भव्य महाकुम्भ का दिव्य ड्रोन शो, श्रद्धालुओं का मोह लिया मन
महाकुंभ : 10.80 करोड़ श्रद्धालु लगा चुके है डुबकी, 27 को होगी धर्म संसद
उत्तर प्रदेश,
अपनी
सांस्कृतिक
धरोहर
और
समृद्ध
परंपराओं
के
साथ
विकास
की
नई
ऊंचाइयों
को
छू
रहा
है
: केशव
मौर्या
इस स्थापना
दिवस
की
थीम
‘विकास
व
विरासत
प्रगति
पथ
पर
उत्तर
प्रदेश’
राज्य
की
प्रगति
को
नई
दिशा
देने
का
संकल्प
है
आज पूरे
प्रदेश
में
उत्साह
और
गर्व
का
माहौल
है
अध्यात्म, ज्ञान
और
शिक्षा
की
तपोभूमि
यूपी
नरेन्द्र
मोदी
के
मार्गदर्शन
में
विकसित
भारत
की
संकल्प
यात्रा
में
अग्रणी
भूमिका
निभा
रहा
है
यह दिन
प्रदेश
की
सांस्कृतिक
धरोहर,
ऐतिहासिक
उपलब्धियों
और
विकास
यात्रा
को
सम्मानित
करने
का
प्रतीक
है
सुरेश गांधी
महाकुंभनगर प्रयागराज : महाकुंभ में रोजाना श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है. महाकुंभ के 12वें दिन शुक्रवार को भी श्रद्धालु सवेरे से ही आस्था की डुबकी लगाते रहे. यह सिलसिला सायंकाल तक चला। स्नान करने वालों की संख्या 10.80 करोड़ तक पहुंच गई है. इसके अलावा महामंडलेश्वरों के शिविरों में दर्शन-पूजन व यज्ञ सहित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का सिलसिला जारी है. इसी बीच महाकुंभ से सनातन बोर्ड के गठन की मांग तेज हो गई है. साधु संत सरकार से अपील कर रहे हैं कि वक्फ बोर्ड की तर्ज पर सनातन बोर्ड का गठन किया जाए ताकि धर्म की रक्षा की जा सके.
इसके लिए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी के साथ कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर और आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरी आदि ने 27 जनवरी को धर्म संसद की तिथि तय की गयी है। महाकुंभ 10 लाख कल्पवासी और मेला क्षेत्र में 48.76 लाख भक्त भक्ति में धुनी रमाए है।महाकुंभनगर के कला कुंभ परिसर, सेक्टर-07 में उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश, अपनी सांस्कृतिक धरोहर और समृद्ध परंपराओं के साथ विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। इस स्थापना दिवस की थीम ‘विकास व विरासत प्रगति पथ पर उत्तर प्रदेश’ राज्य की प्रगति को नई दिशा देने का संकल्प है। उत्तर प्रदेश राज्य के स्थापना दिवस पर आज पूरे प्रदेश में उत्साह और गर्व का माहौल है। अध्यात्म, ज्ञान और शिक्षा की तपोभूमि उत्तर प्रदेश, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विकसित भारत की संकल्प यात्रा में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। यह दिन प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक उपलब्धियों और विकास यात्रा को सम्मानित करने का प्रतीक है।भव्य महाकुम्भ का दिव्य ड्रोन शो, श्रद्धालुओं का मोह लिया मन
शंख बजाते
हुए
साधु
और
महाकुम्भ
के
लोगो
की
भी
छवि
उकेरी
यूपी दिवस
पर
दिखाई
प्रदेश
की
झांकी,
विधानसभा
पर
लहराते
तिरंगे
ने
जीता
दिल
