चार दिवसीय कारपेट एक्स्पों की तैयारियों में जुटा सीईपीसी
इस बार इंडिया कारपेट एक्स्पों 15 से 18 अक्टूबर तक होगा
मेले से
पहले
मार्ट
परिसर
की
खामियों
को
दूर
करने
के
लिए
सीईपीसी
के
प्रशासनिक
सदस्यों
की
बैठक
लखनऊ से
आयी
टेक्निशियन
टीम
के
साथ
मार्ट
में
एसी,
फायर,
लिफ्ट
और
इलेक्ट्रिक
पैनल
की
सर्विसिंग
तथा
रिपेयरिंग
काउंसिल
के
बारे
में
विस्तार
से
चर्चा
की
गयी।
तय किया
गया
कि
पूर्व
की
भांति
इस
बार
मेला
ग्रांउड
में
पदर्शनी
लगाने
वाले
निर्यातकों
को
किसी
भी
तरह
की
समस्या
का
सामना
ना
करना
पड़े
अगले एक
सप्ताह
बाद
मेले
में
प्रदशनी
लगाने
वाले
इच्छुक
निर्यातकों
के
लिए
स्टॉल
बुकिंग
शुरु
हो
जायेगी
बुकिंग पुराने
फार्मूले
के
तहत
पहले
आओं
पहले
पाओं
की
तर्ज
पर
ऑनलाइन
बुकिंग
होगी
सुरेश गांधी
वाराणसी। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) कारपेट एक्सपो मार्ट, भदोही में होने वाले
आगामी कारपेट एक्स्पों की तैयारियों में
जुट गया है। इस
बार चार दिवसीय इंडिया
कारपेट एक्स्पों 15 से 18 अक्टूबर तक होगा। मेले
से पहले मार्ट परिसर
की खामियों को दूर करने
के लिए सीईपीसी के
प्रशासनिक सदस्यों की बैठक मार्ट
परिसर में आयोजित की
गयी।
इस दौरान लखनऊ
से आयी टेक्निशियन टीम
के साथ मार्ट में
एसी, फायर, लिफ्ट और इलेक्ट्रिक पैनल
की सर्विसिंग तथा रिपेयरिंग काउंसिल
के बारे में विस्तार
से चर्चा की। तय किया
गया कि पूर्व की
भांति इस बार मेला
ग्रांउड में पदर्शनी लगाने
वाले निर्यातकों को किसी भी
तरह की समस्या का
सामना ना करना पड़े।
मेला आयोजन कि पहले हर
तरह की तकनीकी खामियों
दूर हो जाना चाहिए।
सीईपीसी चाहती है कि एक्सपो
में सभी सिस्टम सही
तरीके से चले।
प्रशासनिक सदस्य असलम ने बताया
कि अगले एक सप्ताह
के बाद मेले में
प्रदशनी लगाने वाले इच्छुक निर्यातकों
के लिए स्टॉल बुकिंग
शुरु हो जायेगी। बुकिंग
पुराने फार्मूले के तहत पहले
आओं पहले पाओं की
तर्ज पर ऑनलाइन बुकिंग
होगी। बुकिंग के लिए निम्नलिखित
दर निर्धारित किया गया। जिसमें
प्रदर्शनी हाल भूतल के
लिए 5500 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर, प्रदर्शनी हाल ऊपर के
लिए 4200 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर, भूतल शॉप के
लिए 5000 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर व दूसरा
तल शॉप के लिए
3500 रुपये प्रति स्क्वायर मीटर निर्धारित किया
गया है।
असलम महबूब ने
कहा कि एक्स्पों का
मकसद एक ही छत
के नीचे हैंडमेड कारपेट
सहित हर तरह के
हस्तनिर्मित कालीनों की प्रदर्शनी के
जरिए सात समुंदर पार
विदेशी ग्राहको को लुभाना। इंडस्ट्री
से जुड़े उद्यमियों की
मानें तो यह एक्स्पों
हस्तनिर्मित कालीनों के लिए इस
बार वरदान साबित होने वाला है।
इस एक्स्पों में भारतीय सभी
प्रांतों के निर्यातक अपने
उत्पादों की प्र्रदर्शनी लगा
सकेंगे। सीईपीसी का दावा है
कि कारोबारियों एवं इससे जुड़े
बुनकरों व कारीगरों के
लिए वरदान साबित होगा। इस एक्स्पों को
वैश्विक स्तर पर सबसे
बड़ा कारपेट संबंधित उत्पदों की प्रदर्शनी माना
जा रहा है।
मेले में उभरते
हुए उद्यमियों एवं स्टार्टअप उद्यमियों
को खास अवसर दिया
जायेगा। ताकि उनके उत्पादों
को अंतरराष्ट्रीय मंच मिल सके।
इसके अलावा फेयर में भाग
लेने वाले विदेशी आयातकों
को इस बार भी
सहलियतें प्रदान की जायेगी। इसमें
खरीदार चाहे तो अपने
निर्माताओं के गोदामों का
विजिट कर सकता है।
बैठक में प्रशासनिक समिति
के सदस्य रवि पाटोदिया, वासिफ
अंसारी, अनिल कुमार सिंह,
असलम महबूब, हुसैन जफर हुसैनी, संजय
गुप्ता, पीयूष बरनवाल, रोहित गुप्ता व इम्तियाज अहमद
के अलावा सीईपीसी नई दिल्ली कार्यालय
से कार्यकारी निदेशक एवं सचिव भी
ऑनलाइन मौजूद रहे।
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