पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाला
मो. हारून व तुफैल को एटीएस ने दबोचा
आरोप : वाराणसी
से
गिरफ्तार
तुफैल
का
संबंध
पाकिस्तान
प्रायोजित
राष्ट्रविरोधी
संगठन
से
जुड़कर
भारत
के
विरुद्ध
कार्य
करने
व
पाकिस्तान
के
लिए
जासूसी
का
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय
क्षेत्र वाराणसी में गुरुवार को
स्पेशल टास्क फोर्सएटीएस (एटीएस) को बड़ी सफलता
हाथ लगी है. एटीएस
ने वाराणसी और दिल्ली से
दो ऐसे लोगों को
गिरफ्तारा किया है जिनपर
पाकिस्तान के लिए जासूसी
करने का आरोप है.
एटीएस ने वाराणसी से
तुफैल और दिल्ली के
सीलमपुर से हारून को
गिरफ्तार किया है. आरोप
है कि तुफैल वाट्सएप
ग्रुप से जुड़कर पाकिस्तान
प्रायोजित राष्ट्रविरोधी संगठन बनाकर भारत की एकता
और अखंडता को नुकसान पहुंचा
रहा था। देश की
आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण
जानकारियां पाकिस्तान के नंबरों पर
साझा करने की जानकारी
के बाद एजेंसियां सतर्क
हुईं। एटीएस की वाराणसी यूनिट
लंबे समय से निगरानी
करने और पुख्ता सुबूत
हाथ लगने के बाद
आरोपित को दबोचा है।
उसके पास मौजूद मोबाइल
और सिम कार्ड को
जांच के लिए जब्त
किया गया है।
दोशीपुरा (जैतपुरा) निवासी तुफैल के अब्बू ने
उसकी मां को तलाक
दे दिया था, जिसके
बाद तुफैल आदमपुर स्थित हनुमान फाटक के पास
ननिहाल में रहने लगा।
एटीएस को सूचना मिली
थी कि उत्तर प्रदेश
का तुफैल पाकिस्तान के लिए जासूसी
कर रहा है, जिसके
बाद एटीएस वाराणसी की यूनिट ने
तथ्यों की पड़ताल की
तो पता चला कि
तुफैल पाकिस्तान के कई लोगों
के संपर्क में है। एटीएस
के मुताबिक तुफैल का संबंध पाकिस्तान
प्रायोजित राष्ट्रविरोधी संगठन से जुड़कर भारत
के विरुद्ध कार्य करने व पाकिस्तान
के लिए जासूसी करता
है। दरअसल एटीएस उत्तर प्रदेश को सूचना प्राप्त
हुई थी कि यूपी
के वाराणसी निवासी तुफैल पुत्र मकसूद आलम, निवासी जे-15/107
दोशीपुरा, थाना जैतपुरा, जनपद
वाराणसी द्वारा व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़कर पाकिस्तान
द्वारा प्रयोजित राष्ट्रविरोधी संगठन बनाकर भारत की संप्रभुता,
एकता और अखंडता को
छति पहुचाने की नीयत से
कार्य किया जा रहा
है.
सूचना यह भी है
कि यह व्यक्ति भारत
की आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण
जानकारियां पाकिस्तान के नंबरो पर
साझा कर रहा है.
आज यानी 22 मई को थाना-एटीएस मु.अ.सं.-06/25,
धारा 148/152 बीएनएस पंजीकृत कर अभियुक्त को
गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तार अभियुक्त को कोर्ट में
पेश कर अग्रिम विधिक
कार्यवाही कि जाएगी. आरोपी
हारून के पास से
2 मोबाईल फोन, 16900 रुपये नकद बरामद हुआ
है. तुफैल पाकिस्तानी सेना के एक
अधिकारी की बेगम नफीसा
से कई महीनों से
फेसबुक से जुड़ कर
कई अहम जानकारियों को
शेयर कर रहा था।
इतना ही नहीं प्रतिबंधित
आतंकी संगठन ‘तहरीक दृ ए दृ
लब्बैक’ के नेता मौलाना
शाद रिजवी को वॉट्सएप ग्रुप
के जरिए वीडियो शेयर
किया करता था। तैफुल
600 से ज्यादा पाकिस्तानी नंबरों से संपर्क में
था। उसके मोबाइल से
सभी नंबर मिले हैं।
पाकिस्तानी महिला के संपर्क में तुफैल
तुफैल द्वारा भारत के विभिन्न
महत्वपूर्ण स्थानो जैसे- राजघाट, नमोघाट, ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद, लाल
किला, निजामुद्दीन औलिया, इत्यादि के चित्र और
उनसे जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी
नम्बरों पर शेयर की
थी. तुफैल ने पाकिस्तान द्वारा
संचालित इन ग्रुप का
लिंक वाराणसी के अन्य कई
लोगो को भी भेजा
था और यह लगभग
600 से अधिक पाकिस्तानी नम्बरों
के संपर्क में था. तुफैल
फेसबूक के माध्यम से
फैसलाबाद पाकिस्तान निवासी नफीसा नाम की एक
महिला के संपर्क था
जिसका पति पाकिस्तानी सेना
मे है. बताया गया
कि आज 22 मई को तुफैल
पुत्र मकसूद आलम उपरोक्त के
विरुद्ध मु.अ.सं.05/25,
धारा-148/152 बीएनएस, थाना-एटीएस, लखनऊ
पर पंजीकृत कर अभियुक्त को
आदमपुर, वाराणसी से गिरफ्तार कर
लिया गया. आरोपी को
कोर्ट में पेश कर
आगे की कार्रवाई की
जा रही है. आरोपी
के पास मोबाइल और
सिम के पास से
बरामद हुआ है.
