यूपी में चला ’योगी मॉडल’ का जादूः रिकॉर्ड दर रिकॉर्ड टूटे
उत्तर प्रदेश की राजनीति ने कई युग देखे, कई चेहरे आए-गए। लेकिन 27 जुलाई 2025 को इतिहास ने नया मोड़ लिया. योगी आदित्यनाथ ने यूपी के अब तक के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बनने का कीर्तिमान रच दिया। एक संन्यासी से प्रशासक बने योगी ने सत्ता को न सेवा से अलग रखा, न सुशासन से। उनकी नेतृत्व क्षमता, विचारधारा और नीतिगत स्पष्टता ने यूपी को भारत के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा कर दिया है। यूपी अब केवल देश का सबसे बड़ा राज्य नहीं, बल्कि विकास और सुशासन का रोल मॉडल बन चुका है। इस यात्रा के मार्गदर्शक हैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।“ आज योगी आदित्यनाथ एक व्यक्ति नहीं, बल्कि एक विचारधारा बन चुके हैं, जो राजनीति को सेवा, सुशासन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण से जोड़ता है। यूपी के नागरिकों को गर्व है कि वे ऐसे क्षणों का साक्षी बन रहे हैं जब उत्तर प्रदेश की पहचान जाति और अपराध से हटकर विकास, संस्कार और नेतृत्व के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित हो रही है। मतलब साफ है “योगी युग“ एक राजनीतिक शासन नहीं, भारत के नवजागरण की गाथा है। योगी अब केवल एक मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि नए भारत के राजनीतिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बन चुके हैं। “योगी मॉडल“ अब न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि भारत के भविष्य के नेतृत्व की परिभाषा बन चुका है। उन्होंने साबित किया है कि जब नेतृत्व में हो दृढ़ता, नीति में हो स्पष्टता और सेवा में हो निष्ठा, तब एक राज्य नहीं बल्कि युग बदलता है। उनकी अगुवाई में यूपी ने अपराध, अस्थिरता, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार से निकलकर विकास, सुशासन और सांस्कृतिक चेतना की ओर कदम बढ़ाया है
सुरेश गांधी
आज जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बन चुके हैं, तब यह कहा जा सकता है कि यह “योगी युग“ की शुरुआत है, जिसका प्रभाव आने वाले वर्षों तक देश की राजनीति और समाज में देखने को मिलेगा। योगी आदित्यनाथ ने केवल उत्तर प्रदेश में एक नई राजनीतिक धारा का नेतृत्व नहीं किया, बल्कि कई राष्ट्रीय मानकों पर रिकॉर्ड बनाते हुए अपने शासन को “नए भारत के नेतृत्व मॉडल” में बदल दिया। आज वे एक ऐसे राजनेता-संन्यासी के रूप में स्थापित हैं जिनका प्रत्येक निर्णय न केवल तात्कालिक परिणाम देता है, बल्कि आने वाले दशकों की नींव भी मजबूत करता है। योगी आदित्यनाथ का यह रिकॉर्ड केवल एक व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीतिक संस्कृति में एक बड़े परिवर्तन का प्रतीक है। यह उस नई राजनीतिक सोच का संकेत है जिसमें स्थायित्व, सुशासन, वैचारिक स्पष्टता और जनसेवा को सर्वोपरि रखा गया।
