Friday, 20 March 2020

‘जनता कर्फ्यू’ को सफल बनाने सड़क पर उतरे आयुष

जनता कर्फ्यूको सफल बनाने सड़क पर उतरे आयुष

    दुकाने बंद घरों में कैद रखने की अपील, कहामिलकर लड़ेंगे और करोना को हराएंगे
सुरेश गांधी
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उन्हीं के आह्वान परजनता कर्फ्यूको सफल बनाने के लिए आयुष जायसवाल सड़क से लेकर सोशन मीडिया तक में लोगों से जागरुक रहने की अपील कर रहे है। व्यापारी हो या आम नागरिक, हर किसी से वे सिर्फ यही अपील करते दिख रहे हैआपकी सजगता से ही कोरोना को मात दी जा सकती है, एक ज़िम्मेदार नागरिक के कारण हम सभी की पहल से कोरोना का खात्मा संभव है। इसलिए इससे डरने की नहीं बल्कि सजग रहते हुए बचाव के रास्ते अपनाया जाना बेहद जरुरी है।
बता दें, होटल लारा इंडिया के प्रबंधक निदेशक आयुष जायसवाल सूबे के स्टांप शुल्क एवं पंजीयन रजिस्टर राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रवीन्द्र जायसवाल के पुत्र तो है ही सामाजिक क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे कार्यो से लोगों के चहेते भी है। समय समय पर वे समाज में जागरुकता अभियान चलाते रहते है। सामाजिक क्षेत्र में आयुष का बड़ा योगदान है। उसी परंपरा का निवर्हन करते हुए जैसे ही प्रधानमंत्री की अपील उनके कानों में पड़ी वे इसकी सफलता के लिए जुट गए है। शुक्रवार को आयुष वाहे वो गोदौलिया का इलाका हो या नयी सड़क, लहुराबीर, कबीर चौरा, मैदागिन, विशेस्वरगंज हो या पांडेयपुर, पहड़िया, भोजूबीर अदर्लीबाजार हर जगह अपनी दस्तक देकर शहर के व्यापारियों से अपील किया कि महामारी का रुप ले चुके कोरोना से निपटने के लिए कुछ दिन तक अपनी अपनी दुकाने बंद रखे। इससे ना सिर्फ करोना फैलने से रोका जा सकता है बल्कि आम नागरिकों की इसकी चपेट में आने से बचाया भी जा सकता है।
श्री आयुष जायसवाल ने कहा, हमने कई बार राजनैतिक और ग़ैर राजनीतिक फ़ैसले का विरोध करने के बहाने अपने व्यापार बंद किया है। लेकिन आज तो समाज देशहित के लिए व्यापार को बंद करना है तो इसमें भला कैसे पीछे रहा जा सकता है। क्योंकि मानवता और इंसानियत से बड़ा व्यापार नहीं है। इस संकट की घड़ी में आपके कर्मचारी भी अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं, वे भी किसी के मां बाप, भाई बहन है। इसलिए आपका एक छोटा सा योगदान इस महामारी को फैलने लोगों की चपेट में आने से बचा जा सकता है। श्री जायसवाल ने 4 घण्टे के जनता कर्फ्यू का परिणाम बताते हुए कहा यद्यपि एक स्थान पर कारोना वायरस का जीवनकाल 12 घंटे है और जनता कर्फ्यू 14 घंटे के लिए होगा। इसलिए सार्वजनिक क्षेत्रों के स्थान जहां कारोना फैल सकता था, उन स्थानों पर कोई नही होगा, जिससे श्रृंखला टूट जाएगी। और 14 घंटे के बाद हमें जो मिलेगा वह एक सुरक्षित देश होगा। इसलिए जनता कर्फ्यू पर लोगों को अमल करना होगा। यह एक ड्रिल समान होगा, यदि निकट भविष्य में अधिक समय तक की आवश्यकता भी होगी तो भी हम सभी इसके लिए तैयार है। ये एक संदेश है। संकल्प है। संघर्ष है। आपदा से लड़ने का।

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