योगीराज के 8 साल : अभूतपूर्व परिवर्तन का स्वर्णिम दौर
25 मार्च को योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल के आठ साल पूरे होंगे. उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने कई ऐतिहासिक बदलाव और विकास देखे हैं, जिससे राज्य की दिशा में न सिर्फ नया बदलाव आया है, बल्कि हर तरफ भगवा के बीच सनातन का झंडा बुलंद हो रहा है। खास यह है इन 8 सालों में राज्य में न सिर्फ 7.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां सृजित की गई, बल्कि ‘एक जिला, एक माफिया’ नीति के मुकाबले ’बुलडोजर बाबा’ का ‘एक जिला, एक उत्पाद’ से आर्थिक व निवेश भी बढ़ा है। वैसे भी सियासी तौर पर बात करें तो हिन्दू हृदय सम्राट सीएम योगी का कद इतना बढ़ गया है कि उन्हें अब टक्कर देना सूरज को दीप दिखाने जैसा है। जिस अयोध्या में 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हार हुई थी. उसी अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बाबा ने विपक्ष के तथाकथित संविधान वाले खोखले अफवाह की हवा निकाल दी। खासकर 144 साल बाद आए महाकुंभ में अब तक का सारा रिकार्ड तोड़ते हुए 66.30 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम स्नान के साथ ही सुगम, भव्य एवं दिव्य व्यवस्थाओं ने योगी के बढ़ते कद में चार चांद लगा दिए. जहां तक 2027 का सवाल है तो महाकुंभ के अपार सफलता के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी चुनावी रणनीति में बदलाव करते हुए अब ’80-20’ के नारे की जगह ’भगवा हिन्दुस्तान’ का नारा दिया है, जो विपक्ष की मुस्लिमपरस्ती सियासत को कड़ी चुनौती पेश करने वाली है
सुरेश गांधी
फिरहाल, 2017 में जब योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तो किसी ने नहीं सोचा था कि वह इतने लंबे समय तक प्रदेश का नेतृत्व करेंगे. यह अलग बात है पार्टी की अंदुरुन्नी कलह व उठापटक के बीच विपक्ष की साजिशों के चक्रव्यूह को भेदतें हुए योगी सरकार ने न सिर्फ माफियाओं का बैंड बजाया, बल्कि सूबे को अपराधमुक्त करते हुए विकास व कल्याण के कार्यक्रमों के जरिए अग्रिम पंक्ति में ला खड़ा कर दिया है। पिछले आठ वर्षों में राज्य में 7.5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां सृजित की गई हैं। इस अभियान में कार्मिक विभाग ने भी अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाते हुए युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खोले। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) और उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) के माध्यम से पिछले आठ वर्षों में करीब 95 हजार अभ्यर्थियों का चयन किया गया, जो सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
वे उत्तर प्रदेश
के सबसे लंबे समय
तक सेवा करने वाले
मुख्यमंत्री होने का रिकार्ड
बना चुके हैं, और
लगातार दो कार्यकाल पाने
वाले एकमात्र यूपी के मुख्यमंत्री
हैं. कहा जा सकता
है योगी ने मुलायम
सिंह यादव, मायावती और अखिलेश यादव
को पछाड़ते हुए नया रिकॉर्ड
बनाया है. पहले कांग्रेस
के मुख्यमंत्री डॉक्टर संपूर्णानंद इस पद पर
सबसे ज्यादा समय तक रहे
हैं. इतना ही नहीं
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के विधान भवन
पर लगातार आठवीं बार ध्वजारोहण करने
वाले पहले मुख्यमंत्री भी
बन गए हैं. इस
लिस्ट में अब क्षेत्रीय
पार्टियों के नेता चौधरी
चरण सिंह, मुलायम सिंह यादव, मायावती
और अखिलेश यादव सीएम योगी
के आस-पास भी
नहीं दिखाई पड़ते. मायावती ने चार बार
और मुलायम सिंह ने तीन
बार शपथ ली, लेकिन
फिर भी इस रिकॉर्ड
को नहीं तोड़ पाए.
इतना ही नहीं सीएम
योगी की गिनती उन
नेताओं में होती है,
जिनके नेतृत्व में प्रदेश में
किसी पार्टी की लगातार दूसरी
बार सरकार बनी.
