वाराणसी संसदीय सीट से पीएम मोदी ने किया नामांकन
मोदी देश
नहीं
झुकने
देगा
और
कार्यकर्ता
भाजपा
का
झंडा
नहीं
झुकने
देगा
सुरेश गांधी
वाराणसी। काशी के
रण में एक
बार फिर जीत
हासिल करने के
लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र
मोदी ने शुक्रवार
को अपना नामांकन
किया है। उनके
प्रस्तावकों में डोम
राजा परिवार के जगदीश चौधरी, अखिल भारतीय विज्ञान अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिक रमाशंकर पटेल, जनसंघ के जमाने से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता, बीएचयू स्थित महिला महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या अन्नपूर्णा शुक्ला शामिल हैं। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल समेत अन्य सहयोगी दलों के नेता भी साथ रहे।
राजा परिवार के जगदीश चौधरी, अखिल भारतीय विज्ञान अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिक रमाशंकर पटेल, जनसंघ के जमाने से भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता, बीएचयू स्थित महिला महाविद्यालय की पूर्व प्राचार्या अन्नपूर्णा शुक्ला शामिल हैं। पीएम मोदी के नामांकन के दौरान जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, अकाली दल के अध्यक्ष प्रकाश सिंह बादल समेत अन्य सहयोगी दलों के नेता भी साथ रहे।
इसके पहले गुरुवार
को प्रधानमंत्री ने
रोड शो कर
अपनी ताकत का
एहसास कराया था।
इस रोड शो
में तकरीबन पांच
लाख से भी
अधिक लोगों ने
भागीदारी की। कार्यकर्ताओं
को संबोधित करने
के बाद पीएम
नरेंद्र मोदी ने
काशी कोतवाल बाबा
कालभैरव से अनुमति
लेने पहुंचे। वहां
दर्शन-पूजन किया।
इसके बाद अपना
नामांकन दाखिल करने के
लिए कलेक्ट्रेट परिसर
पहुंचे। सर्वार्थ सिद्धि योग
में सुबह 11.40 बजे
पीएम नरेंद्र मोदी
ने भाजपा के
आधिकारिक प्रत्याशी के तौर
पर अपना नामांकन
निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह
को सौंपा। बता दें
पीएम नरेंद्र मोदी
का काशी से
लगाव यहां की
परंपराओं और संस्कारों
से भी है।
लिहाजा उन्होंने अपने नामांकन
से पूर्व अपने
संसदीय क्षेत्र बनारस के
पुरातन संस्कारों को भी
निभाया।
प्रधानमंत्री का नामांकन
जुलूस कोतवाली, मैदागिन,
कबीरचौरा, लहुराबीर, अंधरापुल, नदेसर,
वरुणापुल होते हुए
कलेक्ट्रेट पहुंचा। जिला निर्वाचन
अधिकारी सुरेंद्र सिंह के
अनुसार चुनाव आयोग के
निर्देशानुसार पीएम मोदी
के वाहन समेत
तीन वाहन रायफल
क्लब तक आए।
प्रधानमंत्री के साथ
आने वाले वीवीआइपी
कलेक्ट्रेट के मुख्यद्वार
से पैदल ही
परिसर में दाखिल
हुए। नामांकन कक्ष
में पीएम के
साथ चार अन्य
प्रस्तावक ही अंदर
गए। साथ में
आने वाले एनडीए
के सहयोगी दल
के लोग भी
दूसरे कक्ष में
मौजूद रहे जिनसे
पीएम नरेंद्र मोदी
ने कलेक्ट्रेट में
पहुंचने के बाद
मुलाकात की। इस
दौरान अमित शाह,
सुषमा स्वराज, प्रकाश
सिंह बादल, नितिन
गडकरी, नीतीश कुमार, उद्धव
ठाकरे, पन्नीर सेल्वम, राम
विलास पासवान सहित
तमाम दिग्गजों ने
एक साथ मौजूद
होकर लोकसभा चुनाव
में अपनी एकजुटता
प्रदर्शित की।
कार्यकर्ताओं को संबोधित
करते हुए प्रधानमंत्री
ने कहा कि
आप सभी का
परिश्रम कल मुझे
देखने को मिला।
मैं भी बूथ
पर कार्यकर्ता रहा
हूं। मुझे भी
दीवारों पर पोस्टर
लगाने का मौका
मिला था। देश
