प्रशासनिक अनुशासन
और
विकास
में
संतुलन
की
कोशिश
युद्ध स्तर पर पूर्ण हों विकास परियोजनाएं, नवंबर तक टीबी मुक्त हो वाराणसी : सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने
कानून-व्यवस्था,
स्वच्छता,
शिक्षा
और
बिजली
आपूर्ति
की
भी
समीक्षा
की;
फेक
अकाउंट्स
और
अफवाह
फैलाने
वालों
पर
सख्ती
के
निर्देश
सुरेश गांधी
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वाराणसी में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर जिले में चल रही विकास परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कोई भी परियोजना अनावश्यक रूप से लंबित न रहे। कार्यदायी संस्थाएं अतिरिक्त संसाधनों के साथ अभियान मोड में काम करें, अन्यथा कार्रवाई तय है।
मुख्यमंत्री ने जनस्वास्थ्य पर
विशेष जोर देते हुए
मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया
कि नवंबर 2025 तक जिले को
पूरी तरह टीबी मुक्त
किया जाए। उन्होंने कहा
कि इसके लिए चिकित्सकीय
विभाग के साथ जनप्रतिनिधियों
और सामाजिक संस्थाओं की भागीदारी भी
सुनिश्चित की जाए। उन्होंने
ज़ोर देकर कहा कि
"यह सिर्फ चिकित्सा का नहीं, जनचेतना
का भी अभियान होना
चाहिए।"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का
यह दौरा सिर्फ एक
प्रशासनिक बैठक नहीं, बल्कि
विकास, स्वच्छता, स्वास्थ्य, शिक्षा, सुरक्षा और पर्यावरण – इन
छह स्तंभों पर आधारित कुशल
शासन मॉडल का प्रस्तुतीकरण
है। उनके निर्देश यह
दर्शाते हैं कि लक्ष्य
सिर्फ परियोजनाएं पूरी करना नहीं,
बल्कि ज़मीन पर असर लाना
है। यही वजह है
कि योगी शासन में
‘टाइमलाइन’ और ‘ग्राउंड इम्पैक्ट’
दोनों को महत्व दिया
जा रहा है।
मुख्यमंत्री को दी गई परियोजनाओं की जानकारी
बैठक की शुरुआत
में जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने प्रेजेंटेशन के
माध्यम से जिले की
प्रमुख परियोजनाओं की प्रगति, बाढ़
की स्थिति और स्वच्छता व्यवस्था
की जानकारी दी। बताया गया
कि जिले में 64 परियोजनाएं
चल रही हैं, जिनकी
अनुमानित लागत करीब 15,000 करोड़
रुपये है। कज्जाकपुरा फ्लाईओवर
का निर्माण कार्य सितंबर 2025 तक पूरा किया
जाएगा। पुलिस कमिश्नर ने श्रावण मास
में कानून व्यवस्था व यातायात प्रबंधन
की तैयारी से अवगत कराया।
एडीजी जोन ने बताया
कि निगरानी के लिए सीसीटीवी,
पेट्रोलिंग और गो-तस्करों
तथा शराब माफिया पर
कार्रवाई जारी है।
निर्वाध बिजली आपूर्ति और स्कूलों में नामांकन
वाराणसी में बिजली आपूर्ति
की स्थिति को सुदृढ़ करने
के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री
ने कहा कि किसी
भी इलाके में अनावश्यक बिजली
कटौती न हो। विद्युत
विभाग को पूरे समर्पण
से कार्य करना होगा। उन्होंने
परिषदीय विद्यालयों में शत-प्रतिशत
नामांकन की आवश्यकता पर
बल दिया और कहा
कि कोई भी विद्यालय
शिक्षकों से विहीन न
रहे। बच्चों को यूनिफॉर्म, जूते,
बैग, पाठ्यपुस्तकें समय से मिले,
यह प्राथमिकता होनी चाहिए।
स्वच्छता में वाराणसी को टॉप फाइव में लाने का लक्ष्य
सीएम योगी ने
कहा कि "वाराणसी स्वच्छता में पीछे नहीं
रह सकता। यह काशी है,
प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र
है, सांस्कृतिक राजधानी है। इसे स्वच्छता
रैंकिंग में देश के
टॉप-5 शहरों में आना ही
चाहिए।" नगर आयुक्त को
निर्देशित किया गया कि
नियमित साफ-सफाई के
साथ नागरिकों में भी जागरूकता
फैलाई जाए। स्वच्छता सर्वेक्षण
2025 की तैयारियां अभी से युद्धस्तर
पर शुरू कर दी
जाएं।
सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट और अफवाहों पर सख्त नजर
मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया
प्लेटफॉर्म पर फेक आईडी
बनाकर अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित कर
कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि जातीय
वैमनस्य, अराजकता और कानून-व्यवस्था
से खिलवाड़ करने वाले तत्वों
को बख्शा नहीं जाएगा। लोकल
इंटेलिजेंस को और प्रभावी
बनाने, सीमावर्ती क्षेत्रों में अवैध शराब
तस्करी व नशा कारोबार
पर सख्त कार्रवाई के
निर्देश दिए गए।
एक पेड़ मां के नाम : भावनात्मक जुड़ाव से पर्यावरण की रक्षा
सीएम योगी ने
'एक पेड़ मां के
नाम' अभियान को भावनात्मक जुड़ाव
से जोड़ते हुए वृहद वृक्षारोपण
और नदी पुनर्जीवन अभियान
को जनसहभागिता से जोड़ने की
बात कही। उन्होंने कहा
कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से
लड़ने के लिए समाज
को आगे आना होगा।
शासन-प्रशासन के अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, श्रम मंत्री अनिल राजभर, स्टाम्प राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी, एडीजी पीयूष मोर्डिया, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा, सीडीओ हिमांशु नागपाल, विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग सहित तमाम अधिकारी उपस्थित रहे।
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