आसमान में फहराया तिरंगा
ममता कुलकर्णी बनी किन्नर अखाड़े की
महा मंडलेश्वर, संगम में किया पिंड दान
नाम भी
बदला,
ममता
कुलकर्णी
से
बनी
माई
ममतानंद
गिरी
मौनी अमावस्या
को
करेंगी
शाही
स्नान
दर्जनों हिंदी
फिल्मों
में
अभिनय
कर
चुकी
हैं
ममता
कुलकर्णी
कहा, महाकुम्भ
में
आना
और
यहां
की
भव्यता
को
देखना
यादगार
पल
संपूर्ण विश्व को समानता और समरसता का
संदेश दे रहा महाकुंभ : अर्जुन राम मेघवाल
औद्योगिक विकास
मंत्री
नंद
गोपाल
गुप्ता
‘नंदी’
ने
केंद्रीय
मंत्री
का
किया
स्वागत
महाकुंभ नगर।
महाकुंभ भारत की आस्था,
एकता और आध्यात्मिकता का
प्रतीक है। यह महाकुंभ
आज विश्वभर में समानता और
समरसता का संदेश दे
रहा है। यह बातें
केंद्रीय राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अर्जुन राम मेघवाल ने
कहीं। इसके पहले प्रयागराज
एयरपोर्ट पर औद्योगिक विकास
मंत्री नंद गोपाल गुप्ता
‘नंदी’ ने केंद्रीय मंत्री
का आत्मीय स्वागत किया। इसके बाद दोनों
मंत्री महाकुंभ नगर पहुंचे, जहां
त्रिवेणी संगम के पावन
तट पर स्थित परमार्थ
निकेतन शिविर में उन्होंने स्वामी
चिदानंद सरस्वती द्वारा आयोजित मोरारी बापू की श्रीराम
कथा में भाग लिया।
राज्यमंत्री मेघवाल ने इस अवसर
पर वैदिक अनुष्ठान में आहुति देकर
भारतीय संस्कृति की जीवंतता का
अनुभव किया। पवित्र संगम में डुबकी
लगाने के लिए मंत्रीगण
वीआईपी घाट पहुंचे। केंद्रीय
राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता
‘नंदी’ के साथ संगम
में स्नान किया। इस दौरान मंत्री
नंदी ने उनका मार्गदर्शन
करते हुए संगम स्नान
की विधि को विशेष
बना दिया। स्नान के उपरांत विदेशी
पक्षियों को दाना खिलाते
हुए उन्होंने प्रकृति और मानवता के
प्रति अपनी आस्था प्रकट
की। केंद्रीय राज्यमंत्री ने महाकुंभ की
दिव्यता और भव्यता की
प्रशंसा करते हुए कहा
कि महाकुंभ अनंतकाल से आस्था, आध्यात्म
और समरसता का संगम रहा
है। यह न केवल
भारत का, बल्कि संपूर्ण
विश्व का आध्यात्मिक केंद्र
बन चुका है। महाकुंभ
2025 से विश्वभर को समानता और
समरसता का अमूल्य संदेश
जा रहा है। महाकुंभ
की अलौकिकता और इसकी दिव्यता
ने सभी उपस्थित जनों
को भावविभोर कर दिया। संगम
तट पर मंत्रोच्चार, वैदिक
अनुष्ठान और भारतीय संस्कृति
की भव्यता ने इसे एक
अविस्मरणीय अनुभव बना दिया।
सांस्कृतिक, आर्थिक और औद्योगिक विकास
की त्रिवेणी प्रवाहित कर रहा यूपी : नन्दी
महाकुंभः वैश्विक आकर्षण का केंद्र
आर्थिक और औद्योगिक विकास की
ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश
सांस्कृतिक धरोहर से आधुनिकता की ओर
मंत्री ने अपने वक्तव्य
के अंत में कहा
कि उत्तर प्रदेश न केवल अपनी
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों
को संजोए हुए है, बल्कि
आधुनिकता और विकास के
एक्सप्रेसवे पर सरपट दौड़
रहा है। यह प्रदेश
आने वाले समय में
भारत के विकास का
प्रमुख केंद्र बनेगा।
No comments:
Post a Comment