25 मार्च 2022 को जब योगी
ने मुख्यमंत्री पद की शपथ
ली तो उन्होंने नारायण
दत्त तिवारी का 37 साल पुराना रिकॉर्ड
तोड़ा था. नारायण दत्त
ने वर्ष 1985 में अविभाजित उत्तर
प्रदेश में दूसरी बार
मुख्यमंत्री पद की शपथ
ली थी. वैसे तो
बसपा सुप्रीमो मायावती ने चार बार
मुख्यमंत्री पद की शपथ
ली और उनका पूरा
कार्यकाल सात वर्ष, 16 दिन
का था. लेकिन वह
लगातार नहीं था. मायावती
ने अपने चार बार
के कार्यकाल में आठ बार
ध्वजारोहण किया. इसके अलावा मुलायम
सिंह यादव तीन बार
मुख्यमंत्री बने. इस दौरान मुलायम
सिंह यादव का कुल
कार्यकाल छह वर्ष 274 दिन
का रहा था. बेशक,
25 मार्च को योगी आदित्यनाथ
के कार्यकाल के आठ साल
पूरे होंगे. उनके नेतृत्व में
उत्तर प्रदेश ने कई ऐतिहासिक
बदलाव और विकास देखे
हैं, जिससे राज्य की दिशा में
नया बदलाव आया है. बता
दें, इससे पहले, आदित्यनाथ
1998 से 2017 तक लगभग दो
दशकों तक भारत की
संसद के सदस्य के
रूप में कार्य कर
चुके हैं.
26 वर्ष की आयु
में, वे 1998 में सबसे कम
उम्र के भारतीय सांसदों
में से एक बन
गए और गोरखपुर से
अगले पांच लगातार कार्यकाल
जीते. वे केंद्र से
यूपी राज्य की राजनीति में
चले गए और उत्तर
प्रदेश के मुख्यमंत्री के
रूप में चुने गए.
शुरुआत में, 2017 में, वे यूपी
विधान परिषद के सदस्य बने.
इसके बाद 2022 में वे गोरखपुर
शहरी से चुनाव जीतकर
राज्य विधान सभा के सदस्य
बन गए. उन्होंने हिंदू
युवा वाहिनी की स्थापना की,
जो अब बंद हो
चुका है हिंदू राष्ट्रवादी
संगठन. उनकी छवि एक
हिंदुत्व राष्ट्रवादी और एक सामाजिक
रूढ़िवादी की है. जहां
तक उपलब्धियों की बात है
तो उनके नेतृत्व में
राज्य ने कई महत्वपूर्ण
योजनाओं को अपनाया. सबसे
पहले, उन्होंने उत्तर प्रदेश को एक मजबूत
कानून-व्यवस्था व्यवस्था बनाने पर ध्यान केंद्रित
किया. प्रदेश में माफिया राज,
अपराधिक गतिविधियों और भ्रष्टाचार पर
लगाम लगाने के लिए कठोर
कदम उठाए गए. इससे
अपराधियों के खिलाफ कड़ी
कार्रवाई हुई और लोगों
में विश्वास पैदा हुआ. इसके
परिणामस्वरूप राज्य में कानून-व्यवस्था
में सुधार हुआ, जो पहले
चुनौतीपूर्ण था.
इसके साथ ही, योगी सरकार ने बुनियादी ढांचे में सुधार पर भी जोर दिया. एक्सप्रेसवे, राजमार्ग, और नई सड़क परियोजनाएं राज्य के विकास की पहचान बन चुकी हैं. खासतौर पर, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गंगा एक्सप्रेसवे जैसी परियोजनाओं ने राज्य के विकास को गति दी है. इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल प्रदेश में व्यापार और वाणिज्य को बढ़ावा मिला, बल्कि लाखों लोगों को रोजगार भी मिला. योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में निवेश आकर्षित करने के लिए कई पहल की. ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना, जो छोटे और मझोले उद्योगों को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखती है, को सफलतापूर्वक लागू किया गया. इस योजना से विभिन्न जिलों में उत्पादों की पहचान बनी और राज्य में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल तैयार हुआ.
