Tuesday, 9 July 2024

सावन : श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन मुहैया के लिए प्रशासन ने कसीं कमर

सावन : श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन मुहैया के लिए प्रशासन ने कसीं कमर

सुरक्षा से लेकर पीने के पानी शौचालय तक के होंगे खास इंतजाम : कौशलराज शर्मा

बाबा विश्वनाथ धाम से लेकर पूरे परिसर की गिनहबानी करेगी तीसरी आंख

नेमी दर्शनार्थियों में धक्का-मुक्की के मामले में चिन्हित कर होगी कार्रवाई

कई जगहों पर लाइव दर्शन, खोया पाया केंद्र की भी होगी व्यवस्था

मौदगिन से गोदौलिया के बीच पूरे सावन माह नो व्हीकल जोन रहेगा

वृद्ध, अशक्त, दिव्यांग तथा अति विशिष्ट लोगों के लिए मुफ्त -रिक्शा का संचालन किया जायेगा

मंडलायुक्त पुलिस कमिश्नर की अध्यक्षता में श्रावण मास की तैयारियों के संबंध में बैठक

सुरेश गांधी

वाराणसी। सावन में श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन मुहैया कराने के लिए प्रशासन ने हर तरह की तैयारियां की हैं। सुरक्षा से लेकर पीने के पानी शौचालय तक के लिए खास इंतजाम किए गए है। खासकर बाबा विश्वनाथ धाम से लेकर पूरे परिसर की गिनहबानी के लिए चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी लगायेंज जायेंगें। इसके अलावा नेमी दर्शनार्थियों में आएं दिन धक्का-मुक्की के मामले में चिन्हित कर उनके खिलाफ दडात्मक कार्रवाई का निर्णय लिया गया हैं। 

मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा एवं पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास की तैयारियों के संबंध में बैठक आहूत की गयी। बैठक में मंदिर प्रशासन द्वारा की गयी तैयारियों को पीपीटी के माध्यम से अधिकारियों के समक्ष रखा गया। बता दें, इस बार श्रावण मास 22 जुलाई से होकर 19 अगस्त तक होगा, जिसमें पांच सोमवार पड़ रहे हैं। जिससे दर्शनार्थियों की बड़ी संख्या में आने की उम्मीद है। मंदिर प्रशासन द्वारा दर्शनार्थियों की सुविधा हेतु कई जगहों पर लाइव दर्शन, खोया पाया केंद्र जिसमें बहुभाषी कर्मियों की भी व्यवस्था होगीं। मौदगिन से गोदौलिया के बीच पूरे सावन माह नो व्हीकल जोन बनाते हुए वृद्ध, अशक्त, दिव्यांग तथा अति विशिष्ट लोगों के लिए मुफ्त -रिक्शा का संचालन किया जायेगा। संपूर्ण धाम क्षेत्र को सीसीटीवी कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा हो तथा सभी व्यवस्थाओं पर बारीकी से नजर रखी जा सके। 

पुलिस कमिश्नर द्वारा सुरक्षा के सभी प्रबंध करने तथा गर्भ-गृह के पास पुराने पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाने हेतु निर्देशित किया गया। मंडलायुक्त द्वारा पूरे क्षेत्र में सुरक्षा के दृष्टिगत सभी लगे सीसीटीवी को चेक करते हुए बचे जगहों पर भी कैमरे लगाने को निर्देशित किया गया। उन्होंने सड़क पर भीड़ को कम करते हुए अंदर बैरिकेड्स को जिग-जैग करने तथा शेड लगाने को भी निर्देशित किया। घाट पर लगी फ्लड लाइट को और बढ़ाने हेतु निर्देशित किया ताकि कोई भी क्षेत्र अंधेरे में नहीं रहने पाये। मंडलायुक्त ने पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा गलियों में भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम, नगर निगम को सीवरेज चेकिंग तथा सफाई के उचित प्रबंध करने हेतु निर्देशित किया उन्होंने परिक्षेत्र के दुकानदारों के साथ भी बैठक करने हेतु निर्देशित किया गया ताकि उचित व्यवस्था बनाने में उनकी मदद ली जा सके। स्वास्थ्य विभाग को भी पूरे परिक्षेत्र में डॉक्टरों की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चत करने हेतु निर्देशित किया गया ताकि दर्शनार्थियों को जरूरत पड़ने पर ससमय उचित चिकित्सा मुहैया की जा सके। 

