अस्सी घाट पर मोबाइल चोरों का आतंक, नववर्ष में पर्यटकों की सुरक्षा राम भरोसे
पर्यटकों की भीड़ का फायदा
उठा रहा गिरोह, मुंबई से आई युवती का आई फोन उचक्कों ने उड़ाया
सुरेश गांधी
वाराणसी। पर्यटन नगरी काशी के प्रमुख पर्यटन स्थल
अस्सी घाट पर इन दिनों मोबाइल चोरों का गिरोह बेखौफ सक्रिय है। नववर्ष और छुट्टियों
के चलते बड़ी संख्या में देश-विदेश से पर्यटक बनारस पहुंचे हैं, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था
पूरी तरह राम भरोसे नजर आ रही है। भीड़ का फायदा उठाकर चोर पलक झपकते ही किसी का मोबाइल
छीन लेते हैं तो किसी का पर्स उड़ा ले रहे हैं।
ताजा मामला घाटकोपर मुंबई से वाराणसी
घूमने आई अंकिता का है, जिनका महंगा आई फोन अस्सी घाट क्षेत्र में चोरी हो गया। घटना
के बाद पीड़िता ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, लेकिन इसके बावजूद चोरी की घटनाओं पर अंकुश
नहीं लग सका। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्सी घाट क्षेत्र में मोबाइल चोरी अब रोजमर्रा
की बात हो गई है।
स्थानीय दुकानदारों और घाट पर नियमित
आने वाले लोगों का आरोप है कि यह कोई एक-दो चोर नहीं बल्कि संगठित गिरोह है, जो रोजाना
4 से 6 मोबाइल चोरी करता है। नववर्ष के मौके पर घाटों पर भारी भीड़ रहती है, लेकिन पुलिस
गश्त न के बराबर है। इससे चोरों के हौसले और बुलंद हो गए हैं। घाट के आसपास दुकानों
और होटलों में सीसीटीवी कैमरे तो लगे हैं और कुछ फुटेज में संदिग्ध कैद भी हुए हैं,
लेकिन जब जांच के दौरान पुलिस ने होटल और दुकानदारों से पूछताछ की तो कई जगहों पर यह
कहकर पल्ला झाड़ लिया गया कि जिस एंगल पर घटना हुई, वहां का कैमरा खराब है। इससे यह
सवाल भी उठ रहा है कि क्या कैमरे सिर्फ दिखावे के लिए लगे हैं?
स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि कुछ
चोर पर्यटक या अस्थायी किरायेदार बनकर इलाके में रहते हैं और भीड़भाड़ के समय वारदात
को अंजाम देकर आसानी से फरार हो जाते हैं। अस्सी घाट जैसे अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल
पर लगातार हो रही चोरी की घटनाएं प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं।
पुलिस का वर्जन
पुलिस का कहना है कि पीडित्र द्वारा शिकायत
किए जाने पर घटना की सूचना दर्ज कर ली जाती है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और
संदिग्धों की पहचान की जा रही है। नववर्ष को देखते हुए भीड़भाड़ वाले इलाकों में गश्त
बढ़ाई जाएगी और मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पर्यटक अलर्ट अपील
घाटों
पर भीड़ में मोबाइल हाथ में लेकर न चलें
पर्स
और मोबाइल सुरक्षित जेब या बैग में रखें
संदिग्ध
गतिविधि दिखे तो तुरंत 112 या नजदीकी पुलिस चौकी को सूचना दें
मोबाइल चोरी होने पर तुरंत पुलिस को जानकारी दें और ईएमआई नंबर उपलब्ध कराएं

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