संघर्ष समिति और प्रबंध निदेशक के बीच हुई वार्ता, संविदाकर्मियों के कटे वेतन की होगी भरपाई
फेसिअल अटेंडेंस
के
लिए
उपकेंद्रों
पर
लगेगा
कैमरा
सिस्टम,
स्थानांतरण
विवाद
पर
संगठन
ने
उठाई
आवाज
सुरेश गांधी
वाराणसी। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में चल
रहे कर्मचारियों के आंदोलन के
बीच संघर्ष समिति उ.प्र. के
पदाधिकारियों और प्रबंध निदेशक
के बीच शुक्रवार को
वार्ता हुई। समिति ने
संविदाकर्मियों के कटे वेतन,
निजीकरण विरोध, फेसिअल अटेंडेंस की समस्या और
स्थानांतरण विवाद सहित पांच प्रमुख
मांगें रखीं। प्रबंध निदेशक ने कटे वेतन
की जल्द भरपाई और
अटेंडेंस के लिए उपकेंद्रों
पर कैमरा सिस्टम लगाने का आश्वासन दिया।
स्थानांतरण विवाद पर संगठन ने
स्पष्ट संशोधन पत्र की मांग
की है। समिति ने
बताया कि अनिश्चितकालीन सत्याग्रह
फिलहाल स्थगित है, लेकिन बैठक
के मिनट्स मिलने के बाद आगे
का निर्णय लिया जाएगा। बरईपुर में
हुई जनजागरण सभा में उपभोक्ताओं
ने भी निजीकरण का
विरोध किया। अगली सभा शनिवार
को सिगरा अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर होगी।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति उ.प्र., वाराणसी
मीडिया प्रभारी अंकुर
पाण्डेय के अनुसार, संघर्ष समिति ने इस दौरान
पांच प्रमुख मांगें रखीं—संविदाकर्मियों का
कट वेतन वापस करने,
निजीकरण प्रस्ताव को निरस्त करने
की अनुशंसा शासन को भेजने,
वर्ष 2023 के बाद हटाए
गए कर्मियों की बहाली, फेसिअल
अटेंडेंस के तकनीकी समाधान
और स्थानांतरण आदेशों की समीक्षा। प्रबंध निदेशक
ने आश्वासन दिया कि संविदाकर्मियों
के फेसिअल अटेंडेंस के कारण कटे
वेतन को जल्द जारी
किया जाएगा। इसके लिए उपकेंद्रों
पर कैमरा युक्त कंप्यूटर सिस्टम लगाया जाएगा, जिससे अटेंडेंस दर्ज करने में
कोई बाधा न हो।
साथ ही उन्होंने बताया
कि योग्य हटाए गए संविदाकर्मियों
को रिक्त स्थानों अथवा संबंधित कंपनियों
में समायोजित करने पर भी
विचार किया जा रहा
है।
प्रशासनिक आधार पर किए
गए कुछ संगठन पदाधिकारियों
के स्थानांतरण को लेकर समिति
ने सख्त रुख अपनाते
हुए कहा कि जब
इन स्थानांतरणों का कारण पूछा
गया तो अधिकारियों के
पास कोई स्पष्ट जवाब
नहीं था। समिति ने
मांग की कि यदि
टाइपिंग मिस्टेक से प्रशासनिक आधार
लिखा गया है, तो
उसका संशोधित पत्र जारी किया
जाए। संघर्ष समिति ने दो टूक
कहा कि स्थानांतरण किसी
भी कीमत पर निजीकरण
आंदोलन को नहीं रोक
सकते। सभी पदाधिकारी अपने
स्थानांतरण स्थलों से ही संगठन
की गतिविधियों में सक्रिय रहेंगे।
सभा को ई. मनीष झा,
रविन्द्र यादव, रंजीत पटेल, सौरभ श्रीवास्तव, राकेश
कुमार, धनपाल सिंह, समीर पाल, अंकुर
पाण्डेय और अरुण पटेल
ने संबोधित किया।
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