साबरमती के संत व शास्त्री को किया गया याद
वर्तमान दौर में और भी प्रासंगिक है गांधी के विचार : गौरांग राठी
सुरेश
गांधी
वाराणसी।
राष्टपिता महात्मा गांधी की
150वीं जयंती के मौके
पर शहर से
लेकर देहात तक
में कार्यक्रमों की
धूम रही। कहीं
राम धुन तो
कहीं उनकी प्रतिमा
पर माल्यार्पण कर
अहिंसा के पुजारी
साबरमती के संत
को याद किया
गया। कई जगहों
पर रक्तदान शिविरों
का भी आयोजन
किया गया। तो
कहीं प्लास्टिक मुक्त
अभियान के लिए
जन आंदोलन की
शुरुआत की गयी।
काशी पत्रकार संघ
से संचालित वाराणसी
प्रेस क्लब के
बैनरतले पत्रकारों ने ‘‘गांधी
संदेश यात्रा’’ निकाली। यह संदेश
यात्रा लहुराबीर स्थित आजाद
पार्क से पराड़कर
स्मृति भवन तक
गयी। इसका शुभारंभ
मुख्य विकास अधिकारी
गौरांग राठी ने
व वरिष्ठ पुलिस
अधीक्षक आनन्द कुलकर्णी ने
प्रतिकात्मक गांधी बने बच्चों
को तिरंगा लहराकर
किया।
यात्रा में शामिल
लोग भारत माता
की जय, वंदे
मातरम, महात्मा गांधी व
लाल बहादुर शास्त्री
अमर रहे के
नारे लगा रहे
थे। इस मौके
पर श्री राठी
ने कहा कि
गांधी जी व्यक्ति
नहीं शाश्वत विचारधारा
थे। गांधी ने
हमें ट्रस्टीशिप का
सिद्धांत दिया जो
गरीबों के सामाजिक-आर्थिक कल्याण पर
जोर देता है।
हमारे मार्गदर्शन के
लिए गांधी के
रूप में हमारे
पास सबसे श्रेष्ठ
शिक्षक हैं। मानवता
में विश्वास रखने
वालों को एकजुट
करने से लेकर
आर्थिक आत्मनिर्भरता सुनिश्चित
करने के लिए,
गांधी हर समस्या
का समाधान देते
हैं। भारत को
समृद्ध बनाने के लिए,
नफरत, हिंसा और
पीड़ा से मुक्त
बनाने के लिए,
कंधे से कंधा
मिलाकर काम करें।
ये तभी होगा
जब हम महात्मा
गांधी के सपने
को पूरा करेंगे
जो उनके पसंदीदा
भजन, “वैष्णव जन
तो,“ से स्पष्ट
होता है, जो
कहता है कि
सच्चा मानव वह
है जो दूसरों
के दर्द को
महसूस करता है,
दुख को दूर
करता है और
वह कभी भी
अहंकारी नहीं होता
है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक
आनन्द कुलकर्णी ने
कहा कि गांधीवाद
वह करिश्माई दर्शन
है, जिसके जरिए
विदेशों में भी
शांति, सद्भाव व एकात्मकता
को ढूंढा जा
रहा है। इस
मौके पर पूर्व
प्रधानमंत्री भारत रत्न
लाल बहादुर शास्त्री
का भी पुण्य
स्मरण करते हुए
उनके कृतित्व पर
प्रकाश डाला गया।
विशिष्ट अतिथि के रूप
में मुख्य चिकित्सा
अधिकारी डा॰ बीबी
सिंह ने गांधी
जी के जीवनी
से लोगों को
प्रेरणा लेने की
अपील की। ‘‘गांधी
संदेश यात्रा’’ में गांधी
जी के वेश
में सनबीम, रामकटोरा
के छात्र आगे-आगे चलते
हुए गांधी जी
के विचारों को
जीवंत कर रहे
थे।
इस अवसर
पर काशी पत्रकार
संघ के अध्यक्ष
राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज
श्रीवास्तव, वाराणसी प्रेस क्लब
के अध्यक्ष चन्दन
रूपानी, मंत्री पंकज त्रिपाठी,
संयुक्त मंत्री सुधीर गणोरकर,
कोषाध्यक्ष शंकर चतुर्वेदी,
पूर्व अध्यक्ष केडीएन
राय, सुभाषचन्द्र सिंह,
