गणतंत्र दिवस के मौके पर बिजलीकर्मी राष्ट्रीय ध्वज के साथ निकालेंगे तिरंगा रैली
निजीकरण के विरोध में बिजलीकर्मियों का आंदोलन अब होगा उग्र
राज्य विद्युत
परिषद
जूनियर
इंजीनियर
संगठन
के
वाराणसी
ईकाई
के
बैनरतले
कार्यालय
मुख्य
अभियंता
के
समक्ष
किया
गया
ध्यानाकर्षण
कार्यक्रम
सुरेश गांधी
वाराणसी। निजीकरण के विरोध में गुरुवार को राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन उत्तर प्रदेश जनपद शाखा वाराणसी ईकाई द्वारा मुख्य अभियंता कार्यालय के समक्ष ध्यानाकर्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस मौके पर ऐलान किया गया कि 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर समस्त अवर अभियंता एवं प्रोन्नत अभियंता राष्ट्रीय ध्वज के साथ तिरंगा रैली निकालेंगे। साथ में कहा, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, उत्तर प्रदेश की जनपद शाखा वाराणसी द्वारा निजीकरण के विरोध में विरोध फैसला लिया गया है कि अब आंदोलन उग्र किया जायेगा। इस दौरान निजीकरण हेतु असवैधानिक रूप से कंसल्टेंट की नियुक्ति का टेंडर निरस्त करने हेतु नारे लगाए गए।
केंद्रीय कार्यकारिणी के आह्वान पर
कॉरपोरेशन को नोटिस प्रेषित
होने के पश्चात वाराणसी
में विरोध सभा में कर्मचारियों
ने एकजुट होकर निजीकरण का
विरोध किया। वक्ताओं ने उत्तर प्रदेश
पावर कॉरपोरेशन द्वारा पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल विद्युत
वितरण निगम लिमिटेड के
प्रस्तावित निजीकरण पर गहरा रोष
व्यक्त किया। तथा विभाग एवं
परिवार के भविष्य को
बचाने के लिए हर
स्तर के संघर्ष का
संकल्प लिया गया। केंद्र
द्वारा प्रेषित ध्यानाकर्षक कार्यक्रम में दिनांक 22 से
09 फरवरी तक निजीकरण के
विरोध में कार्यालय अवधि
में काली पट्टी बांधकर
कार्य करना एवं कार्यालय
अवधि के पश्चात सायं
5ः00 बजे से 01 घंटे
तक विरोध सभा आयोजित किया
जायेगा। 26 जनवरी को ध्वजारोहण कर
राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के
साथ रैली निकाला जाना
प्रस्तावित है। 27 से 09 फरवरी तक नियम अनुसार
कार्य आंदोलन प्रारंभ हो जाएगा। प्रतिदिन
सायं 05ः00 बजे से
06ः00 बजे के मध्य
विरोध सभा संपन्न की
जाएगी।
वक्ताओं ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र का निजीकरण जनहित में कदापि उचित नहीं है, के संबंध में जन जागरण कार्यक्रम एवं निजीकरण के विरोध में जन प्रतिनिधियों को ज्ञापन सौंपने का कार्यक्रम भी प्रस्तावित है। कार्यक्रम की घोषणा में यह भी निर्णय लिया गया है कि उक्त घोषित कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा प्रबंधन द्वारा यदि पूर्वांचल एवं दक्षिणांचल डिस्कोम के निजीकरण हेतु असंवैधानिक रूप से कंसल्टेंट की नियुक्ति का टेंडर निरस्त नहीं करता है अथवा संगठन के किसी सदस्य के विरुद्ध उत्पीड़न की कार्रवाई की जाती है तो संगठन तत्समय आपातकालीन कार्यक्रम घोषित करने के लिए बाध्य होगा।
सभा में वक्ताओं के क्रम में जनपद अध्यक्ष इंजीनियर मनीष राय ने कहा कि प्रबंधन द्वारा विभिन्न प्रकार से संगठन के सदस्यों का उत्पीड़न किया जा रहा है जिसे तत्काल रोक समाप्त किया जाए। जूनियर इंजीनियर संगठन हमेशा से सुधार कार्यक्रम में विश्वास रखता है और उसके लिए सदैव तैयार है लेकिन अपने हितों के लिए भी तत्पर रहेंगे और किसी भी प्रकार से निजीकरण नहीं होने देंगे क्योंकि निजीकरण कदापि जनता के हित में नहीं है। सभा में पूर्वांचल सचिव इंजीनियर नीरज बिंद,केंद्रीय उपमहासचिव इं0 दीपक गुप्ता, ई रोहित कुमार, इं0 पंकज जयसवाल,इं0 सर्वेश कुमार,इं0 उपेंद्र कुमार,इं0 पुष्कर उपाध्याय,इं0 सतीश बिंद,इं0प्रमोद कुमार, इं0 रवि चौरसिया,इं0 राजकुमार,इं0 नागेंद्र कुमार,इं0 विशाल श्रीवास्तव, ई लालब्रत प्रजापति, ई राहुल मौर्य, ई रामाशीष, ई रामबाबू चौहान, ई विनम्र पटेल, ई रामाशीष, ई वेद प्रकाश तिवारी आदि समस्त सदस्य उपस्थित रहे।
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