स्क्रैप का काम करता है हारुन
दिल्ली में रहकर हारुन
स्क्रैप का काम करता
है. मोहम्मद हारुन पाकिस्तान उच्चायोग में नियुक्त मोहम्मद
मुजम्मिल हुसैन के साथ मिलकर
पाकिस्तान का वीजा दिलवाने
के नाम पर वसूली
करता था. पाकिस्तानी उच्चायोग
के मोहम्मद मुजम्मिल हुसैन के संपर्क में
आने के बाद हारून
दिल्ली समेत कई महत्वपूर्ण
स्थान की जानकारियां देने
लगा था. पाकिस्तान उच्चायोग,
नई दिल्ली के कर्मचारी मुजम्मिल
हुसैन को भारत सरकार
द्वारा पहले ही पर्सोना
नॉन ग्रेटा (एक ऐसा व्यक्ति
जो अस्वीकार्य या अवांछित है)
घोषित करते हुए देश
छोड़ने का आदेश दे
दिया है. इसी मुजम्मिल
हुसैन का करीबी मोहम्मद
हारुन पकड़ा गया. मोहम्मद
हारुन की पाकिस्तान में
रिश्तेदारी है, जिस कारण
पाकिस्तान आने जाने के
लिए उसकी मुजम्मिल हुसैन
से मुलाकात पाकिस्तान उच्चायोग में हुई थी. एटीएस
उत्तर प्रदेश को सूचना प्राप्त
हुई थी कि एक
व्यक्ति मो. हारुन पुत्र
अतीकुरर्हमान, निवासी-सीलमपुर, दिल्ली जो स्क्रैप का
काम करता है. वह
पाकिस्तान उच्चायोग मे नियुक्त कर्मचारी
मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर
पाकिस्तान का वीजा दिलवाने
के नाम पर अवैध
वसूली कर रहा है.
उसके साथ राष्ट्र हित
से जुडी सुरक्षा सम्बन्धित
सूचना साझा कर देश-विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है.
वीजा दिलाने के नाम पर करता था अवैध वसूली
बताया गया कि मुजम्मिल
हुसैन के साथ मिलकर
हारून वीजा दिलाने के
नाम पर अलग-अलग
खातों में कई लोगों
से पैसा जमा करवा
रहा था. मोहम्मद हारुन
ने जानबूझकर पाकिस्तानी नागरिक मुजम्मिल हुसैन को भारत की
आंतरिक सुरक्षा से जुड़ी कई
महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की है.
मुजम्मिल हुसैन के कहने पर
हारून ने कई बैंक
खाता उपलब्ध करवाए थे.
व्हाट्सअप ग्रुप पर शेयर करता था भड़काऊ मैसेज
एटीएस को पता चला
कि तुफैल निवासी उपरोक्त पाकिस्तान के कई लोगो
के संपर्क मे है. तुफैल
पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी
संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के
नेता मौलाना शाद रिजवी के
वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप मे शेयर करने
के साथ ’गजवा ए
हिन्द’ करने, बाबरी मस्जिद का बदला लेने
और भारत मे शरीयत
लागू करने सम्बन्धी संदेश
साझा करता था.
कार्रवाई से हड़कंप
तुफैल के संबंध में
मिली सूचना के आधार पर
यूपी एटीएस की वाराणसी यूनिट
सर्विलांस की मदद से
उसके पीछे लगी। पड़ताल
में सामने आया कि तुफैल
पाकिस्तान के कई लोगों
के संपर्क में है। तुफैल
पाकिस्तान के प्रतिबंधित आतंकी
संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के
नेता मौलाना शाद रिजवी के
वीडियो व्हाट्स एप ग्रुप में
शेयर करने के साथ
गजवा-ए-हिंद अभियान,
बाबरी मस्जिद का बदला लेने
और भारत में शरीयत
लागू करने संबंधी संदेश
साझा करता था।
वाराणसी के कई प्रमुख स्थलों का फोटो पाक भेजा है
तुफैल वाराणसी के राजघाट, नमोघाट,
ज्ञानवापी, रेलवे स्टेशन, जामा मस्जिद व
दिल्ली के लाल किला,
निजामुद्दीन औलिया आदि के तस्वीर
व उनसे जुड़ी जानकारी
पाकिस्तानी नंबरों पर शेयर कर
चुका है। तुफैल ने
पाकिस्तान से संचालित ग्रुप
का लिंक वाराणसी के
कई लोगों को भी भेजा
है। खुद करीब 600 से
ज्यादा पाकिस्तानी नंबरों के संपर्क में
था। मदरसा से सातवीं पास
तुफैल फेसबुक के जरिए पाकिस्तान
के फैसलाबाद निवासी नफीसा नामक महिला के
संपर्क था, जिसका पति
पाकिस्तानी सेना में है।
एटीएस ने लखनऊ में
आरोपित के खिलाफ केस
दर्ज किया है।