पूर्व महामंत्री डा॰
अत्रि भारद्वाज, दयानन्द,
जियालाल, संघ के
मंत्री पुरूषोत्तम चतुर्वेदी, कार्यक्रम
संयोजक शैलेश चौरसिया, संदीप
गुप्ता, विरेन्द्र श्रीवास्तव, अरशद
आलम, राजेन्द्र यादव,
विनय शंकर सिंह,
चन्दप्रकाश मिश्रा, अरूण मालवीय,
अरविन्द उपाध्याय, सुरेश गांधी,
हरिबाबू श्रीवास्तव, सुनील शुक्ला,
शशि श्रीवास्तव, सीडीपीओ
नगर मनोज वर्मा,
अन्तर्राष्ट्रीय धावक नीलू
मिश्रा, डा॰ एसएस
गांगुली, उपजा के
अध्यक्ष अरविन्द सिंह, राजेन्द्र
दुबे, व्यापारी नेता
अजीत सिंह बग्गा,
प्रेम मिश्रा, शैलेश
सिंह, दीपक वासवानी,
मुकेश जायसवाल, अनिल
बजाज, सुनील वाध्या,
जय नहलानी, विजय
राजवानी, जीवन लखमानी,
विशाल मेहरा, शम
तवरेज शम्पू, श्रीमती
विभा सिंह, स्केटिंग
कोच मोहम्मद सइद
‘गुड्डू’,
एके अंसारी, किशन
गौड़, मोउद्दीन (डालिम
रामकटोरा) आदि लोग
उपस्थित थे।
भाजपा के राष्ट्रव्यापी
कार्यक्रम के तहत
पदयात्रा अभियान का शुभारंभ
केंद्रीय मंत्री डा. महेंद्र
नाथ पांडेय ने
किया। चंदौली लोकसभा
अंतर्गत शिवपुर विधानसभा के
कपिलधारा (खालिसपुर) से बुधवार
की दोपहर दो
बजे पदयात्रा का
शुभारंभ किया गया।
इसके पूर्व चंदौली
जिले से सांसद
डा. पांडेय ने
स्वच्छता के लिए
क्षेत्र में एक
अभियान की अगुवाई
भी की। आयोजित
कार्यक्रम में डा
पांडेय ने लोगों
को स्वच्छता की
शपथ दिलाई। साथ
ही प्लास्टिक मुक्त
शहर बनाने का
संकल्प दिलाया। इस दौरान
प्लास्टिक के बोतल,
प्लास्टिक कैरी बैग
सहित प्लास्टिक के
बने सामानों का
बहिष्कार करने की
नसीहत दी। शहर
को सिंगल यूज
प्लास्टिक से मुक्त
कराने के लिए
‘प्लास्टिक कचरा संग्रह
श्रमदान’ कार्यक्रम का का
शुभारंभ किया।
डा पांडेय
ने ने स्वच्छता
अभियान में सिंगल
यूज प्लास्टिक को
सबसे बड़ी बाधा
बताया। उन्होंने कहा कि
प्लास्टिक से कैंसर
होने का सबसे
अधिक खतरा है।
वैज्ञानिक शोध में
ये प्रमाणित भी
हो चुका है
कि प्लास्टिक से
कैंसर होने का
खतरा बढ़ जाता
हैं। प्लास्टिक जल,
वायु, पर्यावरण व
पशुधन के जीवन
के लिए सबसे
बड़ा खतरा है।
इसलिए इसके उपयोग
न करने के
लिये सभी के
सहयोग से जागरूकता
अभियान चलाया जाना जरूरी
है। इस दौरान
काफी संख्या में
पार्टी कार्यकर्ता भी मौजूद
रहे। बीएचयू में
राष्ट्रीय सेवा योजना
के बैनरतले गांधी
के विचारों को
अपने जीवन में
उतारने के क्रम
में स्वयं सेविकाओं,
स्वयं सेवकों तथा
कार्यक्रम अधिकारियों द्वारा एक
दौड़ का आयोजन
किया गया। सुंदर
बगिया से दौड़
प्रारंभ होकर मालवीय
भवन पर जाकर
समाप्त हुई। दौड़
के दौरान स्वयंसेवकों
द्वारा भारत माता
की जय, वंदे
मातरम आदि नारों
से विश्वविद्यालय को
एक नवीन ऊर्जा
प्रदान की गई।
प्रो. बाला लखेंद्र,
कार्यक्रम समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा
योजना ने मुख्य
अतिथि को सम्मानित
किय
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