते हुए मैदागिन से
गोदौलिया तक और अन्य
प्रमुख रूटों पर नो व्हीकल
जोन घोषित किया गया है।
72 घंटे का विशेष डायवर्जन
लागू किया गया है।
गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण ललिता
घाट से श्रद्धालुओं का
प्रवेश अस्थायी रूप से बंद
कर दिया गया है।
साथ ही, लाउडस्पीकर से
सतत चेतावनी दी जा रही
है कि श्रद्धालु कांवड़िया
घाट जैसे स्थानों पर
सुरक्षित तरीके से स्नान करें।
श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु विशेष प्रबंध
दर्शन व्यवस्था: छह विशेष द्वारों
से प्रवेश की व्यवस्था है।
अमानती घर: श्रद्धालुओं के
बैग, मोबाइल और धातु की
वस्तुएं रखने हेतु अमानती
घर बनाए गए हैं।
हेल्प डेस्क और मेडिकल सुविधा
मंदिर परिसर और गोदौलिया पर
हेल्प डेस्क के साथ-साथ
मेडिकल टीम और एंबुलेंस
तैनात हैं।
डिजिटल दर्शन :
बाबा विश्वनाथ की
आरती का लाइव प्रसारण
यूट्यूब और स्मार्ट चौराहों
पर हो रहा है।
स्कूल सोमवार को रहेंगे बंद, रविवार को खुलेंगे
डीएम के निर्देश
पर सावन के सोमवार
को सभी स्कूल बंद
रहेंगे। विद्यार्थियों और शिक्षकों की
सुरक्षा तथा यातायात सुगमता
को ध्यान में रखते हुए
यह निर्णय लिया गया है।
रविवार को विद्यालय खुलने
का आदेश दिया गया
है।
📍 खास टिप्स:
🔹 खाली पेट कतार
में न लगें
🔹 मोबाइल, धातु व पेन
साथ न लाएं
🔹 हेल्प डेस्क से सहयोग लें
🔹 टिकट पहले ही
बुक हो चुके हैं,
आरती में शामिल होने
की संभावना कम
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