इसके साथ ही,
प्रदेश में निवेश के
लिए उद्योगपतियों का ध्यान आकर्षित
किया. प्रदेश की आर्थिक स्थिति
में सुधार लाने के लिए
योगी सरकार ने सूक्ष्म, लघु
और मध्यम उद्योगों को विशेष सुविधाएं
दीं. ‘स्टार्टअप राज्य’ बनाने के लिए कई
योजनाओं की शुरुआत की,
जिससे युवाओं के लिए रोजगार
के अवसर बढ़े.योगी
सरकार ने राज्य में
समाज के हर वर्ग
के लिए कल्याणकारी योजनाओं
की शुरुआत की. खासकर महिलाओं
और बच्चों के लिए कई
योजनाएं लागू की गईं,
जैसे ‘मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना’, ‘उज्ज्वला योजना’, और ‘समाजवादी पेंशन
योजना’. इन योजनाओं ने
करोड़ों परिवारों की जीवनशैली में
सुधार किया है. इसके
अलावा, योगी सरकार ने
कोविड-19 महामारी के दौरान राज्य
में आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए
जोरदार कदम उठाए. अस्पतालों
की क्षमता बढ़ाई, ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किए, और कोविड
टीकाकरण अभियान को तेज़ी से
चलाया, जिसके परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश ने देश में
सबसे अधिक टीकाकरण हासिल
किया.
उत्तर प्रदेश में हर गरीब और जरूरतमंद व्यक्ति को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 56 लाख से अधिक गरीबों को लाभ दिया गया है. 1 करोड़ 86 लाख रसोई गैस कनेक्शन दिए गए हैं. 2 करोड़ 65 लाख से अधिक परिवारों को पीने का पानी दिया जा रहा है. 150 लाख लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है.” पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत राज्य सरकार ने अब तक 2 करोड़ 62 लाख किसानों को 75,000 करोड़ रुपये से अधिक का वितरण किया है. सिंचाई बिल माफ किए गए हैं और सोलर पंप उपलब्ध कराए गए हैं. “भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नागरिक कर्तव्य का अत्यधिक महत्व है. विकसित भारत में हर किसान के खेत में फसल होगी, महिलाओं का भविष्य उज्ज्वल होगा और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे. विकसित भारत में सबसे महत्वपूर्ण चीज “राष्ट्र प्रथम” है.
” योगी आदित्यनाथ ने
राज्य के युवाओं के
लिए रोजगार और शिक्षा के
क्षेत्र में कई सुधार
किए. यूपी पुलिस भर्ती
के जरिए 60,000 से अधिक युवाओं
को रोजगार मिला. इसके अलावा, मुख्यमंत्री
युवा उद्यमी योजना के तहत युवाओं
को बिना ब्याज पर
ऋण दिया गया, जिससे
युवा अपने व्यापार शुरू
करने में सक्षम हो
सके. मतलब साफ है
योगी आदित्यनाथ का कार्यकाल उत्तर
प्रदेश के लिए विकास
और समृद्धि का प्रतीक बन
चुका है. आठ वर्षों
के कार्यकाल में उनके नेतृत्व
में राज्य ने कई बदलाव
देखे हैं. योगी सरकार
ने समाज के हर
वर्ग को विकास की
मुख्यधारा में लाने के
लिए कई योजनाएं बनाई
हैं. आगामी समय में, उत्तर
प्रदेश का विकास और
भी तेज़ी से होगा,
और
सुरक्षा और कानून व्यवस्था
: अपराध नियंत्रण, संगठित अपराधियों पर शिकंजा और
महिला सुरक्षा के लिए मिशन
शक्ति अभियान।
इंफ्रास्ट्रक्चर विकासः नए एक्सप्रेसवे, एयरपोर्ट,
मेट्रो परियोजनाएं और स्मार्ट सिटी
मिशन।
आर्थिक विकास : निवेश आकर्षित करने के लिए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ में सुधार।
कृषि और किसानों
के लिए योजनाएंः पीएम
किसान सम्मान निधि और कृषि
ऋण माफी जैसी योजनाएं।
शिक्षा एवं रोजगार : युवाओं
के लिए नई नौकरियों,
स्किल डेवलपमेंट मिशन और सरकारी
भर्तियों में पारदर्शिता।
पर्यटन और सांस्कृतिक उत्थान