वर्तमान भारत के परिप्रेक्ष्य में योगी आदित्यनाथ की भूमिका को इतिहास लंबे समय तक स्मरण रखेगा, एक संत जो शासक बना, और शासक जो राज्य को सशक्त, सुरक्षित और समर्पित भाव से चलाने वाला बना। मतलब साफ है उत्तर प्रदेश की राजनीति में यह एक ऐतिहासिक क्षण है। जब देश की सबसे बड़ी आबादी और भौगोलिक दृष्टि से अत्यंत जटिल राज्य, यूपी को न केवल एक स्थिर नेतृत्व मिला, बल्कि वह नेतृत्व अपने समय में सबसे दीर्घकालिक मुख्यमंत्री बनने का गौरव भी अर्जित कर चुका है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जिन्होंने एक संत के रूप में अध्यात्म की भूमि गोरखपुर से राजनीति की यात्रा शुरू की, आज यूपी के शासकीय इतिहास में रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड बना रहे हैं। हिंदुत्व के सबसे मजबूत वैचारिक स्तंभ है तो राष्ट्रीय मंच पर प्रधानमंत्री मोदी के बाद सबसे लोकप्रिय चेहरा बन चुके है। 1985 के बाद पहली बार उनके नेतृत्व में किसी सरकार की न सिर्फ वापसी हुई, बल्कि राजनीतिक अस्थिरता को समाप्त करने वाली सरकार होने का कीर्तिमान बनाया है। उत्तर प्रदेश की राजनीतिक अस्थिरता के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई मुख्यमंत्री दो कार्यकाल पूरे करते हुए लगातार शासन में है। लगातार दो बार पूर्ण बहुमत से मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति है। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने, जिन्हें लगातार दो बार (2017 और 2022) पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा की सरकार का नेतृत्व मिला।
उत्तर प्रदेश में अब तक
कोई मुख्यमंत्री दो बार लगातार
पूर्ण बहुमत से सत्ता में
नहीं लौट पाया था।
2022 में 37 वर्षों बाद किसी सरकार
की पुनरावृत्ति हुई। 2017 से अब तक
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा 22,000 से अधिक अपराधियों
को गिरफ्तार किया गया, जिसमें
6,500 से अधिक अपराधी जेल
भेजे गए, और 200 से
अधिक मुठभेड़ में मारे गए।
अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे कुख्यात अपराधियों
की सल्तनत खत्म की गई। “ठोक दो नीति” को
लेकर पूरे देश में
उत्तर प्रदेश मॉडल की चर्चा
हुई। योगी शासन में
सबसे अधिक एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट,
मेडिकल कॉलेज और इंडस्ट्रियल कॉरिडोर
का निर्माण हुआ। वैश्विक निवेशक
सम्मेलन के ज़रिए 36 लाख
करोड़ से अधिक निवेश
प्रस्ताव प्राप्त किए गए। योगी
आदित्यनाथ ने काशी, अयोध्या,
मथुरा जैसे तीर्थ स्थलों
के विकास को राष्ट्रीय महत्व
के स्तर तक पहुँचाया।
कोविड काल में उत्तर
प्रदेश भारत का सबसे
बड़ा राज्य होते हुए भी
संक्रमण नियंत्रण, टेस्टिंग और वैक्सीनेशन में
अग्रणी रहा।
उत्तर प्रदेश पहला राज्य बना जहां महिला सशक्तिकरण को लेकर समग्र मिशन संचालित हुआ. योगी सरकार के दौरान उत्तर प्रदेश में 60 से अधिक नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य शुरू किया गया. यह स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की दशकों पुरानी कमी को दूर करने की दिशा में बड़ा कदम है।
‘एक जिला
एक उत्पाद’ योजना के अंतर्गत हर
जिले के पारंपरिक उत्पाद
को प्रोत्साहन दिया गया। अदानी
ग्रुप, टाटा, रिलायंस, अमेज़न, माइकपअीओ क्राफ्ट, कई विदेशी कंपनियां
भारत न सिर्फ भारत
आयी, बल्कि प्रदेश भारत का ’इंडस्ट्रियल
पावरहाउस’ बना.