मंदिर प्रशासन को ड्यूटी में लगे सभी स्टाफ के खाने-पीने तथा जलपान के उचित प्रबंध करने हेतु भी कहा गया। मंडलायुक्त द्वारा दर्शनार्थियों हेतु शौचालय, पीने के पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने घाटों पर लगे सभी जेटी को ठीक करने हेतु भी निर्देशित किया। दैनिक दर्शनार्थियों में कुछ दर्शनार्थियों द्वारा अक्सर शिकायत की जा रही है की कतिपय स्थानीय नेमी द्वारा दर्शन के दौरान धक्का-मुक्की अव्यवस्था की जाती है जिससे नेमी दर्शनार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसको ध्यान में रखते हुए धाम में अनुशासन बनाये जाने हेतु सभी से लाइन में लगकर अनुशासित होकर दर्शन करने की अपेक्षा की गयीं साथ ही चेताया गया है कि ऐसे लोगों को चिन्हित करते हुए नोटिस जारी किया जाएगा तथा पुनः अव्यवस्था फैलाने पर उनको आम दर्शनार्थियों के मार्फत दर्शन करना पड़ेगा। काशीवासीयों हेतु एक नवीन मार्ग काशी द्वार नंदुफारिया मार्ग से प्रातः एवं सायं 4 से 5 बजे तक खोलने के प्रस्ताव पर चर्चा हुई जिसको शुरूआत में नेमी दर्शनार्थियों हेतु खोला जायेगा तत्पश्चात व्यवस्था सुदृढ़ होने के बाद आम काशीवासीयों हेतु खोला जायेगा। बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, अपर पुलिस आयुक्त वाराणसी कमिश्नरेट एस चिनप्पा, मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा, डीसीपी प्रज्ञा पाठक, सीएमओ, अपर नगर आयुक्त, मंदिर प्रशासन तथा पुलिस विभाग से संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

धाम में पहली बार छह द्वार से प्रवेश कर सकेंगे श्रद्धालु

भगवान शिव के सबसे प्रिय मास सावन में श्री काशी विश्वनाथ धाम में भी नई व्यवस्थाएं लागू होंगी। धाम के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब श्रद्धालुओं को छह द्वार से प्रवेश दिया जाएगा। इसके साथ ही काशीवासियों के लिए भी काशीद्वार की शुरुआत हो जाएगी। मंदिर प्रशासन ने सावन में दर्शन-पूजन का खाका तैयार कर लिया है। 21 जुलाई से शिव की नगरी काशी अपने आराध्य की आराधना में तल्लीन हो जाएगी। सावन में देश ही नहीं दुनिया भर से श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए काशी आएंगे। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिर न्यास ने विशेष तैयारियां की हैं। धाम में पहली बार प्रवेश के लिए दो द्वार बढ़ाए गए हैं। साथ ही काशीवासियों को भी इस बार सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन सुगम हो जाएंगे। मंदिर न्यास ने काशीवासियों के लिए नंदू फारिया गली से काशी द्वार तैयार किया है। वहीं, बाबा के लाइव दर्शन और पूजन करने वालों के लिए भी ऑनलाइन दर्शन-पूजन की व्यवस्था रहेगी। श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ का ऑनलाइन रुद्राभिषेक और पूजन घर बैठे करा सकेंगे। विश्वनाथ मंदिर की वेबसाइट, एप और धाम क्षेत्र में एलईडी पर दर्शन के इंतजाम रहेंगे। सावन के सोमवार, प्रदोष, पूर्णिमा पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण स्पर्श दर्शन नहीं हो सकेंगे। सावन के पहले सोमवार को देश भर के 18 राज्यों से 50 हजार से अधिक यादव बंधु बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक करेंगे। इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने उनके लिए अलग से इंतजाम किए हैं।

