इंडिया कारपेट एक्स्पों में आयेंगे 66 देशों के 425 इम्पोर्टर
14-17 अप्रैल तक
भारत
मंडपम
(प्रगति
मैदान)
में
होगा
आयोजन
कारपेट फेयर
ग्रांउंड
में
150 निर्यातक
से
अधिक
भारतीय
निर्यातक
लगायेंगे
रंग-बिरंगी
कालीनों
की
प्रदर्शनी
कालीन निर्यातकों
के
लिए
वरदान
होगा
‘इंडिया
कारपेट
एक्स्पों’
: चेयरमैन
कुलदीप
राज
वट्टल
सुरेश गांधी
वाराणसी। कारपेट इक्सपोर्ट प्रमोशन कौंसिल (सीईपीसी) के तत्वावधान में
14-17 अप्रैल तक भारत मंडपम
(प्रगति मैदान), नई दिल्ली के
हाल नं. 01 में इंडिया कार्पेट
एक्सपो के 48वें संस्करण
का आयोजन होगा। इसके लिए स्पेस
की बुकिंग हो गयी है।
मकसद : एक ही छत
के नीचे हैंडमेड कारपेट
सहित अन्य हस्तनिर्मित कालीनों
की प्रदर्शनी के जरिए सात
समुंदर विदेशी ग्राहको को लुभाना। कालीन
निर्यात संबर्धन परिषद् अध्यक्ष कुलदीप राज वट्टल नग
बताया कि फेयर का
उद्घाटन केंद्रीय कपड़ा मंत्री और
भाजपा के फायर ब्रांड
नेता गिरिराज सिंह करेंगे। इसके
अलावा केंद्र व राज्य सरकार
के विभिन्न सचिव, अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण के अलावा मंत्री
व सीईपीसी पदाधिकारी भी भाग लेंगे।
दावा है कि
इस फेयर में अमेरिका
यूरोप सहित 66 देशों के लगभग 425 विदेशी
खरीदार एवं उनके प्रतिनिधि
भाग लेंगे। जबकि देश के
कश्मीर, जयपुर, पानीपत, बीकानेर, आगरा, भदोही, मिर्जापुर और वाराणसी सहित
अन्य कालीन परिक्षेत्रों के 150 से अधिक कालीन
निर्यातक अपने स्टालों पर
रंग-बिरंगी हस्तनिर्मित कालीनों को प्रदर्शनी लगायेंगे।
परिषद के चेयरमैन कुलदीप
राज वट्टल ने बताया कि
देशभर के कालीन निर्यातकों
के लिए यह कारपेट
फेयर वरदान साबित होगा। उनका कहना है
कि इस फेयर में
भारतीय निर्यातकों को एक ही
छत के नीचे कालीन
से जुड़े हर तरह
के हस्तशिल्प उत्पादों को बेचने का
मौका मिलेगा। इसके अलावा मेले
में उभरते हुए उद्यमियों एवं
स्टार्टअप उद्यमियों को खास अवसर
दिया गया है। ताकि
उनके उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच
मिल सके।
उनका कहना है
कि हस्तनिर्मित कालीनों व अन्य फर्श
कवरिंग को बढ़ावा देने
के लिए यह आयोजन
हर साल किया जाता
है। यह कार्पेट एक्सपो
एशिया उपमहाद्वीप में सबसे बड़े
हस्तनिर्मित कालीन मेलों में से एक
है जहां विदेशी खरीदारों
को एक छत के
नीचे देश में बने
हस्तनिर्मित कालीनों का संग्रह मिलता
है। इस आयोजन के
लिए परिषद ने पहले ही
विदेशी खरीदारों को आमंत्रितकिया है।
विदेशी खरीदारों ने अपना पंजीकरण
भी करा लिया है।
उनका कहना है कि
इंडिया कार्पेट एक्सपो ने दुनिया भर
के खरीदारों से अपने बढ़ते
संरक्षण के साथ खुद
को एशिया के सबसे बड़े
हस्तनिर्मित कालीन शो के रूप
में स्थापित किया है। यह
एक्स्पों निर्यातकों के लिए जबरदस्त
व्यावसायिक अवसर प्रदान करता
है, क्योंकि दुनिया भर से विभिन्न
प्रमुख विदेशी हस्तनिर्मित कालीन खरीदार इस एक्सपो में
भाग लेते हैं
इन देशों की होगी भागीदारी
मेले में कुल
66 देशों के खरीदार पहुंच
रहे हैं। उनमे अमेरीका,
फ्रांस, जर्मनी, इंग्लैंड, तुर्किये, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान,
ब्राजील, बेल्जियम, इरान, डेनमार्क, कोलंबिया, अफगानिस्तान, अल्जीरिया, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, बांग्लादेश, बुल्गारिया, चिली, फिनलैंड, घाना, हंगरी, जापान, जॉर्डन, मैक्सिको, नॉर्वे, दक्षिण अफ्रीका, स्पेन, ताइवान, ट्यूनीशिया आदि देशों के
आयातक शामिल हैं।
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