हिंदुत्व की स्पष्ट वैचारिक रेखा
योगी आदित्यनाथ की सबसे प्रमुख विशेषता है उनकी वैचारिक स्पष्टता। वे न तो अपनी हिंदुत्व की सोच से पीछे हटे, न ही उसे छुपाने की कोशिश की। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण हो, मथुरा-वृंदावन का कायाकल्प हो या काशी विश्वनाथ धाम का जीर्णोद्धारकृयोगी सरकार ने सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को विकास के साथ समाहित कर एक नए प्रकार की राजनीति की नींव रखी। गंगा यात्रा, श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट, कृष्ण जन्मभूमि की सुरक्षा, तीर्थ क्षेत्रों का आधुनिकीकरणकृइन सब कार्यों ने सनातन संस्कृति के पुनरुत्थान को राजनीतिक मुख्यधारा में स्थान दिया। योगी आदित्यनाथ अब केवल उत्तर प्रदेश तक सीमित चेहरा नहीं रहे। वे भाजपा के राष्ट्रीय मंच पर एक मजबूत वैचारिक स्तंभ बन चुके हैं। उनके नेतृत्व शैली, विचारधारा के प्रति स्पष्ट दृष्टिकोण और निष्कलंक छवि ने उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद भाजपा का एक सबसे मजबूत विकल्प के रूप में स्थापित किया है। अब राजनीतिक विश्लेषक “योगी मॉडल“ की चर्चा करने लगे हैं।सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री का गौरव
25 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री बनने
के बाद से योगी
आदित्यनाथ लगातार शासन चला रहे
हैं। जुलाई 2025 तक उन्होंने गोविंद
बल्लभ पंत जैसे ऐतिहासिक
नेताओं का रिकॉर्ड तोड़ते
हुए, उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे
कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री बनने
का कीर्तिमान स्थापित किया है। उनके
नेतृत्व में सरकार न
केवल दो बार जनादेश
हासिल कर चुकी है,
बल्कि प्रशासनिक स्थायित्व के मामले में
यह एक दुर्लभ उपलब्धि
है, जो यूपी की
राजनीति में इससे पहले
कभी नहीं देखी गई।
सुशासन, सुरक्षा, और संस्कृति का समन्वय
योगी आदित्यनाथ का
मॉडल केवल शासन की
निरंतरता नहीं है, बल्कि
यह सख्त कानून व्यवस्था,
तेज विकास, और सांस्कृतिक पुनर्जागरण
का त्रिदेव है। उनके कार्यकाल
में “गुंडाराज“ की जगह कानून
का राज आया। एनकाउंटर
पॉलिसी से लेकर गैंगस्टर
एक्ट, माफिया की संपत्ति कुर्की,
और महिला सुरक्षा मिशनों ने आमजन का
विश्वास बढ़ाया।
अपराध नियंत्रण में रिकॉर्ड सफलता
22,000$ एनकाउंटर, 5,000 से अधिक अपराधी
जेल में
100$ माफिया डॉन, जिनकी संपत्ति
जब्त कर स्कूल-थाना
बने महिला
सुरक्षा को लेकर मिशन
शक्ति जैसे अभिनव कार्यक्रम
विकास के नए कीर्तिमान
9 एक्सप्रेसवे, 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माणाधीन
डिफेंस कॉरिडोर, फिल्म सिटी, जीबीसी जैसे वैश्विक निवेश
मंच
1 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी का
विज़न
धार्मिक और सांस्कृतिक पुनर्जागरण
प्रशासनिक सुधार और डिजिटलीकरण
ई-पेंशन, जनसुनवाई
पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन 1076, और
डिजिटल लोक सेवा केन्द्र
जैसे प्रयासों से आमजन को
सरकार से सीधा संवाद
मिला
वीडीए और यूपीईआईडीए जैसे
निकायों की कार्यशैली में
क्रांतिकारी बदलाव, भूमि बैंक पोर्टल,
प्रॉपर्टी डिजिटल रजिस्ट्री, एफआईआर ऑनलाइन आदि नवाचार
