मोदी के संसदीय क्षेत्र के नवागत डीएम सत्येन्द्र कुमार ने संभाला कार्यभार
बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ व बाबा कालभैरव मंदिर में टेका मत्थाकहा, प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
के
काशी
विकास
माडल
के
अनुरुप
वाराणसी
को
चमकाने
की
हरसंभव
करेंगे
कोशिश
बनारस के
59वें
जिलाधिकारी
होंगे
सत्येंद्र
कुमार
सुरेश गांधी
वाराणसी। नवागत जिलाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने मंगलवार को
सायंकाल वाराणसी पहुंचकर अपना पदभार ग्रहण
कार्यभार ग्रहण कर लिया। इसके
पहले उन्होंने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ
व बाबा कालभैरव मंदिर
में विधि विधान से
दर्शन-पूजन किया। सत्येन्द्र
कुमार 2013 बैच के आइएएस
हैं। डीएम सत्येन्द्र कुमार
मूल रूप से बिहार
के मधुबनी जनपद के रहने
वाले हैं। 59वें जिलाधिकारी के
रुप में अपना कार्यभार
ग्रहण करने के बाद
नवागत डीएम ने कहा
कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय
क्षेत्र को काशी विकास
माडल के अनुरुप चमकाने
की हरसंभव कोशिश करेंगे। इसके लिए समस्त
काशीवासियों सहित मातहत अधिकारियों
का सहयोग अपेक्षित है। सरकार
द्वारा चलाई जा रही
योजनाओं को पात्र व्यक्तियों
तक पहुंचाना उनकी प्राथमिकता होगी।
पीड़ितों को त्वरित न्याय
व विकास कार्यों को समयबद्ध ढंग
से पूर्ण कराना भी उनकी प्राथमिकता
में शामिल है।
उन्होंने बरेली में मुख्य विकास
अधिकारी के पद पर
रहते हुए स्वयं प्राथमिक
विद्यालयों में पढ़ाना शुरू
किया, बल्कि स्कूल वालंटियर अभियान के माध्यम से
लोगों को भी प्रेरित
किया। उनकी पहल के
बाद शिक्षित लोग समय निकालकर
स्वयं सेवा के रूप
में बच्चों को पढ़ाने के
लिए आगे आए। आइएएस
बनने से पहले ये
भारतीय राजस्व सेवा में चयनित
हुए थे। खास यह
है कि लोकसभा चुनाव
के दौरान पूरे प्रदेश में
मतदान प्रतिशत के मामले में
फर्स्ट डिवीजन प्राप्त करने के लिए
उन्हें सम्मानित किया जा चुका
है। उन्होंने यह कीर्तिमान स्थापित
करने के लिए दिन-रात एक कर
दिया। उसी का परिणाम
रहा कि 20 मई को 2615 बूथों
पर मतदाताओं का हुजूम उमड़ा
और सर्वाधिक 67.20 प्रतिशत रिकार्ड मतदान हुआ।
काशी के नए कमिश्नर एस. राजलिंगम
काशी के नए कमिश्नर एस. राजलिंगम होंगे। वह अब तक यहां डीएम के पद पर थे। 2009 बैच के आईएएस एस. राजलिंगम 2012 में औरेया के डीएम बने। इसके अलावा सुल्तानपुर, अयोध्या, सोनभद्र, कुशीनगर समेत कई जिलों के जिलाधिकारी पद पर रह चुके हैं। इसके अलावा कई मंत्रालयों में सचिव भी रहे हैं। राजलिंगम वाराणसी में 58वें जिलाधिकारी के तौर पर पांच नवंबर 2022 को कार्यभार संभाला था। लगभग ढाई साल के कार्यकाल में उन्होंने काशी में प्रधानमंत्री के कई कार्यक्रमों को सकुशल सम्पन्न कराया। काशी तमिल संगमम जैसे महत्वपूर्ण आयोजनों को सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए उन्हें जाना जाता है। वह पहले आईपीएस अधिकारी भी रह चुके हैं। लोकसभा चुनाव समेत जन-जन से जुड़े कई कार्यक्रमों में उन्होंने एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी की छाप छोड़ी। इसका परिणाम कहा जा सकता है कि उन्हें वाराणसी मंडल के आयुक्त पद की जिम्मेदारी दी गई। राजलिंगम को कुशीनगर से वाराणसी भेजा गया था। उभ्भा नरसंहार कांड के बाद राजलिंगम को सोनभद्र का डीएम बनाया गया था तो उन्होंने इस विवाद को बेहतर तरीके से संभाला था।पहले आइपीएस भी रह चुके हैं एस राजलिंगम
एस राजलिंगम मूल
रूप से तमिलनाडु के
तिरुवली के निवासी हैं।
इंजीनियरिंग के स्टूडेंट और
आइपीएस भी रह चुके
हैं। एनआइटी त्रिचरापल्ली से 2009 में सिविल सर्विस
में आने के बाद
राजलिंगम की पहली तैनाती
बांदा जनपद में ज्वाइंट
मजिस्ट्रेट के पद पर
हुई। इसके बाद वह
उत्तर प्रदेश में कई प्रमुख
पदों पर जिम्मेदारी संभाल
चुके हैं।
कौशल राज शर्मा अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सचिव होंगे
हीं 2019 से काशी में
तैनात प्रधानमंत्री के पसंदीदा अफसरों
में शुमार कौशल राज शर्मा
अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के
सचिव होंगे। कौशल राज शर्मा
को 2 नवंबर 2019 को काशी में
डीएम नियुक्त किया गया था।
2022 में उनका प्रमोशन कमिश्नर
के पद पर हुआ
और उन्हें प्रयागराज भेज दिया गया
लेकिन 24 घण्टे में ही पीएमओ
के हस्तक्षेप के बाद उनका
ट्रांसफर रद्द होना उस
समय चर्चा का विषय वना
था। उन्हें काशी में कमिश्नर
बनाया गया। प्रधानमंत्री के
सभी महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट की वह खुद
सीधे निगरानी करते थे। माना
जाता है कि 2019 में
केंद्र के कई प्रोजेक्ट
काशी में चल रहे
थे और स्मार्ट सिटी
के कामो ने भी
उसी समय रफ्तार पकड़ी
थी। ऐसे में केंद्र
चाहता था कि वही
इन प्रोजेक्ट को देखे ताकि
समय सीमा में सभी
काम पूरे हो। उनके
डीएम और कमिश्नर कार्यकाल
में वाराणसी में करीब 30 हजार
से अधिक कार्यों का
लोकार्पण किया गया। इधर
2022 से डीएम के रूप
में काम कर रहे
एस राजलिंगम की छवि कुशल
प्रशासकों की बनी और
2024 के चुनाव भी उनकी देखरेख
में शांतिपूर्ण सम्पन्न हुए। पीडब्ल्यूडी से
जुड़े प्रोजेक्ट ने उनके कार्यकाल
इन रफ्तार पकड़ी और आईजीआरएस
पोर्टल में भी जिला
कई बार अव्वल बना।
मौजूदा समय में भी
आयुष्मान योजना समेत अन्य कई
योजनाओं में जिला उत्तर
प्रदेश में टॉप पर
है।
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