धाम में ही मिलेगा माला, फूल, प्रसाद और दूध

हेल्प डेस्क से लेकर प्रसाद, फूल, माला और दूध की व्यवस्था धाम में ही रहेगी। कतारबद्ध होने वाले शिवभक्तों को प्रसाद लेने में दिक्कत नहीं होगी। धाम के अंदर ही बाबा को अर्पित करने वाला दूध, जल और प्रसाद खरीद सकेंगे। श्रद्धालुओं को कतारबद्ध दर्शन-पूजन कराने के लिए स्टील की बैरिकेडिंग गंगा द्वार, दशाश्वमेध घाट से बांसफाटक, चौक से लेकर गेट नंबर चार तक रहेगी।

मंदिर के रेड जोन की सुरक्षा में सेंध

सावन से पहले ही रेड जोन की सुरक्षा में वर्दीधारी ने ही सेंध लगा दी। सोमवार की सुबह महिला श्रद्धालु को दर्शन कराने पुलिसकर्मी अपने साथ मोबाइल लेकर काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में पहुंच गया। गर्भगृह में फोटो खींचने के चक्कर में उसने बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने वाले पात्र को भी लांघ दिया। मंदिर के गर्भगृह में लाइव दर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मंदिर प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सोमवार को सुबह 920 बजे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन चल रहा था। इसी दौरान एक सिपाही कुछ श्रद्धालुओं के साथ मंदिर में पहुंचा। उसने पहले बाबा विश्वनाथ को जल चढ़ाने वाली पहली जलधारी को लांघा, फिर उसने बाबा को माला-फूल चढ़ाया। इसके बाद पुलिसकर्मी ने दूसरी जलधारी को लांघा और कोने में जाकर खड़ा हो गया। इसके बाद उसने पैंट की पॉकेट से मोबाइल निकाला और फोटो खींचने लगा। कुछ देर फोटो और वीडियो बनाने के बाद उसने मोबाइल पॉकेट में रख लिया। 

लाइव दर्शन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने इस पर आक्रोश जताया। श्रद्धालुओं का कहना था कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बाद भी पुलिसकर्मी मोबाइल लेकर गर्भगृह में पहुंच जा रहे हैं। यह तो मंदिर के सुरक्षा प्रोटोकॉल से खिलवाड़ है। मंदिर की एसओपी के अनुसार काशी विश्वनाथ मंदिर के चेकिंग प्वाइंट के बाहर ही मोबाइल फोन जमा करा दिया जाता है। किसी को भी गर्भगृह में मोबाइल फोन, पेन, कंघी आदि लाने की इजाजत नहीं है। पुलिसकर्मी सिर्फ मोबाइल फोन ही नहीं बल्कि असलहा भी चेकिंग पॉइंट तक ही ले जा सकते हैं। 

देखा जाएं तो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह या प्रतिबंधित क्षेत्र में मोबाइल लेकर जाने की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पहले भी गर्भगृह में नियमों की धज्जियां उड़ चुकी हैं। बीते रंगभरी एकादशी पर्व पर गर्भगृह में हजारों लोग सिर्फ मोबाइल फोन लेकर पहुंच गए बल्कि सोशल मीडिया पर गर्भगृह की खूब वीडियो और रील्स वायरल हुई थी। मसान की होली पर भी काफी संख्या में युवकों ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए खूब जमकर एक दूसरे पर चप्पल चलाए थे। काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने कहा कि यह नियमों का उल्लंघन है। पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।

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