राष्ट्रीय राजनीति में ‘योगी ब्रांड’ की धमक
मुख्यमंत्री के कुछ अन्य कीर्तिमान
क्षेत्र रिकॉर्ड
: उपलब्धि
कार्यकाल ःसबसे
लंबा मुख्यमंत्री (8$ वर्ष)
निर्माण ः सबसे
ज्यादा एक्सप्रेसवे व एयरपोर्ट एक
साथ निर्माण
सबसे
बड़ी इन्फ्रास्ट्रक्चर क्रांति
पूर्वांचल,
बुंदेलखंड और गंगा एक्सप्रेसवे
जेवर
एयरपोर्ट : देश का सबसे
बड़ा
कानून
व्यवस्था : सबसे
अधिक एनकाउंटर और माफिया कुर्की
19,000 से अधिक
अपराधी गिरफ्तार
200 से अधिक
मुठभेड़ों में माफिया ढेर
अतीक
अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे नेटवर्क ध्वस्त
धर्म अयोध्या-काशी-मथुरा पुनरुत्थान
धार्मिक
पुनर्जागरण का नेतृत्व
श्रीराम
जन्मभूमि मंदिर निर्माण
श्री
काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर
दीपोत्सव
में गिनीज़ रिकॉर्ड (24 लाख दीपक)
ब्रज,
चित्रकूट और प्रयागराज में
तीर्थ योजना
रोजगार
: सबसे अधिक सरकारी
भर्तियाँ पारदर्शी तरीके से
निवेश : 40
लाख करोड़ से अधिक
प्रस्ताव, ग्लोबल समिट
एक
जिला एक उत्पाद (ओडीओपी)
से रिकॉर्ड निर्यात
डिजिटल
गवर्नेंस ः
100þ ई-गवर्नेंस लागू विभाग
ग्लोबल
इन्वेस्टर्स समिट में अंतरराष्ट्रीय
भागीदारी
सुशासन
के आधार स्तंभ : पारदर्शिता,
जवाबदेही और कर्तव्यनिष्ठा
विकास 3 मेगा
एक्सप्रेसवे, 1 इंटरनेशनल एयरपोर्ट
‘ठोक
दो नीति’ से भयमुक्त प्रदेश
का निर्माण
ओडीओपी
योजना से शिल्प, हथकरघा,
दस्तकारी को पहचान
1.5 लाख करोड़
से अधिक निर्यात
पूर्व
रिकॉर्डधारी : गोविंद बल्लभ पंत (7 वर्ष 4 माह)
योगी
जी का कार्यकाल : पहला
कार्यकाल : 19 मार्च 2017 व 25 मार्च 2022 दूसरा
कार्यकाल : 25 मार्च 2022 से अब तक
जारी
जनमत : संतुलन, संकल्प और सफलता का नाम, योगी
आज योगी आदित्यनाथ
एक सख्त प्रशासक के
रूप में पहचाने जाते
हैं, जो भावनात्मक मुद्दों
पर भी मज़बूती से
खड़े रहते हैं और
आर्थिक विषयों पर भी स्पष्ट
नीति रखते हैं। विपक्ष
के तमाम हमलों और
राष्ट्रीय मीडिया की चुनौतियों के
बावजूद, योगी सरकार अपनी
स्पष्ट नीतियों, धार्मिक आस्थाओं के सम्मान और
“सबका साथ-सबका विकास”
की भावना से उत्तर प्रदेश
को एक नए युग
की ओर ले जा
रही है।
सबसे लंबे कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री का गौरव
27 जुलाई 2025 को योगी आदित्यनाथ
ने गोविंद बल्लभ पंत का सात
दशक पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। 8 वर्षों से अधिक का
निरंतर कार्यकाल, दो बार लगातार
पूर्ण बहुमत, राजनीतिक अस्थिरता के युग का
अंत. या यूं कहे
उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास
में यह पहली बार
है कि कोई मुख्यमंत्री
दो कार्यकालों तक निर्विघ्न शासन
करता हुआ, जनता के
भरोसे का प्रतीक बन
गया।
स्वास्थ्य सेवा में क्रांति
60 मेडीकल कालेज यानी हर जिले
में मेडिकल कॉलेज
एम्स गोरखपुर
कोविड-19 प्रबंधन में राष्ट्रीय मॉडल
देश में सबसे
अधिक टेस्टिंग
वैक्सीनेशन में अग्रणी
‘टीका एक्सप्रेस’, ग्रामीण
हेल्थ मॉडल
डब्ल्यूएचओं तक ने की
सराहना
मिशन शक्ति
महिला सुरक्षा की दिशा में
सबसे बड़ा अभियान
एंटी रोमियो स्क्वॉड
महिला थाने और हेल्पलाइन
पिंक बूथ और
महिला सुरक्षा बजट
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