: अयोध्या, काशी और मथुरा
का पुनर्विकास, राम मंदिर निर्माण
और कुंभ मेले का
सफल आयोजन।
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशनः डिजिटलीकरण के माध्यम से
सरकारी सेवाओं की आसान उपलब्धता।
बुद्धिस्ट सर्किट का पर्यटन विकासः
केंद्र और राज्य सरकार
की प्राथमिकता
इन आठ वर्षों
में बुनियादी ढांचे और डिजिटल गवर्नेंस
में उल्लेखनीय सुधार हुआ है।
अन्नदाता भी है गदगद
आगामी दिनों में योगी ने
मंत्रियों को निर्देश दिया
है कि वे रात
जिलों में बिताएं। इसके
अलावा सनातन के शक्ति केंद्रों
को संवारने के क्रम में
योगी ने सिद्ध शक्तिपीठ
मां शाकुंभरी का मंदिर, को
भी कॉरीडोर के रुप में
विकसित किया जायेगा। जिसके
बाद भाईजान के गढ़ देवबंद
में योगी का सनातनी
पथ तैयार होगा. अन्नदाता किसानों को योगी का
साथ पसंद आ रहा
है. यही वजह है
कि किसानों के साथ की
बदौलत योगी सरकार ने
धान खरीद में अपना
पिछले साल का रिकॉर्ड
तोड़ दिया. पिछले साल की अपेक्षा
खरीफ क्रय वर्ष 2024-25 में
3.90 लाख मीट्रिक टन अधिक धान
की खरीद हुई. पिछले
वर्ष 53.80 लाख मीट्रिक टन
धान खरीद हुई थी,
जबकि इस साल यह
बढ़कर 57.70 लाख मीट्रिक टन
से अधिक हो गई.
वहीं योगी सरकार ने
99 फीसदी से अधिक किसानों
को भुगतान भी कर दिया.
यह आंकड़ा 13326 करोड़ से अधिक
का है. धान का
समर्थन मूल्य 2300 रुपये व ग्रेड ए
का 2320 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया गया था.
गत वर्ष से इस
वर्ष किसानों को 117 रुपये प्रति कुंतल अधिक एमएसपी दिया
गया. साल 2024-25 के लिए धान
की बेतहाशा खरीद की गई.
आठ लाख किसानों से
5770671.09 मीट्रिक धान की खरीद
हो चुकी है. पिछले
वर्ष (2023-24) तक इस अवधि
तक 5380032.83 मीट्रिक टन धान की
खरीद हुई थी. पिछले
वर्ष की तुलना में
इस वर्ष 3.90 लाख मीट्रिक टन
से अधिक की खरीद
की जा चुकी है.
222 माफिया एनकाउंटर में ढेर,
20,221 इनामी बदमाश गिरफ्तार
इस 8 साल में
प्रदेश में पुलिसिंग की
बात करें तो यह
न केवल उत्तर प्रदेश
में बल्कि पूरे देश में
एक मॉडल के रूप
में उभर रही है।
8 साल में पुलिस ने
एनकाउंटर में 222 दुर्दांत अपराधियों को ढेर कर
दिया। एनकाउंटर में 8,118 अपराधी घायल हुए। 20,221 इनामी
बदमाशों को गिरफ्तार किया
गया जबकि 79,984 पर
गैंगस्टर की कार्यवाही हुई
है। 930 अपराधियों के खिलाफ एनएसए
की कार्रवाई के साथ 142 अरब
से अधिक की संपत्ति
को जब्त किया गया।
जुलाई 2023 से दिसंबर 2024 तक
ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत 51 अभियुक्तों
को मृत्युदंड, 6,287 अपराधियों को आजीवन कारावास,
1,091 अपराधियों को 20 वर्ष से अधिक
की सजा दिलाई गई।
एसटीएफ ने वर्ष 2017 से
अब तक 653 जघन्य अपराध घटित होने से
पहले ही रोके। एटीएस
ने 2017 से अब तक
130 आतंकवादियों और 171 रोहिंग्या/बांग्लादेशी अपराधियों और उनके सहयोगियों
को गिरफ्तार किया है।
योगी सरकार की पुलिसिंग बनी मॉडल
योगी सरकार की
पुलिसिंग न केवल उत्तर
प्रदेश में बल्कि पूरे
देश में एक मॉडल
के रूप में उभर
रही है। पिछले आठ
वर्षों में प्रदेश की
कानून व्यवस्था में हुए ऐतिहासिक
सुधारों के कारण प्रदेश
में अपराध दर में भारी
गिरावट आई है। मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में
उत्तर प्रदेश सरकार ने न केवल
संगठित अपराधियों और माफियाओं पर
शिकंजा कसा है, बल्कि
आम नागरिकों के मन में
सुरक्षा का भाव भी
मजबूत किया है।
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