यूग्रो कैपिटल की एमएसएमई संपर्क रिपोर्ट लांच
यूपी के
एमएसएमई
क्षेत्र
के
विकास
के
लिए
बनाई
बड़ी
योजना
सुरेश गांधी
वाराणसी। एमएसएमई क्षेत्र पर केंद्रित प्रमुख
डेटाटेक एनबीएफसी, यूग्रो कैपिटल ने शुक्रवार को
उत्तर प्रदेश में अपनी रणनीतिक
एंट्री की घोषणा की।
दावा है राज्य के
उभरते एमएसएमई क्षेत्र को सशक्त बनाने
के मिशन में यह
एक महत्वपूर्ण कदम है। यह
घोषणा यूग्रो कैपिटल के संस्थापक और
प्रबंध निदेशक शचिंद्र नाथ ने किया।
एमएसएमई कॉन्क्लेव में इंडो-अमेरिकन
चेंबर ऑफ कॉमर्स, आईसीएआई,
राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार
संगठन, वाराणसी व्यापार मंडल, भारतीय उद्योग संघ, महानगर उद्योग
व्यापार समिति और नगर उद्योग
व्यापार समिति, अखिल भारतीय कालीन
निर्माता संघ सहित विभिन्न
उद्योग निकायों के सदस्यों ने
भाग लिया। समारोह में मुख्य अतिथि
एवं श्रम एवं रोजगार
मंत्री अनिल राजभर, विशिष्ट
अतिथि एलबीएस यादव, अमीत गुप्ता, अजीत
सिंह बग्गा, आरके चौधरी, सीईपीसी
के प्रशासनिक सदस्य एकमा के पूर्व
अध्यक्ष रवि पाटौदिया, सीनियर
चार्टर्ड एकाउंटेंट एके ठुकराल, दीपक
बजाज आदि ने यूग्रो
कैपिटल की एमएसएमई संपर्क
रिपोर्ट का अनावरण किया।
शचिंद्रनाथ ने उत्तर प्रदेश
के एमएसएमई क्षेत्र के राज्य की
आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान
पर जोर देते हुए
कहा कि वाराणसी का
एमएसएमई क्षेत्र नवाचार और उद्यमिता का
एक पावरहाउस है, फिर भी
यह काफी हद तक
अप्रयुक्त है। यूग्रो कैपिटल
में, हम इस क्षमता
को उजागर करने के लिए
प्रतिबद्ध हैं। सचिन्द्रनाथ ने
कहा, “एमएसएमई संपर्क रिपोर्ट एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र के बारे में
बहुमूल्य अंतर्दृष्टि प्रदान करती है, यह
दर्शाती है कि ये
व्यवसाय न केवल लचीले
हैं बल्कि भारत की आर्थिक
प्रगति के लिए भी
महत्वपूर्ण हैं।
उत्तर प्रदेश में 90 लाख से अधिक
एमएसएमई हैं, जो इसे
भारत के सबसे बड़े
लघु और मध्यम उद्यम
केंद्रों में से एक
बनाते हैं। उन्होंने कहा
कि जैसे-जैसे यूग्रो
कैपिटल उत्तर प्रदेश में अपने कदम
बढ़ाता जा रहा है,
कंपनी एमएसएमई को टिकाऊ वित्तीय
समाधान प्रदान करने के अपने
मिशन के प्रति प्रतिबद्ध
बनी हुई है, जिससे
राज्य भर में आर्थिक
विकास और समृद्धि को
बढ़ावा मिल सके।
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