नीरज बिन्द बने पूर्वांचल विद्युत परिषद जेई संगठन के अध्यक्ष
दूषित कार्य
संस्कृति
बदलना
संगठन
की
प्राथमिकता
: नीरज
बिन्द
निजीकरण के
विरुद्ध
जनजागरण
अभियान
का
निर्णय
एकता और
पारदर्शिता
की
मिसाल
बना
चुनाव
सुरेश गांधी
वाराणसी. राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन, उत्तर प्रदेश की अंचल शाखा, पूर्वांचल का वार्षिक निर्वाचन रविवार को वाराणसी के भिखारीपुर स्थित संगठन कार्यालय “केशव सदन” में संपन्न हुआ। केंद्र द्वारा नामित निर्वाचन अधिकारी इं. संदीप मौर्य और सह-निर्वाचन अधिकारी इं. डी.के. प्रजापति की देखरेख में यह चुनाव पूरी पारदर्शिता और सर्वसम्मति से सम्पन्न हुआ।
इस दौरान अध्यक्ष पद पर वाराणसी से इं. नीरज बिंद निर्वाचित हुए। उपाध्यक्ष मिर्जापुर से इं. राम सिंह, पूर्वांचल सचिव गोरखपुर से इं. शिवम चौधरी, संगठन सचिव प्रयागराज से इं. शिवब्रत यादव, प्रचार सचिव वाराणसी से इं. ज्योति भास्कर सिन्हा, वित्त सचिव प्रतापगढ़ से इं. अविनाश कुमार और लेखा निरीक्षक मऊ से इं. अरुण कुमार पांडे चुने गए। निर्वाचन प्रक्रिया में पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधीन आने वाले 21 जनपदों के प्रतिनिधियों व कार्यकारिणी सदस्यों ने भागीदारी की। पूरे चुनाव में संगठन की एकता और अनुशासन स्पष्ट रूप से झलकता रहा। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद नव निर्वाचित पूर्वांचल पदाधिकारियों ने कहा कि संगठन अब नई ऊर्जा के साथ कार्य करेगा। हमारा लक्ष्य निगम में व्याप्त दूषित कार्य संस्कृति को समाप्त करना है। यदि किसी स्तर पर प्रबंधन द्वारा आदेशों को तोड़-मरोड़ कर संगठन सदस्यों का उत्पीड़न किया गया तो संगठन लोकतांत्रिक तरीके से उसका प्रतिकार करेगा। उन्होंने कहा कि संगठन इंजीनियरों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और हर स्तर पर पारदर्शिता व न्याय की नीति पर अडिग रहेगा।
निर्वाचन उपरांत हुई बैठक में
नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने एकस्वर से
निजीकरण के विरोध में
संघर्ष को और मज़बूत
करने का निर्णय लिया।
संगठन का मत है
कि विद्युत विभाग का निजीकरण न
केवल कर्मचारियों के हितों के
लिए घातक है, बल्कि
प्रदेश की ऊर्जा सुरक्षा
और आम उपभोक्ताओं पर
भी इसका दुष्प्रभाव पड़ेगा।
संगठन अब जनजागरण अभियान
चलाकर लोगों को निजीकरण के
परिणामों से अवगत कराएगा।
कार्यकारिणी ने कहा कि
संगठन लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीक़े
से अपनी लड़ाई को
आगे बढ़ाएगा।
वरिष्ठ सदस्यों ने निर्वाचन को
एकता, अनुशासन और पारदर्शिता की
मिसाल बताया। उन्होंने कहा कि यह
चुनाव संगठन की सशक्त लोकतांत्रिक
परंपरा का प्रतीक है।
नव निर्वाचित टीम से अपेक्षा
जताई गई कि वह
पूर्वांचल के सभी जिलों
में संगठन को नई दिशा
देगी और कर्मचारियों की
आवाज़ को बुलंद करेगी।
कार्यक्रम के अंत में
सभी पदाधिकारियों को बधाई देते
हुए उपस्थित सदस्यों ने आशा जताई
कि नई कार्यकारिणी संगठन
को और अधिक मज़बूती
प्रदान करेगी।



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