जीएसटी 2.0 से सस्ती जिंदगी, मजबूत अर्थव्यवस्था : सुरेश कुमार खन्ना
कम टैक्स, ज्यादा खपत, यूपी की अर्थव्यवस्था को नया पंख. ऐतिहासिक सुधार : जीएसटी 2.0 से रोज़गार और राहत दोनों. ट्रिलियन डॉलर की ओर यूपी : जीएसटी 2.0 बना इंजन. जनता को राहत, कारोबार को सहारा, नई दरों से नया दौर. जीरो से पांच फीसदी जीएसटी पर रोज़मर्रा की चीजें हुई सस्ती. मांग और खपत बढ़ने से रोजगार के अवसरों में इजाफा होगा
सुरेश गांधी 
वाराणसी. योगी सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शनिवार को सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जीएसटी 2.0 के नए स्लैब को ऐतिहासिक आर्थिक सुधार करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के नेतृत्व में किया गया यह निर्णय देश के 140 करोड़ लोगों को राहत देने वाला है। वित्त मंत्री ने कहा, “जीएसटी 2.0 देश की आर्थिक सेहत को मजबूत करेगा। आम उपभोक्ता से लेकर व्यापारी तक, हर वर्ग को इसका लाभ मिलेगा। यह ऐतिहासिक फैसला भारत को विकास के नए दौर में ले जाने वाला है।”
उन्होंने कहा कि जीएसटी
लागू होने के बाद
समाज के हर तबके
को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप
से लाभ मिला है।
मंत्री खन्ना ने बताया कि
जीएसटी ने कर व्यवस्था
को सरल, पारदर्शी और
व्यापारियों के अनुकूल बनाया
है। पहले जहां अलग-अलग राज्यों में
अलग-अलग कर दरें
थीं, वहीं अब पूरे
देश में एक समान
कर दर लागू होने
से व्यापार में आसानी हुई
है। उन्होंने कहा कि छोटे
व्यापारी, उद्योगपति, उपभोक्ता और आम जनता
सभी को इसका फायदा
हुआ है। खन्ना ने
आंकड़ों के साथ बताया
कि जीएसटी से प्रदेश की
राजस्व वृद्धि में निरंतर इजाफा
हुआ है, जिससे विकास
योजनाओं को मजबूती मिली
है। उन्होंने कहा कि इस
व्यवस्था से कालाबाजारी और
कर चोरी पर अंकुश
लगा है। मंत्री ने
व्यापारियों और उपभोक्ताओं से
अपील की कि वे
बिल लेकर ही खरीदारी
करें, ताकि जीएसटी का
सीधा लाभ राज्य और
देश के विकास में
योगदान के रूप में
मिल सके।
सुरेश खन्ना ने कहा कि
28 प्रतिशत वाले स्लैब की
90 प्रतिशत वस्तुएं अब 18 प्रतिशत पर और 12 प्रतिशत
वाले स्लैब की 99 प्रतिशत वस्तुएं अब 5 प्रतिशत पर
लाई गई हैं। रोज़मर्रा
की वस्तुएं, रोटी, कपड़ा एवं मकान
सहित कृषि उपकरण, दूध-पनीर जैसे डेयरी
प्रोडक्ट्स, कुछ दवाएं और
स्टेशनरी पर जीरो से
पांच प्रतिशत तक जीएसटी कर
दी गई है। उन्होंने
कहा कि दरें घटने
से मांग और खपत
बढ़ेगी, जिससे उत्पादन में तेजी आएगी
और रोजगार के नए अवसर
पैदा होंगे। यही कदम प्रदेश
को एक ट्रिलियन डॉलर
अर्थव्यवस्था की ओर ले
जाएगा। 
उन्होंने ककहा, नई दरों से
जीवन रक्षक दवाएं और सर्जिकल उपकरण
सस्ते हो गए हैं।
केजीएमयू, पीजीआई और लोहिया संस्थान
में कैंसर, ऑर्थो और ट्रॉमा सहित
कई विभागों में 7 से 13 प्रतिशत तक कीमतें घटीं।
कैंसर उपचार में प्रयुक्त एवेल्युमैब
इंजेक्शन पर जीएसटी 12 फीसदी
से शून्य, कीमत में ₹8,520 की
कमी। स्तन कैंसर मरीजों
के लिए फेस्गो 1200 मिग्रा
इंजेक्शन पर 27,562 रुपये तक की बचत।
दवाओं के सस्ते होने
से मरीजों और तीमारदारों को
सीधी राहत मिली।
आधारभूत ढांचे पर कर का सदुपयोग
सुरेश खन्ना ने बताया कि पिछले वर्ष टैक्स से 1.12 लाख करोड़ रुपये प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च हुए। इसके जरिए राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या 60 फीसदी बढ़ी, एयरपोर्ट 74 से बढ़कर 164, मेट्रो सेवा 248 किमी से बढ़कर 1093 किमी तक पहुंची। केंद्र सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन और करोड़ों को आवास उपलब्ध करा चुकी है। रक्षा उत्पादन में भी 34 गुना निर्यात वृद्धि दर्ज हुई है। उन्होंने कहा, जीएसटी 2.0 केवल टैक्स सुधार नहीं, बल्कि रोज़गार, स्वास्थ्य और विकास का समग्र पैकेज है, जिसका असर उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश की अर्थव्यवस्था पर दिखाई देगा।



No comments:
Post a Comment