भर के सभी
नागरिकों व कार्यकर्ताओं
का आभार प्रकट
करता हूं। मैंने
कल हर काशीवासी
में एक मुखिया
का अनुभव किया।
ये देश भर
के कार्यकर्ताओं की
मेहनत है कि
देशभर में उत्साह
का माहौल है।
लोग खुद कह
रहे हैं कि
फिर एक बार
मोदी सरकार। देश
में इतने चुनाव
हुए, चुनाव के
बाद राजनीतिक पंडितों
को माथापच्ची करनी
पड़ेगी कि यह
सुनहरी स्थिति देश देख रहा
है। जनता ने
मन बना लिया
है। जनता जितना
प्यार दे रही
है उसके प्रति
हमें हर पल
आभार जताना है।
उन्होंने कहा कि
कार्यकर्ता का प्रेम
और प्रजा का
प्रेम ही एकता
की अनुभूति कराता
है। मैं पूरे
देश का चुनाव
देख रहा हूं,
डेढ़ माह से
हिंदुस्तान के कोने
कोने में जा
रहा हूं, भाजपा,
कार्यकर्ता, मोदी, शाह और
योगी सभी निमित्त
भर हैं, चुनाव
तो देश की
जनता लड़ रही
है। जनता पांच
साल के अनुभव
के आधार पर,
अपेक्षा, आकांक्षा लेकर हमसे
जुड़ी है। यह
बड़ा सौभाग्य है।
पहले सरकारें बनती
थीं, लोग सरकारें
बनाते थे, लेकिन
पांच साल सरकार
चलते हुए जनता
ने अबकी देखा।
सरकार बनाना जनता
के हाथ लेकिन
चलाना हमारी जिम्मेवारी
है। हमने ईमानदारी
से उस जिम्मेवारी
निभाई है। हमारी
पार्टी आज बड़ी
है, इसे अखबारों
और टीवी ने
नहीं बनाया, हम
बड़े परिवारों से
नहीं आए, हम छोटे छोटे
कार्यकर्ता, ग्वाले के तौर
पर हैं। रामजी
के पास पूरी
बानर सेना थी,
शिवाजी के पास
किसान और मालवे
थे उसी तरह
से हम सभी
भारत मां के
छोटे छोटे सिपाही
हैं। कृष्ण में
गोवर्धन उठाने की ताकत
जरूर रही होगी
लेकिन कृष्ण ने
हमें संगठन सिखाया
है कि कैसे
हर ग्वाले की
लकड़ी की जरूरत
होती है।
चुनाव में एक-एक वोट
महत्वपूर्ण होता है।
भाजपा कार्यकर्ता के
नाते आपकी कठिनाई
बहुत है, खासकर
बनारस वालों की।
दूसरी जगहों पर
तो उनका उम्मीदवार
साथ चलता है,
आप का उम्मीदवार
भाग्यवान हैं कि
वे कहीं भी
रहे लेकिन यहां
का कार्यकर्ता खुद
को उम्मीदवार मानते
हुए काम करता
है। इस चुनाव
के दो पहलू
है, एक वाराणसी
लोकसभा जीतना जो काम
कल पूरा हो
गया। एक काम
अभी बाकी है
वो है पोलिंग
बूथ जीतना। बनारस
जीत गए अब
पोलिंग बूथ जीतना
है।
एक भी
पोलिंग बूथ पर
भाजपा का झंडा
झुकने नहीं देना
है। मोदी देश
नहीं झुकने देगा
और कार्यकर्ता भाजपा
का झंडा नहीं
झुकने देगा। चुनाव
जीत के मुझे
आनंद नहीं होगा
अगर एक भी
पोलिंग बूथ पर
मेरा कार्यकर्ता हार
गया। अब आपकी
प्राथमिकता मेरा बूथ
सबसे मजबूत। कल
रोड शो कर
रहा था तो
सुरक्षा को लेकर
लोगों ने खूब
चिंता की। सोशल
मीडिया पर कई
संदेश आए। लेकिन
मोदी की कोई
सुरक्षा करता है
तो इस देश
की करोड़ों माताएं
करती हैं। वे
शक्ति बनके
मेरी सुरक्षा कवच
बनी हुई हैं।
माताएं-बहने व्रत
कर रही हैं,
पूजा कर रही
हैं, अपने बच्चों
को वोट देने
की नसीहत देती
हैं। इसलिए सुनिश्चित
करें कि यदि
100 वोट पुरुष के पड़े
तो 105 वोट महिलाओं
के होने चाहिए।
पहली बार वोट
करने वालों की
अलग लिस्ट बनाएं।
एक गुड़ का
टुकड़ा उन्हें खिलाएं।
उन्हें लगना चाहिए
कि वे 21वीं सदी
का निर्णायक बनने
जा रहा है।
उनपर पुष्पवर्षा करें।
वे वोट किसी
को भी दें
लेकिन भाजपा उनका
सम्मान करे। बंगाल
और केरल में
भाजपा कार्यकर्ता जब
घर से निकलते
हैं तो कहते
हैं कि पार्टी
का काम करने
जा रहा हूं
यदि शाम को
जिंदा लौट के
न आया तो
कल से छोटे
भाई को भेज
देना।