अल्ट्रापोर्टेबल एक्स-रे से एक मिनट में पता चलेगा टीबी है या नहीं
वाराणसी में
अब
तक
133 शिविरों
में
9035 मरीजों
की
गई
स्क्रीनिंग
टीबी नियंत्रण
के
लिए
शहरी
और
ग्रामीण
इलाकों
में
अभियान
चलाकर
इस
मशीन
से
स्क्रीनिंग
करायी
जा
रही
है
: सीएमओं
संदीप
चौधरी
सुरेश गांधी
वाराणसी। क्षय रोग से
संक्रमित मरीजों को अब 48 घंटे
का मंटौक्स टीका, 5 हजार का इंडोस्कोपी,
200 सौ का एक्स-रे,
इंटरफेरानगामा रिलीजऐसे व टीबी गोल्ड
जैसे जांच से छुकारा
मिलने वाला है। जांच
के लिए अब सप्ताहभर
का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
अब अल्ट्रापोर्टेबल एक्स-रे मशीन
से एक मिनट में
पता चल जायेगा टीबी
है या नही। इस
मशीन से अब तक
133 जांच शिविरों में 9035 मरीजों की स्क्रीनिंग की
जा चुकी है।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी
ने बताया कि टीबी सक्रिय
रोगी खोज (एसीएफ) अभियान
और टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी
(टीपीटी) को सुदृढ़ीकरण करने
के लिए सरकार की
ओर से यह पहल
की गई है। जिन
जगहों पर अभियान के
दौरान सर्वाधिक टीबी रोगी मिले
हैं अथवा मिलते हैं,
वहां विशेष शिविर लगाकर संभावित लक्षण वाले मरीजों की
जांच की जाती है।
जिला क्षय रोग अधिकारी
(डीटीओ) डॉ. पीयूष राय
ने बताया कि इस अवसर
पर वर्ल्ड बैंक की टीम
द्वारा कैम्प का निरीक्षण किया
गयाद्य टीम ने शिवपुर
में सीबीनाट टेस्ट की साइट भी
देखी, प्रक्रिया की पूरी
जानकारी ली, और जनपद
वाराणसी में मरीजों की
पहचान, जाँच व इलाज
में और सुधार के
बारे में महतवपूर्ण सुझाव
दिये, टीम कल कोनिया
और बीएचयू भी जायेगीद्.
डॉ राय ने
बताया कि एक्स-रे
मशीन से जांच के
बाद एक मिनट में
रिपोर्ट मिलने से काफी सुविधा
हो गई है। टीबी
की पुष्टि होने पर संबंधित
व्यक्ति का समय से
उपचार भी शुरू कर
दिया जाता है। मार्च
2024 से इस तरह के
कैम्प शहरी एवं ग्रामीण
क्षेत्रों में लगाये जा
रहे हैं, इस कार्यक्रम
के अंतर्गत 24 कैम्प हर महीने लगाये
जा रहे हैंद्य अभी
तक कुल 133 कैम्प लगाये गये हैं जिसमें
9035 मरीजों की स्क्रीनिंग की
गई हैद्य 652 टीबी संभावित पाये
गये हैं, जिसमें 58 का
इलाज चल रहा है।
टीबी के लक्षण हों तो जांच जरूर करायें
डीटीओ डॉ पीयूष राय
ने बताया कि दो सप्ताह
या अधिक समय तक
खांसी, खांसी के साथ बलगमआना,बलगममेंखून आना, वजन कम
होना, भूख न लगना,
सीने में दर्द होना,
शाम को हल्का बुखार
आना आदि टीबी के
लक्षणहैं। इस तरह के
लक्षण नजर आयें तो
जांच जरूर करायें।
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