डिजिटल युग में सतर्कता ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच : पुलिस आयुक्त
व्यापारियों संग
साइबर
अपराध
पर
जागरूकता
गोष्ठी,
हेल्पलाइन
1930 पर
सूचना
देने
की
अपील
सुरेश गांधी
वाराणसी। पुलिस आयुक्त कमिश्नरेट वाराणसी मोहित अग्रवाल ने गुरुवार को
यातायात लाइन सभागार में
व्यापारी बन्धुओं संग साइबर अपराध
से बचाव हेतु जागरूकता
गोष्ठी की। उन्होंने कहा
कि डिजिटल युग में सतर्कता
ही सबसे बड़ा बचाव
है। अज्ञात कॉल, लिंक या
मैसेज से दूरी बनाएं
और अपने बैंकिंग/वित्तीय
विवरण किसी भी हाल
में साझा न करें।
किसी भी प्रकार की
धोखाधड़ी होने पर तुरंत
हेल्पलाइन नंबर 1930 या साइबर पोर्टल
पर सूचना दें।
उन्होंने व्यापारियों को ‘डिजिटल अरेस्ट’
जैसे नए साइबर ठगी
के तरीकों से सतर्क रहने
को कहा। ठग पुलिस
या सीबीआई अधिकारी बनकर झूठे केस/वारंट दिखाते हैं और पैसों
की मांग करते हैं।
ऐसे कॉल पूरी तरह
फर्जी होते हैं। व्यापारियों
को निवेश स्कीम धोखाधड़ी, आसान लोन व
फर्जी केवाईसी अपडेट, म्यूल अकाउंट का उपयोग, ऑनलाइन
नौकरी ठगी, नकली बैंकिंग
ऐप और फोन सेटिंग
बदलवाकर डाटा चोरी जैसे
मामलों से बचने की
सलाह दी गई।
उन्होंने जोर देकर कहा
कि ओटीपी, एटीएम पिन, सीवीवी नंबर
और बैंक खाता संबंधी
विवरण कभी साझा न
करें। पासवर्ड हमेशा मजबूत और समय-समय
पर बदला जाना चाहिए।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि
पर तुरंत पुलिस को सूचित करें
और दूसरों को भी जागरूक
करें। इस अवसर पर
पुलिस उपायुक्त काशी गौरव बंशवाल,
पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी, अपर पुलिस
उपायुक्त (साइबर अपराध) श्रीमती नीतू, अपर पुलिस उपायुक्त
यातायात अंशुमान मिश्र, सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली ईशान सोनी, महानगर
व्यापार उद्योग समिति अध्यक्ष प्रेमनाथ मिश्रा, मुख्य संरक्षक आर.के. चौधरी,
संरक्षक नारायण खेमका, कोषाध्यक्ष पंकज अग्रवाल सहित
व्यापारीगण उपस्थित रहे।
No comments:
Post a Comment